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अमेरिका: कंजरवेटिव समूह मजबूत करते जा रहे हैं अपना इको-चैंबर, बनाया ‘फ्रीडम फोन’ और क्रिप्टोकरेंसी

सार

मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि कंजरवेटिव समूह जिस तेजी से अपना मीडिया इको-सिस्टम मजबूत कर रहे हैं, वह बिना कॉरपोरेट और अरबपति कारोबारियों की मदद के संभव नहीं है। इसलिए अनुमान लगाया गया है कि कंजरवेटिव समूहों की इस कोशिश को कई धनी-मानी घरानों का समर्थन मिल रहा है…

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अमेरिका में कंजरवेटिव गुट लगातार अपने एप, फोन, क्रिप्टोकरेंसी, और प्रकाशन घराने बना रहे हैं। उनका मकसद खुद को उदारवादी मीडिया इको-सिस्टम से प्रभाव से बचाए रखना है। अमेरिका में उदारवादी और कंजरवेटिव समूहों के बीच ध्रुवीकरण पिछले कई वर्षों से तीखा हो रहा है। इस साल पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता से हटने के बाद ये प्रक्रिया और तेज हो गई है।

मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि कंजरवेटिव समूह जिस तेजी से अपना मीडिया इको-सिस्टम मजबूत कर रहे हैं, वह बिना कॉरपोरेट और अरबपति कारोबारियों की मदद के संभव नहीं है। इसलिए अनुमान लगाया गया है कि कंजरवेटिव समूहों की इस कोशिश को कई धनी-मानी घरानों का समर्थन मिल रहा है।

बनाया यूट्यूब का विकल्प

वेबसाइट एक्सियोस.कॉम की एक रिपोर्ट में उन नए सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म्स की सूची छापी गई है, जो कंजरवेटिव समूहों ने बनाए हैं। इनमें एक रंबल है, जिसे यूट्यूब के विकल्प के रूप में तैयार किया गया है। बताया जाता है कि रंबल का बाजार मूल्य 1.2 अरब डॉलर तक पहुंच चुका है।

रंबल की संचालक एक स्पेशल पर्पस एक्वीजिशन कंपनी (स्पैक) है। इसे धन देने वालों में वित्तीय सेवा कंपनी कैंटॉर फिट्जरैल्ड शामिल है। इस कंपनी के मालिक हॉवर्ड लुटनिक हैं, जो डोनाल्ड ट्रंप के लिए चंदा जुटाने में अहम भूमिका निभाते रहे हैं। लुटिनिक ने एक बयान में कहा था- ‘रंबल की सहायता करके मैं रोमांचित हूं। यह एक तटस्थ वीडियो प्लैटफॉर्म होगा।’

उधर ट्रंप की सोशल मीडिया कंपनी- ट्रूथ सोशल भी स्पैक के जरिए शेयर मार्केट में खुद को रजिस्टर कराने की कोशिश में है। पिछले शनिवार को ट्रूथ सोशल ने बताया कि उसने चंदे के जरिए एक अरब डॉलर की रकम जुटा ली है।

धन देने वालों में चीनी अरबपति भी

इसके अलावा एक और प्लैटफॉर्म गेटर (Gettr) है, जिसे ट्रंप के पूर्व सहयोगी जेसॉन मिलर ने लॉन्च किया है। इस सोशल मीडिया कंपनी के लिए धन किसने दिया है, इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नही दी गई है। लेकिन मिलर ने यह स्वीकार किया है कि इसे धन देने वालों में चीनी अरबपति गुओ वेनगुई शामिल हैं।

वेबसाइट एक्सियोस के मुताबिक कंजरवेटिव समूह सोशल मीडिया नेटवर्क लॉन्च करने के साथ-साथ अपने टेक उपकरण और संचार मंच भी तैयार कर रहे हैं। ट्रंप के समर्थकों ने हाल ही में एक पुस्तक प्रकाशन कंपनी लॉन्च की, जिसका नाम विनिंग टीम पब्लिशिंग रखा गया है। ये कंपनी सबसे पहले ट्रंप की किताब प्रकाशित करने वाली है।

ट्रंप की सोशल मीडिया कंपनी की ऑनलाइन होस्टिंग राइटफॉर्ज नाम की एक कंपनी करेगी। यह इंटरनेट इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी है, जो कंजरवेटिव विचारों का समर्थन करती है। विश्लेषकों का कहना है कि कंजरवेटिव वेब हॉस्टिंग सेवा पर रहने की वजह से ट्रंप के सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म को वैसी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा, जैसा पार्लर को करना पड़ा। इस साल कैपिटॉल हिल (अमेरिकी संसद भवन) पर हमले के बाद अमेजन कंपनी ने इसकी वेब सेवाएं रोक दी थीं।

इस बीच कंजरवेटिव गुटों ने मैगकॉइन नाम से अपनी क्रिप्टोकरेंसी भी शुरू की है। उधर एक युवा बिटकॉइन उद्यमी ने कंजरवेटिव समूहों के लिए एक खास फोन विकसित किया है, जिसे ‘फ्रीडम फोन’ नाम दिया गया है।

विस्तार

अमेरिका में कंजरवेटिव गुट लगातार अपने एप, फोन, क्रिप्टोकरेंसी, और प्रकाशन घराने बना रहे हैं। उनका मकसद खुद को उदारवादी मीडिया इको-सिस्टम से प्रभाव से बचाए रखना है। अमेरिका में उदारवादी और कंजरवेटिव समूहों के बीच ध्रुवीकरण पिछले कई वर्षों से तीखा हो रहा है। इस साल पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता से हटने के बाद ये प्रक्रिया और तेज हो गई है।

मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि कंजरवेटिव समूह जिस तेजी से अपना मीडिया इको-सिस्टम मजबूत कर रहे हैं, वह बिना कॉरपोरेट और अरबपति कारोबारियों की मदद के संभव नहीं है। इसलिए अनुमान लगाया गया है कि कंजरवेटिव समूहों की इस कोशिश को कई धनी-मानी घरानों का समर्थन मिल रहा है।

बनाया यूट्यूब का विकल्प

वेबसाइट एक्सियोस.कॉम की एक रिपोर्ट में उन नए सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म्स की सूची छापी गई है, जो कंजरवेटिव समूहों ने बनाए हैं। इनमें एक रंबल है, जिसे यूट्यूब के विकल्प के रूप में तैयार किया गया है। बताया जाता है कि रंबल का बाजार मूल्य 1.2 अरब डॉलर तक पहुंच चुका है।

रंबल की संचालक एक स्पेशल पर्पस एक्वीजिशन कंपनी (स्पैक) है। इसे धन देने वालों में वित्तीय सेवा कंपनी कैंटॉर फिट्जरैल्ड शामिल है। इस कंपनी के मालिक हॉवर्ड लुटनिक हैं, जो डोनाल्ड ट्रंप के लिए चंदा जुटाने में अहम भूमिका निभाते रहे हैं। लुटिनिक ने एक बयान में कहा था- ‘रंबल की सहायता करके मैं रोमांचित हूं। यह एक तटस्थ वीडियो प्लैटफॉर्म होगा।’

उधर ट्रंप की सोशल मीडिया कंपनी- ट्रूथ सोशल भी स्पैक के जरिए शेयर मार्केट में खुद को रजिस्टर कराने की कोशिश में है। पिछले शनिवार को ट्रूथ सोशल ने बताया कि उसने चंदे के जरिए एक अरब डॉलर की रकम जुटा ली है।

धन देने वालों में चीनी अरबपति भी

इसके अलावा एक और प्लैटफॉर्म गेटर (Gettr) है, जिसे ट्रंप के पूर्व सहयोगी जेसॉन मिलर ने लॉन्च किया है। इस सोशल मीडिया कंपनी के लिए धन किसने दिया है, इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नही दी गई है। लेकिन मिलर ने यह स्वीकार किया है कि इसे धन देने वालों में चीनी अरबपति गुओ वेनगुई शामिल हैं।

वेबसाइट एक्सियोस के मुताबिक कंजरवेटिव समूह सोशल मीडिया नेटवर्क लॉन्च करने के साथ-साथ अपने टेक उपकरण और संचार मंच भी तैयार कर रहे हैं। ट्रंप के समर्थकों ने हाल ही में एक पुस्तक प्रकाशन कंपनी लॉन्च की, जिसका नाम विनिंग टीम पब्लिशिंग रखा गया है। ये कंपनी सबसे पहले ट्रंप की किताब प्रकाशित करने वाली है।

ट्रंप की सोशल मीडिया कंपनी की ऑनलाइन होस्टिंग राइटफॉर्ज नाम की एक कंपनी करेगी। यह इंटरनेट इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी है, जो कंजरवेटिव विचारों का समर्थन करती है। विश्लेषकों का कहना है कि कंजरवेटिव वेब हॉस्टिंग सेवा पर रहने की वजह से ट्रंप के सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म को वैसी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा, जैसा पार्लर को करना पड़ा। इस साल कैपिटॉल हिल (अमेरिकी संसद भवन) पर हमले के बाद अमेजन कंपनी ने इसकी वेब सेवाएं रोक दी थीं।

इस बीच कंजरवेटिव गुटों ने मैगकॉइन नाम से अपनी क्रिप्टोकरेंसी भी शुरू की है। उधर एक युवा बिटकॉइन उद्यमी ने कंजरवेटिव समूहों के लिए एक खास फोन विकसित किया है, जिसे ‘फ्रीडम फोन’ नाम दिया गया है।

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