न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: अभिषेक दीक्षित
Updated Mon, 11 Apr 2022 02:25 AM IST
सार
विदेश मंत्रालय के मुताबिक, दोनों नेताओं की वर्चुअल बातचीत चौथी भारत-अमेरिका 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता से पहले होगी। इस टू प्लस टू मीटिंग का नेतृत्व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस जयशंकर और उनके अमेरिकी समकक्ष रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन करेंगे।
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विस्तार
विदेश मंत्रालय के मुताबिक, नेताओं की वर्चुअल बातचीत चौथी भारत-अमेरिका 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता से पहले होगी। इस टू प्लस टू मीटिंग का नेतृत्व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस जयशंकर और उनके अमेरिकी समकक्ष रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन करेंगे।
इस बीच व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने बयान जारी कर बताया कि बाइडन भारत और अमेरिका की सरकारों, अर्थव्यवस्थाओं और हमारे लोगों के बीच संबंधों को और गहरा करने के लिए सोमवार को भारत के प्रधानमंत्री मोदी के साथ वर्चुअल मुलाकात करेंगे। इस दौरान दोनों नेता कई मुद्दों पर सहयोग के लिए चर्चा करेंगे। इसमें कोरोना से मुकाबला करना, जलवायु संकट का मुकाबला करना, वैश्विक अर्थव्यवस्था को मजबूत करना और इंडो-पैसिफिक में सुरक्षा जैसे अहम मुद्दे शामिल हैं।
अमेरिका पहुंचे राजनाथ सिंह और जयशंकर
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर पांच दिवसीय अमेरिका दौरे पर रविवार को वाशिंगटन डीसी पहुंच गए हैं। वह सोमवार को भारत-अमेरिका 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता में शामिल होंगे। अपनी यात्रा के दौरान वह अमेरिकी नेताओं के साथ दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और प्रगाढ़ करने के तौर-तरीकों पर बात करेंगे।
रक्षामंत्री ने शनिवार को रवाना होने से पहले ट्वीट किया था कि वह 10 से 15 अप्रैल तक अमेरिका दौरे के लिए नई दिल्ली से रवाना हो रहे हैं। वह वाशिंगटन डीसी में चौथे भारत-अमेरिका 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता में शामिल होंगे। साथ ही वह अपनी यात्रा के दौरान हवाई में इंडोपैकॉम मुख्यालय भी जाएंगे। अमेरिकी रक्षामंत्री लॉयड ऑस्टिन 11 अप्रैल को पेंटागन में ऑनर कार्डन सेरेमनी में उनका स्वागत करेंगे।
कोरोना कहीं गया नहीं, बदल रहा स्वरूप और फिर उभर सकता है: मोदी
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि कोरोना वायरस कहीं गया नहीं है और बार-बार स्वरूप बदल रहा है। उन्होंने लोगों को आगाह किया कि कोरोना महामारी के खिलाफ संघर्ष में अपने सुरक्षा उपायों को भूले नहीं क्योंकि किसी को नहीं पता कि ‘बहुरूपिया’ कोविड-19 कब उभर आए।
उन्होंने कहा कि कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए वैक्सीन की करीब 185 करोड़ डोज लोगों को लगाई जा चुकी है। इससे दुनिया अचंभित है पर यह सब जनता की मदद से संभव हुआ है। गुजरात के जूनागढ़ में एक कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये उन्होंने कहा कि कोरोना बहुत बड़ा संकट था और अब भी हम नहीं कह रहे हैं कि संकट खत्म हो चुका है। इसने थोड़ा से ठहराव लिया है लेकिन हमें नहीं पता कि कब यह उभर आएगा। यह ‘बहुरूपिया’ बीमारी है।