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उइगर समुदाय: तुर्की में चीन के नरसंहार के विरुद्ध आपराधिक शिकायत दर्ज कराई, बोले- हमारे भाइयों को मुक्त कराएं

एजेंसी, अंकारा।
Published by: देव कश्यप
Updated Thu, 13 Jan 2022 01:59 AM IST

सार

कनाडा स्थित अंतरराष्ट्रीय थिंक टैंक इंटरनेशनल फोरम फॉर राइट्स एंड सिक्योरिटी (आईएफएफआरएएस) ने इन्हें अपना समर्थन दिया है।

उइगर मुस्लिम (सांकेतिक तस्वीर)
– फोटो : सोशल मीडिया

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तुर्की में उइगर समुदाय ने शिनजियांग प्रांत में नरसंहार पर चीनी अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कराया है। तुर्की में स्वयंसेवी वकीलों समेत उइगर परिवार इस्तांबुल के कागलयान जिले की अदालत में उपस्थित हुए। इस दौरान कई प्रदर्शनकारी भी मौजूद रहे। उनके हाथों में बैनर थे जिस पर लिखा था, हमारे परिवार कहां हैं? इन बैनरों पर चीन से उनके भाइयों को मुक्त करने की अपील की गई।

कनाडा स्थित अंतरराष्ट्रीय थिंक टैंक इंटरनेशनल फोरम फॉर राइट्स एंड सिक्योरिटी (आईएफएफआरएएस) ने इन्हें अपना समर्थन दिया है। प्रदर्शनकारियों ने उन चीनी अधिकारियों की तस्वीरें भी ली हुई थीं जिनके खिलाफ आपराधिक शिकायतें दर्ज की गई हैं।

स्वयंसेवी वकीलों गुल्देन सोनमेज, रुमेसा कबाओग्लू और मुहम्मद फुरकान यूं ने इस्तांबुल के मुख्य लोक अभियोजक कार्यालय में याचिका दायर करने के बाद चीन में उइगर सुधार शिविरों को बंद करने पर जोर दिया। प्रदर्शनकारियों ने तर्क दिया कि चीन ने नरसंहार, जानबूझकर हत्या, यातना और उइगरों को जबरन लापता करने जैसे अपराध किए हैं। उन्होंने तुर्की की राष्ट्रीयता लिए उइगरों को भी तुर्की के नागरिकों के खिलाफ अपराधों के ढांचे में लाने की मांग की है।

विस्तार

तुर्की में उइगर समुदाय ने शिनजियांग प्रांत में नरसंहार पर चीनी अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कराया है। तुर्की में स्वयंसेवी वकीलों समेत उइगर परिवार इस्तांबुल के कागलयान जिले की अदालत में उपस्थित हुए। इस दौरान कई प्रदर्शनकारी भी मौजूद रहे। उनके हाथों में बैनर थे जिस पर लिखा था, हमारे परिवार कहां हैं? इन बैनरों पर चीन से उनके भाइयों को मुक्त करने की अपील की गई।

कनाडा स्थित अंतरराष्ट्रीय थिंक टैंक इंटरनेशनल फोरम फॉर राइट्स एंड सिक्योरिटी (आईएफएफआरएएस) ने इन्हें अपना समर्थन दिया है। प्रदर्शनकारियों ने उन चीनी अधिकारियों की तस्वीरें भी ली हुई थीं जिनके खिलाफ आपराधिक शिकायतें दर्ज की गई हैं।

स्वयंसेवी वकीलों गुल्देन सोनमेज, रुमेसा कबाओग्लू और मुहम्मद फुरकान यूं ने इस्तांबुल के मुख्य लोक अभियोजक कार्यालय में याचिका दायर करने के बाद चीन में उइगर सुधार शिविरों को बंद करने पर जोर दिया। प्रदर्शनकारियों ने तर्क दिया कि चीन ने नरसंहार, जानबूझकर हत्या, यातना और उइगरों को जबरन लापता करने जैसे अपराध किए हैं। उन्होंने तुर्की की राष्ट्रीयता लिए उइगरों को भी तुर्की के नागरिकों के खिलाफ अपराधों के ढांचे में लाने की मांग की है।

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