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Mantra Jaap: शनिदेव को करना चाहते हैं प्रसन्न तो करें काली तुलसी की माला से इन मंत्रों का जाप

Mantra Jaap: शनिदेव को करना चाहते हैं प्रसन्न तो करें काली तुलसी की माला से इन मंत्रों का जाप

ज्योतिष डेस्क, अमरउजाला, नई दिल्ली
Published by: श्वेता सिंह
Updated Sat, 22 Jan 2022 03:54 PM IST

सार

Mantra Jaap: ज्योतिष शास्त्र में शनिदेव को प्रसन्न करने के कई उपाय बताए गए हैं। मंत्र जाप भी इनमें से एक है। शनिदेव के मंत्रों का जाप विधि-विधान से किया जाए तो परेशानियां कुछ कम हो सकती हैं। 

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Mantra Jaap: शनि को ज्योतिष शास्त्र में एक प्रभावशाली ग्रह माना गया है।  नव ग्रहों में शनि को न्यायाधीश बताया गया है।  इसके साथ ही शनि को कर्मफलदाता भी कहा जाता है। मान्यता है कि शनि ग्रह व्यक्ति को उसके अच्छे बुरे कामों का फल प्रदान करते हैं।  शनि की जब साढ़े साती और ढैय्या आरंभ होती है तो शनि देव व्यक्ति के जीवन में काफी उथल-पुथल लाते हैं।  ज्योतिष शास्त्र में शनिदेव को प्रसन्न करने के कई उपाय बताए गए हैं। मंत्र जाप भी इनमें से एक है। शनिदेव के मंत्रों का जाप विधि-विधान से किया जाए तो परेशानियां कुछ कम हो सकती हैं। आइए जानते हैं क्या हैं वो मंत्र जाप और इनका जाप कैसे किया जाना चाहिए।

शनि देव को करें इन मंत्रों से प्रसन्न 

सामान्य मंत्र
ॐ शं शनैश्चराय नमः।

शनि गायत्री मंत्र
ऊँ भगभवाय विद्महैं मृत्युरुपाय धीमहि तन्नो शनिः प्रचोद्यात्

शनि का पौराणिक मंत्र
ऊँ ह्रिं नीलांजनसमाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम। छाया मार्तण्डसम्भूतं तं नमामि शनैश्चरम्।।

शनि का वैदिक मंत्र
ऊँ शन्नोदेवीर- भिष्टयऽआपो भवन्तु पीतये शंय्योरभिस्त्रवन्तुनः।

तांत्रिक शनि मंत्र 
ऊँ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः।

शनि बीज मंत्र
ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः।

ऐसे करें मंत्र जाप

  • शनिवार की शाम को स्नान आदि करें। 
  • इसके उपरांत घर के किसी साफ स्थान पर शनिदेव की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।
  • इसके उपरांत शनिदेव को नीले फूल, काला कपड़ा, काली उड़द और काले तिल अर्पित करें। 
  • भोग स्वरूप मीठी पूरी का भोग लगाएं। 
  • इसके बाद काली तुलसी की माला से ॐ शं शनैश्चराय नम: मंत्र का जाप 108 बार करें।

काली तुलसी की माला
काली तुलसी की माला के जाप से शनिदेव प्रसन्न होते हैं और आपकी परेशानियों को दूर करते हैं। काली तुलसी की माला से जाप करने से और उसे धारण करने से मन में शांति का अनुभव होता है और समस्या का समाधान स्वयं ही नजर आता है।

विस्तार

Mantra Jaap: शनि को ज्योतिष शास्त्र में एक प्रभावशाली ग्रह माना गया है।  नव ग्रहों में शनि को न्यायाधीश बताया गया है।  इसके साथ ही शनि को कर्मफलदाता भी कहा जाता है। मान्यता है कि शनि ग्रह व्यक्ति को उसके अच्छे बुरे कामों का फल प्रदान करते हैं।  शनि की जब साढ़े साती और ढैय्या आरंभ होती है तो शनि देव व्यक्ति के जीवन में काफी उथल-पुथल लाते हैं।  ज्योतिष शास्त्र में शनिदेव को प्रसन्न करने के कई उपाय बताए गए हैं। मंत्र जाप भी इनमें से एक है। शनिदेव के मंत्रों का जाप विधि-विधान से किया जाए तो परेशानियां कुछ कम हो सकती हैं। आइए जानते हैं क्या हैं वो मंत्र जाप और इनका जाप कैसे किया जाना चाहिए।

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