videsh

एक थे गनी और एक हैं जेलेंस्कीः अमेरिका ने दिया यूक्रेन छोड़ने का ऑफर, राष्ट्रपति बोले- देश से गद्दारी नहीं करूंगा, अंत तक लड़ेंगे

वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, वाशिंगटन
Published by: प्रांजुल श्रीवास्तव
Updated Sat, 26 Feb 2022 10:54 AM IST

सार

अमेरिकी खुफिया एजेंसी के प्रमुख ने जेलेंस्की से जनवरी में मुलाकात की थी और उन्हें उनकी सुरक्षा के लिए आगाह किया था। युद्ध शुरू होने के बाद अमेरिका की ओर से जेलेंस्की को यूक्रेन से निकालने का ऑफर भी दिया गया था, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया। 

ख़बर सुनें

15 अगस्त, 2021…यानि जब अफगानिस्तान पर तालिबान ने हमला किया था, तो राष्ट्रपति अशरफ गनी सबसे देश छोड़कर भाग निकले थे। उन्हें यूएई ने शरण दी थी। लेकिन दूसरी तरफ यूक्रेन के राष्ट्रपति वेलोडिमीर जेलेंस्की हैं। जिन्होंने यह जानते हुए भी घुटने टेकने से इंकार कर दिया है कि, उनकी सेना ज्यादा देर तक रूस को रोक कर नहीं रख पाएगी। जेलेंस्की ने यूक्रेन की हिफाजत के लिए अमेरिका के आए उस ऑफर को भी ठुकरा दिया है, जिसमें उन्हें सुरक्षित निकालने की पेशकश की गई थी। 

वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका ने रूसी हमले के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वेलोडिमीर जेलेंस्की को देश से निकालने का प्रस्ताव दिया था। हालांकि, जेलेंस्की ने इसके लिए मना कर दिया है। 

अमेरिका ने पहले से दिया था प्रस्ताव 
रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के निदेकश विलियम जे.बर्न्स ने जनवरी में जेलेंस्की से मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति को उनकी सुरक्षा को लेकर गंभीर चेतावनी दी थी। इसके बाद रूस की ओर से हुआ घटनाक्रम तेजी से बढ़ा और अब कीव पर कब्जे की लड़ाई अंतिम चरण तक आ पहुंची है। इस लड़ाई के बीच अमेरिकी सरकार की ओर से कहा गया है कि, अमेरिका जेलेंस्की को कभी भी यूक्रेन से निकालने के लिए तैयार है। ताकि, उनको रूसी सैनिकों द्वारा पकड़े जाने या मारे जाने से बचाया जा सके। 

जेलेंस्की का सामने आया वीडियो
अमेरिका की ओर से इस प्रस्ताव के बीच जेलेंस्की ने एक वीडियो जारी किया। इसमें उन्होंने संदेश दिया है, कि वह यूक्रेन की आजादी के लिए अंत तक लड़ेंगे। वीडियो में वह कहते हैं कि, हम सब यहां हैं। हमारी सेना यहां है। सभी नागरिक यहां हैं। हम सब यहां अपनी आजादी, अपने देश की रक्षा कर रहे हैं, और इसी तरह करते रहेंगे।

हिट लिस्ट में पहले नंबर पर हैं जेलेंस्की
जेलेंस्की ने इस वीडियो से पहले भी एक वीडियो जारी किया था, कि वह रूसी सैनिकों की हिट लिस्ट में हैं और टारगेट नंबर वन हैं। वह आगे कहते हैं कि टारगेट नंबर टू उनका परिवार है। रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी खुफिया एजेंसी ने पहले ही जेलेंस्की को आगाह कर दिया था कि वह टारगेट पर हैं और जनवरी से ही रूसी हिट टीमें यूक्रेन में थीं। 

विस्तार

15 अगस्त, 2021…यानि जब अफगानिस्तान पर तालिबान ने हमला किया था, तो राष्ट्रपति अशरफ गनी सबसे देश छोड़कर भाग निकले थे। उन्हें यूएई ने शरण दी थी। लेकिन दूसरी तरफ यूक्रेन के राष्ट्रपति वेलोडिमीर जेलेंस्की हैं। जिन्होंने यह जानते हुए भी घुटने टेकने से इंकार कर दिया है कि, उनकी सेना ज्यादा देर तक रूस को रोक कर नहीं रख पाएगी। जेलेंस्की ने यूक्रेन की हिफाजत के लिए अमेरिका के आए उस ऑफर को भी ठुकरा दिया है, जिसमें उन्हें सुरक्षित निकालने की पेशकश की गई थी। 

वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका ने रूसी हमले के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वेलोडिमीर जेलेंस्की को देश से निकालने का प्रस्ताव दिया था। हालांकि, जेलेंस्की ने इसके लिए मना कर दिया है। 

अमेरिका ने पहले से दिया था प्रस्ताव 

रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के निदेकश विलियम जे.बर्न्स ने जनवरी में जेलेंस्की से मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति को उनकी सुरक्षा को लेकर गंभीर चेतावनी दी थी। इसके बाद रूस की ओर से हुआ घटनाक्रम तेजी से बढ़ा और अब कीव पर कब्जे की लड़ाई अंतिम चरण तक आ पहुंची है। इस लड़ाई के बीच अमेरिकी सरकार की ओर से कहा गया है कि, अमेरिका जेलेंस्की को कभी भी यूक्रेन से निकालने के लिए तैयार है। ताकि, उनको रूसी सैनिकों द्वारा पकड़े जाने या मारे जाने से बचाया जा सके। 

जेलेंस्की का सामने आया वीडियो

अमेरिका की ओर से इस प्रस्ताव के बीच जेलेंस्की ने एक वीडियो जारी किया। इसमें उन्होंने संदेश दिया है, कि वह यूक्रेन की आजादी के लिए अंत तक लड़ेंगे। वीडियो में वह कहते हैं कि, हम सब यहां हैं। हमारी सेना यहां है। सभी नागरिक यहां हैं। हम सब यहां अपनी आजादी, अपने देश की रक्षा कर रहे हैं, और इसी तरह करते रहेंगे।

हिट लिस्ट में पहले नंबर पर हैं जेलेंस्की

जेलेंस्की ने इस वीडियो से पहले भी एक वीडियो जारी किया था, कि वह रूसी सैनिकों की हिट लिस्ट में हैं और टारगेट नंबर वन हैं। वह आगे कहते हैं कि टारगेट नंबर टू उनका परिवार है। रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी खुफिया एजेंसी ने पहले ही जेलेंस्की को आगाह कर दिया था कि वह टारगेट पर हैं और जनवरी से ही रूसी हिट टीमें यूक्रेन में थीं। 

Source link

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Most Popular

To Top
%d bloggers like this: