टेक डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: प्रदीप पाण्डेय
Updated Tue, 31 Aug 2021 10:07 AM IST
सार
यूटा और 36 अन्य अमेरिकी राज्यों और जिलों के लिए अटॉर्नी जनरल ने एप स्टोर पर अविश्वास उल्लंघन (एंट्रीट्रस्ट वॉयलेशन) को लेकर Google पर मुकदमा दायर किया था जिसके बाद गूगल ने अपने प्ले-स्टोर से होने वाली कमाई सार्वजनिक की है।
ख़बर सुनें
विस्तार
यूटा और 36 अन्य अमेरिकी राज्यों और जिलों के लिए अटॉर्नी जनरल ने एप स्टोर पर अविश्वास उल्लंघन (एंट्रीट्रस्ट वॉयलेशन) को लेकर Google पर मुकदमा दायर किया था जिसके बाद गूगल ने अपने प्ले-स्टोर से होने वाली कमाई सार्वजनिक की है। इसमें एप खरीदारी और स्टोर विज्ञापन की कमाई सामिल है।
गूगल को 2022 के अंत तक एक और जांच का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि कई कंपनियों का आरोप है कि गूगल एप स्टोर पर एप की बिक्री में अपने अधिकारों का दुरुपयोग करता है। सीधे शब्दों में कहें तो गूगल पर एप स्टोर को लेकर एकाधिकार का आरोप है।
प्ले-स्टोर से कैसे होती है गूगल की कमाई?
आमतौर पर हम किसी फ्री एप को डाउनलोड करते वक्त उसकी कमाई के बारे में नहीं सोचते हैं, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि सबसे ज्यादा कमाई फ्री वाले एप से ही होती है। गूगल प्ले-स्टोर से करीब 98 फीसदी डाउनलोड होने वाले एप फ्री होते हैं। प्ले-स्टोर पर सबसे ज्यादा कमाई करने वाले टॉप-10 एप में से टॉप-8 गेमिंग एप हैं।
आपको बता दें कि गूगल प्ले-स्टोर पर एप को लिस्ट करने भी पैसे देने पड़ते हैं। डेवलपर्स को प्ले-स्टोर पर ऑपरेशन कॉस्ट के तौर पर 25 डॉलर यानी करीब 1,830 रुपये देने होते हैं। इसके अलावा कुछ एप पेड होते हैं यानी उन्हें डाउनलोड करने के लिए आपको पैसे देने होंगे। इसके अलावा ई-बुक्स भी पेड होते हैं जिन्हें गूगल प्ले-स्टोर से डाउनलोड किया जाता है। कई कंपनियां अपने एप को प्रमोट करने के लिए पैसे भी देती हैं जिससे गूगल की कमाई होती है। गूगल प्ले-स्टोर पर मूवी देखने के लिए भी पैसे देने होते हैं।