सार
यूक्रेन की रक्षा खुफिया एजेंसी डीआईयू ने ट्वीट करके रूस पर निशाना साधा है। डीआईयू ने ट्वीट किया कि यूक्रेन के अस्थायी रूप से कब्जे वाले क्षेत्रों में अपने सैनिकों के माध्यम से रूस बुनियादी सुविधाओं और ढांचों को नुकसान पहुंचाकर स्थिति को अस्थिर करना चाहता है और इस तरह की घटनाओं को वह यूक्रेन पर आतंकवादी जैसे गतिविधियों के आरोप लगाने के लिए आधार बनाना चाहता है।
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विस्तार
यूक्रेन ने ट्वीट कर साधा निशाना
यूक्रेन की रक्षा खुफिया एजेंसी डीआईयू ने ट्वीट करके रूस पर निशाना साधा है। डीआईयू ने ट्वीट किया कि यूक्रेन के अस्थायी रूप से कब्जे वाले क्षेत्रों में अपने सैनिकों के माध्यम से रूस बुनियादी सुविधाओं और ढांचों को नुकसान पहुंचाकर स्थिति को अस्थिर करना चाहता है और इस तरह की घटनाओं को वह यूक्रेन पर आतंकवादी जैसे गतिविधियों के आरोप लगाने के लिए आधार बनाना चाहता है।
इसके साथ ही यूक्रेन की खुफिया एजेंसी ने अपने नागरिकों को सचेत करते हुए कहा कि अपने घरों से न निकलें और जहां तक हो सकते सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने से बचें। एजेंसी ने आतंकी कृत्य जैसी उकसावे वाली किसी भी घटना के किसी भी समय घटने की आशंका जताई है।
अमेरिका ने भी दी थी चेतावनी
इससे पहले बुधवार को व्हाइट हाउस ने चेतावनी दी थी कि रूस किसी भी समय एक मनगढ़ंत बहाने या झूठे ऑपरेशन का हवाला देकर यूक्रेन पर आक्रमण कर सकता है। इस मामले पर व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा कि हम रूस यूक्रेन की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं, हमला किसी भी समय हो सकता है और रूस हमला मनगढ़ंत बहाने से कर सकता है।
जेन साकी की टिप्पणी एक दिन बाद आई जब रूसी रक्षा अधिकारियों ने बताया था कि कुछ सैन्य इकाइयां यूक्रेन की सीमा के पास अपनी स्थिति को छोड़ रही हैं। लेकिन अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा था कि वाशिंगटन को रूसी सैनिकों की कोई सार्थक वापसी नहीं दिख रही है।
बता दें कि यूक्रेन की सीमा पर भारी संख्या में रूसी सैनिक जमा हैं। इससे पहले शुक्रवार को ब्लिंकन ने कहा कि रूस कह रहा है वह सीमा पर से अपने सैनिकों को वापस बुला रहा है। लेकिन इसके विपरीत सीमा पर अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात हैं।
आक्रमण का खतरा बहुत अधिक
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने गुरुवार को कहा था कि रूसी आक्रमण का खतरा “बहुत अधिक” है क्योंकि उन्होंने अपने किसी भी सैनिक को वापस नहीं बुलाया है। बाइडन ने कहा कि हमारे पास यह मानने का कारण है कि वे यूक्रेन पर हमला करने का बहाना बनाने के लिए एक झूठे ऑपरेशन में लगे हुए हैं।
वाशिंगटन ने अनुमान लगाया है कि रविवार तक चलने वाले संयुक्त अभ्यास के हिस्से के रूप में करीब 30,000 रूसी सैनिकों को पड़ोसी बेलारूस में तैनात किया गया है। हालांकि रूस ने किसी भी योजना से इनकार किया है और यूक्रेन पर देश के पूर्व में संघर्ष विराम समझौते का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है।