सार
इस बैठक में सभी अनुषांगिक संगठनों से विधानसभा चुनाव का फीडबैक लेने के साथ आगे की कार्ययोजना तैयार की जाएगी। शिक्षा क्षेत्र से जुड़े संगठनों मसलन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, विद्या भारती, भारतीय शिक्षण मंडल से राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अलावा इस क्षेत्र से जुड़े अन्य मुद्दों पर फीडबैक लिया जाएगा।
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सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में सभी अनुषांगिक संगठनों से विधानसभा चुनाव का फीडबैक लेने के साथ आगे की कार्ययोजना तैयार की जाएगी। शिक्षा क्षेत्र से जुड़े संगठनों मसलन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, विद्या भारती, भारतीय शिक्षण मंडल से राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अलावा इस क्षेत्र से जुड़े अन्य मुद्दों पर फीडबैक लिया जाएगा। हालांकि संघ के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुनील आंबेकर ने कहा, समन्वय बैठक साल में तीन बार होती है। यह निर्णय लेने वाली बैठक नहीं थी।
बैठक महज संबद्ध संगठनों के साथ जानकारी साझा करने के लिए थी। खासतौर से बैठक में देश के केंद्रीय विचार के रूप में शिक्षा प्रदान करने पर विचार-विमर्श किया गया। बैठक में आगे अर्थव्यवस्था, कोरोना सहित अन्य सभी मुद्दों पर विचार विमर्श होगा। इसमें जो संगठन जिस क्षेत्र से जुड़े हैं उनसे ताजा स्थिति की जानकारी और भविष्य के लिए राय मांगी जाएगी। साल 2025 में संघ अपनी स्थापना के सौ वर्ष पूरे करेगा। इसके अलावा पर्यावरण, पारिवारिक जागरूकता, सामाजिक सद्भाव सहित अन्य मुद्दों पर अलग-अलग सत्र में चर्चा होगी।
भागवत-दत्तात्रेय की उपस्थिति में शुरू हुई बैठक
बैठक संघ प्रमुख मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले की उपस्थिति में शुरू हुई। इसमें संघ के सभी 36 अनुषांगिक संगठनों के प्रमुखों के अलावा 216 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। हिस्सा लेने वालों में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, भाजपा के संगठन महासचिव बीएल संतोष, भारतीय मजदूर संघ के हिरण्यमय पंड्या व बी सुरेंद्रन, विश्व हिंदू परिषद के कार्याध्यक्ष आलोक कुमार व महामंत्री मिलिंद परांडे, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संगठन मंत्री आशीष चौहान व महामंत्री निधि त्रिपाठी, भारतीय किसान संघ के दिनेश कुलकर्णी, विद्या भारती के रामकृष्ण राव एवं जीएम काशीपती, राष्ट्र सेविका समिति से शांतक्का तथा अन्नदानम सीताक्का, वनवासी कल्याण आश्रम के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामचंद्र खराडी व संगठन मंत्री अतुल जोग शामिल थे।
कल व्यापक कार्ययोजना प्रस्तुत करेगा संघ
आंबेकर ने बताया कि जिन विषयों पर चर्चा होगी, उस पर संघ शुक्रवार को व्यापक कार्ययोजना पेश करेगा। कोरोना, चिकित्सा, सामाजिक सद्भाव, अर्थव्यवस्था, शिक्षा आदि विषयों पर अपने दृष्टिकोण सामने रखेगा।