Business

Economy: पीयूष गोयल बोले- अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत, जानें एफडीआई और निर्यात में आया कितना उछाल

Economy: पीयूष गोयल बोले- अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत, जानें एफडीआई और निर्यात में आया कितना उछाल

बिजनेस डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: दीपक चतुर्वेदी
Updated Sat, 13 Nov 2021 09:48 AM IST

सार

Economy: देश में बढ़ते निर्यात और प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के प्रवाह जैसे कई संकेतकों से स्पष्ट है कि देश की अर्थव्यवस्था सही राह पर अग्रसर है। 

ख़बर सुनें

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था फिर से कुलांचे भरने लगी है। देश में बढ़ते निर्यात और प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के प्रवाह जैसे कई संकेतकों से स्पष्ट है कि देश की अर्थव्यवस्था सही राह पर अग्रसर है। गोयल ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-अक्तूबर के दौरान वस्तुओं का निर्यात 232 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। 

एफडीआई प्रवाह 62 फीसदी बढ़ा
उद्योग मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि चालू वित्त वर्ष के पहले चार महीनों में कुल एफडीआई प्रवाह 62 फीसदी बढ़ गया है। इसके साथ ही अक्तूबर में पिछले साल इसी महीने के मुकाबले रोजगार में भी इजाफा देखने को मिला है। वहीं विनिर्माण पीएमआई बढ़कर 55.9 हो गया, जबकि सेवा पीएमआई एक दशक के उच्चस्तर 58.4 पर पहुंच गया। 

वैश्विक भावनाओं में आया बदलाव 
पीयूष गोयल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह बातें कही हैं। उन्होंने कहा कि इस सब कारकों के चलते और निवेश में गति आने के कारण वैश्विक भावनाओं में भी बदलाव हुआ है। वैश्विक भावनाएं वाय इंडिया से अब वाय नॉट इंडिया में बदल रही हैं।

विस्तार

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था फिर से कुलांचे भरने लगी है। देश में बढ़ते निर्यात और प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के प्रवाह जैसे कई संकेतकों से स्पष्ट है कि देश की अर्थव्यवस्था सही राह पर अग्रसर है। गोयल ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-अक्तूबर के दौरान वस्तुओं का निर्यात 232 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। 

एफडीआई प्रवाह 62 फीसदी बढ़ा

उद्योग मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि चालू वित्त वर्ष के पहले चार महीनों में कुल एफडीआई प्रवाह 62 फीसदी बढ़ गया है। इसके साथ ही अक्तूबर में पिछले साल इसी महीने के मुकाबले रोजगार में भी इजाफा देखने को मिला है। वहीं विनिर्माण पीएमआई बढ़कर 55.9 हो गया, जबकि सेवा पीएमआई एक दशक के उच्चस्तर 58.4 पर पहुंच गया। 

वैश्विक भावनाओं में आया बदलाव 

पीयूष गोयल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह बातें कही हैं। उन्होंने कहा कि इस सब कारकों के चलते और निवेश में गति आने के कारण वैश्विक भावनाओं में भी बदलाव हुआ है। वैश्विक भावनाएं वाय इंडिया से अब वाय नॉट इंडिया में बदल रही हैं।

Source link

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Most Popular

To Top
%d bloggers like this: