Lal Kitab Upay: किसी भी व्यक्ति की कुंडली बारह भावों में स्थित नवग्रह कभी मजबूत होकर शुभ स्थिति या फल प्रदान करते हैं और यदि यही नवग्रह यदि कमजोर स्थिति में हुए टओ यह काफी कष्ट देने वाले होते हैं। ग्रहों के अशुभ प्रभाव के चलते अक्सर मनुष्य बहुत सारी समस्याओं से घिरे जाते हैं। हालांकि ऐसा संभव नहीं है कि सभी ग्रह आपकी कुंडली के अनुरूप अनुकूल बने रहें। इसलिए यदि कभी आपकी कुंडली में कोई भी ग्रह यदि अशुभ फल देने लगता है तो इसके लिए ज्योतिष शास्त्र में बहुत से उपाय बताए गए हैं। लाल किताब में ग्रहों से संबंधित बहुत ही अचूक उपायों का वर्णन मिलता है। जिनको करने से ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव को कम किया जा सकता है। यदि आपकी कुंडली में चंद्र ग्रह अशुभ या नकारात्मक रूप से विराजमान हैं, तो लाल किताब में उल्लिखित इन उपायों को करने से आप चंद्र ग्रह के दुष्प्रभाव में कमी ला सकते हैं। आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में।
चंद्रमा को दें अर्घ्य
लाल किताब के अनुसार यदि किसी जातक की कुंडली में चंद्रमा कमजोर स्थिति में है तो इसको मजबूत बनाने के लिए चांदी के लोटे में गंगाजल, दूध, चावल और शक्कर मिश्रित जल से चंद्रमा को अर्घ्य दें। इसके साथ ही प्रत्येक पूर्णिमा पर व्रत करके चंद्रमा का पूजन करना चाहिए।
इन मंत्रों का करें जाप
चंद्रमा की स्थिति को मजबूत करने के लिए और चंद्रमा के दुष्प्रभाव चंद्रमा के मंत्रों का जाप करना चाहिए। चंद्रमा के मंत्र इस प्रकार हैं।
- ॐ सों सोमाय नम:।
- ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: चन्द्रमसे नम:
- ॐ श्रीं श्रीं चन्द्रमसे नम:
इन चीजों के दान से चंद्रमा का दुष्प्रभाव होगा कम
चंद्रमा को मजबूत करने के लिए चावल की खीर बनाकर जरूरमंदो को दान करें। यदि कुंडली में चंद्रमा कमजोर है सोमवार को मीठा दूध नहीं पीना चाहिए।
मां के चरण स्पर्श करें
लाल किताब मुताबिक सुबह उठकर नियमित रूप से मां के चरण स्पर्श करने, उनकी सेवा करने और उन्हें प्रसन्न रखने से चंद्रमा की स्थिति मजबूत होती है।