videsh

अमेरिका: भारत के लिए नामित दूत ने कहा- देश कठिन पड़ोसियों के बीच, बढ़ता रक्षा व्यापार संबंधों की बड़ी सफलता 

एजेंसी, वॉशिंगटन
Published by: देव कश्यप
Updated Thu, 16 Dec 2021 12:35 AM IST

सार

भारत के लिए अमेरिका के राजदूत पद पर अपने नाम की पुष्टि संबंधी सुनवाई के दौरान गारसेटी ने सांसदों से कहा, यदि मेरे नाम पर मुहर लग जाती है तो मैं इसकी सीमाओं एवं संप्रभुता की रक्षा करने तथा हमलों को रोकने की भारत की क्षमता को मजबूत करने संबंधी अमेरिकी कोशिशों को और आगे बढ़ाऊंगा।

एरिक माइकल गारसेटी (फाइल फोटो)
– फोटो : ANI

ख़बर सुनें

भारत में अमेरिका के अगले राजदूत के लिए राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा नामित लॉस एंजिलिस के मेयर एरिक माइकल गारसेटी ने कहा है कि भारत ‘कठिन पड़ोसियों’ के बीच स्थित है और वे भारत की क्षमता को मजबूत करने के अमेरिकी प्रयासों को और आगे बढ़ाएंगे। उन्होंने भारत-अमेरिका में बढ़ते रक्षा कारोबार को द्विपक्षीय रिश्तों की बड़ी सफलता की कहानियों में से एक बताया।

भारत के लिए अमेरिका के राजदूत पद पर अपने नाम की पुष्टि संबंधी सुनवाई के दौरान गारसेटी ने सांसदों से कहा, यदि मेरे नाम पर मुहर लग जाती है तो मैं इसकी सीमाओं एवं संप्रभुता की रक्षा करने तथा हमलों को रोकने की भारत की क्षमता को मजबूत करने संबंधी अमेरिकी कोशिशों को और आगे बढ़ाऊंगा। 50 वर्षीय गारसेटी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के बेहद विश्वासपात्र हैं।

लॉस एंजिलिस के महापौर ने कहा कि अगर उनके नाम की पुष्टि की जाती है, तो वह अमेरिका की अपनी हथियार प्रणालियों के लिए खतरा बन रहे भारत की हथियार प्रणाली के लगातार विविधीकरण की वकालत करेंगे। उन्होंने कहा, यदि यह विविधीकरण नहीं होता है तो हमें अपने डाटा और हमारी प्रणाली की रक्षा करनी होगी। उन्होंने कहा, वे भारत-अमेरिका प्रमुख रक्षा साझेदारी को बढ़ाने की दिशा में काम करेंगे। 

काटसा कानून में छूट का भी प्रावधान
अपने नाम की पुष्टि को लेकर हुई सुनवाई के दौरान एरिक गारसेटी ने भारत पर रूस से एस-400 मिसाइल प्रणाली की खेप मिलना शुरू होने के एवज में अमेरिकी काटसा कानून के तहत कार्रवाई को लेकर भी बात की। उन्होंने काटसा कानून का समर्थन करते हुए कहा, मैं प्रतिबंधों या छूट के बारे में मंत्री के निर्णय को लेकर पूर्वाग्रह नहीं करना चाहता। मैं अध्यक्ष, रैंकिंग सदस्य और सभी (सीनेट विदेश संबंध समिति के) सदस्यों को बताना चाहता हूं कि मैं देश के कानून का पूरी तरह से समर्थन करता हूं, यहां कानून के रूप में काटसा को लागू करना और इसमें एक हिस्सा छूट का प्रावधान भी है।

मानवाधिकारों का सम्मान भारत-अमेरिकी रिश्तों की अहम कुंजी
भारत में मानवाधिकारों से संबंधित सवालों के जवाब में गारसेटी ने सांसदों को आश्वासन दिया कि वह निजी तौर से इस मुद्दे पर भारत में विभिन्न हितधारकों से बात करेंगे। उन्होंने कहा, दोनों देशों के बीच आपसी रिश्तों के लिए मानवाधिकार का सम्मान एक महत्वपूर्ण कुंजी रही है। इसमें कोई संदेह नहीं कि भारत-अमेरिकी रिश्ते लोकतंत्र, मानवाधिकारों और नागरिक समाज के प्रति हमारी साझा प्रतिबद्धता पर आधारित होना चाहिए। मेरे नाम की पुष्टि होने पर मैं इन मुद्दों को सक्रियाता के साथ विनम्रतापूर्वक उठाऊंगा। 

सीनेटर रॉबर्ट मेनेंडेज ने पाक पर लगाए आरोप
शीर्ष अमेरिकी सीनेटर रॉबर्ट मेनेंडेज ने पाकिस्तान पर तालिबान को सुरक्षित पनाहगाह मुहैया कराने का आरोप लगाया और कहा कि अफगानिस्तान में मिशन की असफलता का कारण इस्लामाबाद ही है। मेनेंडेज ने कहा, तालिबान ने अमेरिकी सैनिकों की हत्या की जिसे इस्लामाबाद की ओर से सुरक्षित पनाह मुहैया कराया जाता है। हमें आगे बढ़ने के लिए पाकिस्तानी सरकार के साथ गंभीर बातचीत करने की जरूरत है। उन्होंने डोनाल्ड आर्मिन ब्लोम का पाकिस्तान में अमेरिकी राजदूत के रूप में स्वागत करते हुए कहा कि हम अमेरिका-पाकिस्तान द्विपक्षीय संबंधों में इस विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण क्षण में आपके नामांकन का स्वागत करते हैं।

विस्तार

भारत में अमेरिका के अगले राजदूत के लिए राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा नामित लॉस एंजिलिस के मेयर एरिक माइकल गारसेटी ने कहा है कि भारत ‘कठिन पड़ोसियों’ के बीच स्थित है और वे भारत की क्षमता को मजबूत करने के अमेरिकी प्रयासों को और आगे बढ़ाएंगे। उन्होंने भारत-अमेरिका में बढ़ते रक्षा कारोबार को द्विपक्षीय रिश्तों की बड़ी सफलता की कहानियों में से एक बताया।

भारत के लिए अमेरिका के राजदूत पद पर अपने नाम की पुष्टि संबंधी सुनवाई के दौरान गारसेटी ने सांसदों से कहा, यदि मेरे नाम पर मुहर लग जाती है तो मैं इसकी सीमाओं एवं संप्रभुता की रक्षा करने तथा हमलों को रोकने की भारत की क्षमता को मजबूत करने संबंधी अमेरिकी कोशिशों को और आगे बढ़ाऊंगा। 50 वर्षीय गारसेटी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के बेहद विश्वासपात्र हैं।

लॉस एंजिलिस के महापौर ने कहा कि अगर उनके नाम की पुष्टि की जाती है, तो वह अमेरिका की अपनी हथियार प्रणालियों के लिए खतरा बन रहे भारत की हथियार प्रणाली के लगातार विविधीकरण की वकालत करेंगे। उन्होंने कहा, यदि यह विविधीकरण नहीं होता है तो हमें अपने डाटा और हमारी प्रणाली की रक्षा करनी होगी। उन्होंने कहा, वे भारत-अमेरिका प्रमुख रक्षा साझेदारी को बढ़ाने की दिशा में काम करेंगे। 

काटसा कानून में छूट का भी प्रावधान

अपने नाम की पुष्टि को लेकर हुई सुनवाई के दौरान एरिक गारसेटी ने भारत पर रूस से एस-400 मिसाइल प्रणाली की खेप मिलना शुरू होने के एवज में अमेरिकी काटसा कानून के तहत कार्रवाई को लेकर भी बात की। उन्होंने काटसा कानून का समर्थन करते हुए कहा, मैं प्रतिबंधों या छूट के बारे में मंत्री के निर्णय को लेकर पूर्वाग्रह नहीं करना चाहता। मैं अध्यक्ष, रैंकिंग सदस्य और सभी (सीनेट विदेश संबंध समिति के) सदस्यों को बताना चाहता हूं कि मैं देश के कानून का पूरी तरह से समर्थन करता हूं, यहां कानून के रूप में काटसा को लागू करना और इसमें एक हिस्सा छूट का प्रावधान भी है।

मानवाधिकारों का सम्मान भारत-अमेरिकी रिश्तों की अहम कुंजी

भारत में मानवाधिकारों से संबंधित सवालों के जवाब में गारसेटी ने सांसदों को आश्वासन दिया कि वह निजी तौर से इस मुद्दे पर भारत में विभिन्न हितधारकों से बात करेंगे। उन्होंने कहा, दोनों देशों के बीच आपसी रिश्तों के लिए मानवाधिकार का सम्मान एक महत्वपूर्ण कुंजी रही है। इसमें कोई संदेह नहीं कि भारत-अमेरिकी रिश्ते लोकतंत्र, मानवाधिकारों और नागरिक समाज के प्रति हमारी साझा प्रतिबद्धता पर आधारित होना चाहिए। मेरे नाम की पुष्टि होने पर मैं इन मुद्दों को सक्रियाता के साथ विनम्रतापूर्वक उठाऊंगा। 

सीनेटर रॉबर्ट मेनेंडेज ने पाक पर लगाए आरोप

शीर्ष अमेरिकी सीनेटर रॉबर्ट मेनेंडेज ने पाकिस्तान पर तालिबान को सुरक्षित पनाहगाह मुहैया कराने का आरोप लगाया और कहा कि अफगानिस्तान में मिशन की असफलता का कारण इस्लामाबाद ही है। मेनेंडेज ने कहा, तालिबान ने अमेरिकी सैनिकों की हत्या की जिसे इस्लामाबाद की ओर से सुरक्षित पनाह मुहैया कराया जाता है। हमें आगे बढ़ने के लिए पाकिस्तानी सरकार के साथ गंभीर बातचीत करने की जरूरत है। उन्होंने डोनाल्ड आर्मिन ब्लोम का पाकिस्तान में अमेरिकी राजदूत के रूप में स्वागत करते हुए कहा कि हम अमेरिका-पाकिस्तान द्विपक्षीय संबंधों में इस विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण क्षण में आपके नामांकन का स्वागत करते हैं।

Source link

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Most Popular

To Top
%d bloggers like this: