Budh Transits In Kumbh : ग्रहों में युवराज कहे जाने वाले बुध 6 मार्च को दोपहर 11 बजकर 19 मिनट पर मकर राशि की यात्रा समाप्त करके कुंभ राशि में प्रवेश कर रहे हैं। इस राशि पर ये 24 मार्च तक गोचर करेंगे उसके बाद मीन राशि में चले जाएंगे। मिथुन और कन्या राशि के स्वामी बुध मीन राशि में नीच राशिगत तथा कन्या राशि में उच्च राशिगत संज्ञक माने गए हैं। इनके राशि परिवर्तन का सर्वाधिक प्रभाव विद्यार्थी,युवाओं,बैंकिंग सेक्टर तथा न्याययिक क्षेत्रों पर पड़ता है।
मेष राशि
राशि से एकादश लाभ भाव में गोचर करते हुए बुध का सौम्य प्रभाव कई अप्रत्याशित परिणामों का सामना करवाएगा। स्वास्थ्य विशेष करके पेट संबंधी विकार से बचें। यात्रा सावधानीपूर्वक करें। परिवार के वरिष्ठ सदस्यों तथा बड़े भाइयों से मतभेद न होने दें। कार्य व्यापार की दृष्टि से ग्रह गोचर उत्तम रहेगा। विद्यार्थियों एवं प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों के लिए भी समय अति अनुकूल रहेगा।
वृषभ राशि
राशि से दशम कर्म भाव में गोचर करते हैं बुध मान-सम्मान तथा पद और गरिमा की वृद्धि कराएंगे। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। काफी दिनों का दिया गया धन भी वापस मिलने की उम्मीद। प्रतियोगिता में अच्छी सफलता मिलेगी। संतान के दायित्व की पूर्ति होगी। नव दंपत्ति के लिए संतान प्राप्ति एवं प्रादुर्भाव के भी योग। प्रेम संबंधी मामलों में प्रगाढ़ता आएगी। कार्य बाधाएं दूर होंगी।
मिथुन राशि
राशि से नवम भाग्य भाव में गोचर करते हुए बुध धर्म और अध्यात्म संबंधी मामलों में रुचि बढ़ाएंगे। धार्मिक संस्थाओं तथा अनाथालय आदमी हिस्सा लेंगे। बढ़-चढ़कर दानपुण्य करेंगे। विदेशी मित्रों तथा संबंधियों से सुखद समाचार प्राप्ति के योग। विदेश यात्राके लिए वीजा आदि का आवेदन भी करना चाह रहे हों तो उसे दृष्टि से भी ग्रह गोचर अनुकूल रहेगा। आपके द्वारा किए गए कार्यों की सराहना होगी।
कर्क राशि
राशि से अष्टम आयु भाव में गोचर करते हुए बुध का प्रभाव बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता। स्वास्थ्य विशेष करके पेट संबंधी विकार,चर्म रोग तथा दवाओं के रिएक्शन से सावधान रहना पड़ेगा। कार्यक्षेत्र में भी षड्यंत्र का शिकार होने से बचें। बेहतर रहेगा कि कार्य संपन्न करें और सीधे घर आएं। अत्यधिक खर्च के कारण भागदौड़ और आर्थिकतंगी का सामना करना पड़ सकता है,विवादों से भी दूर रहें।