स्पोर्ट्स डेस्क, अमर उजाला, गुवाहाटी
Published by: मुकेश कुमार झा
Updated Wed, 01 Sep 2021 09:28 PM IST
असम कैबिनेट ने मुक्केबाज जमुना बोरो और तीरंदाज संजय बोरो को टैक्स इंस्पेक्टर नियुक्त करने का फैसला किया है। इन दोनों को अर्जुन अवार्डी भोगेश्वर बरुआ के जन्मदिन (तीन सितंबर) पर नियुक्ति पत्र दिए जाएंगे। बता दें कि असम में 1984 से ही बरुआ के जन्म दिवस तीन सितंबर को खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को गुवाहाटी में एक सामूहिक दौड़ और विभिन्न खेलों का आयोजन किया जाता है।
असम की मुक्केबाज जमुना बोरो जब 10 साल की थी तभी उनके पिता का देहांत हो गया था। तब से उनकी मां ने तीन भाई-बहनों को सब्जी बेचकर पाला। साल 2009 में उगलगुरी में हुए स्टेट वुशु चैंपियनशिप के दौरान साई के कोच की नजर उनपर पड़ी और राज्य बॉक्सिंग कैंप के लिए उनका चयन हो गया। इसके बाद वह असम राइफल में शामिल हुई और बॉक्सिंग जारी रखी। साल 2017 इंडोनेशिया के लाबुआन में हुए प्रेसीडेंट्स कप में गोल्ड मेडल जीतकर वह पहली बार सुर्खियों में आई थीं। वहीं, अब जमुना टैक्स इंस्पेक्टर बनेंगी।
असम कैबिनेट ने मुक्केबाज जमुना बोरो और तीरंदाज संजय बोरो को टैक्स इंस्पेक्टर नियुक्त करने का फैसला किया है। इन दोनों को अर्जुन अवार्डी भोगेश्वर बरुआ के जन्मदिन (तीन सितंबर) पर नियुक्ति पत्र दिए जाएंगे। बता दें कि असम में 1984 से ही बरुआ के जन्म दिवस तीन सितंबर को खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को गुवाहाटी में एक सामूहिक दौड़ और विभिन्न खेलों का आयोजन किया जाता है।
असम की मुक्केबाज जमुना बोरो जब 10 साल की थी तभी उनके पिता का देहांत हो गया था। तब से उनकी मां ने तीन भाई-बहनों को सब्जी बेचकर पाला। साल 2009 में उगलगुरी में हुए स्टेट वुशु चैंपियनशिप के दौरान साई के कोच की नजर उनपर पड़ी और राज्य बॉक्सिंग कैंप के लिए उनका चयन हो गया। इसके बाद वह असम राइफल में शामिल हुई और बॉक्सिंग जारी रखी। साल 2017 इंडोनेशिया के लाबुआन में हुए प्रेसीडेंट्स कप में गोल्ड मेडल जीतकर वह पहली बार सुर्खियों में आई थीं। वहीं, अब जमुना टैक्स इंस्पेक्टर बनेंगी।
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