न्यूज डेस्क, अमर उजाला, गुंटूर
Published by: कुमार संभव
Updated Wed, 02 Feb 2022 07:01 AM IST
सार
मुस्तफा ने मंगलवार (एक फरवरी) को जीएमसी मेयर कवति मनोहर नायडू के साथ टावर के सुरक्षा इंतजाम आदि का जायजा लिया। उन्होंने कहा, ‘आजादी की लड़ाई के दौरान मुस्लिमों के दिग्गज नेताओं ने अंग्रेजों का डटकर सामना किया था।’
आंध्र प्रदेश में जिन्ना टावर को लेकर हो रहा विवाद
– फोटो : सोशल मीडिया
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विस्तार
आंध्र प्रदेश के गुंटूर में जिन्ना टावर के नाम को लेकर हुए विवाद के बाद अब उसे तिरंगे के रंग में रंग दिया गया है। बताया जा रहा है कि ये सभी इंतजाम तिरंगा फहराने के लिए किए गए हैं।
गुंटूर के विधायक ने दी जानकारी
गुंटूर पूर्व के विधायक मोहम्मद मुस्तफा ने बताया कि इस संबंध में कई संगठनों ने अनुरोध किया था, जिसके बाद हमने जिन्ना टावर को तिरंगे के रंग में रंगने का फैसला किया। साथ ही, राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए एक पोल भी बनाया गया। उन्होंने बताया कि जिन्ना टावर पर गुरुवार को तिरंगा फहराया जाएगा।
विधायक ने लिया सुरक्षा व्यवस्था का जायजा
जानकारी के मुताबिक, मुस्तफा ने मंगलवार (एक फरवरी) को जीएमसी मेयर कवति मनोहर नायडू के साथ टावर के सुरक्षा इंतजाम आदि का जायजा लिया। उन्होंने कहा, ‘आजादी की लड़ाई के दौरान मुस्लिमों के दिग्गज नेताओं ने अंग्रेजों का डटकर सामना किया था। आजादी के बाद कुछ मुस्लिम देश छोड़कर चले गए और पाकिस्तान में रहने लगे। लेकिन, हम अपने देश में भारतीय बनकर रहना चाहते हैं और अपनी मातृभूमि से बेपनाह मोहब्बत करते हैं।’
मुस्तफा ने भाजपा पर साधा निशाना
26 जनवरी को भी हुआ था विवाद
गौरतलब है कि 26 जनवरी को कुछ लोग जिन्ना टावर पर चढ़ गए थे और जबरन तिरंगा फहराने की कोशिश रही थी। उस दौरान कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया था। इस संबंध में भाजपा की आंध्र प्रदेश इकाई ने पिछले साल दिसंबर में गुंटूर नगर निगम आयुक्त चल्ला अनुराधा को एक ज्ञापन सौंपा था। इसमें उन्होंने जिन्ना टावर का नाम बदलने और उसका नाम पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम रखने के लिए अनुरोध किया था।