निर्मला सीतारमण
देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अपना चौथा बजट पेश करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। पिछले वित्त वर्ष का बजट भी कोरोना के साये में पेश हुआ था और अब इस बार का बजट भी कोविड 19 के नए वैरिएंट को देखते हुए ज्यादा अहम हो गया है। बता दें कि सीतारमण महामारी और आर्थिक सुस्ती के दौरान आर्थिक प्रतिक्रिया देने के लिए सरकार के मुख्य चेहरे के रूप में सामने आई हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त मंत्री ने वादा किया है कि इस बार का बजट कुछ खास होगा जो अभी तक नहीं आया। इस बजट को तैयार करने में उनके साथ कई विशेषज्ञों की पूरी टीम जुटी हुई है।
टीवी सोमनाथन
वित्त मंत्रालय में एक्सपेंडिचर सेक्रेटरी की जिम्मेदारी संभालने वाले टीवी सोमनाथन इस बजट टीम का प्रमुख चेहरा हैं। दरअसल, ऐसी परंपरा है कि वित्त मंत्रालय के पांच सेक्रेटरियों में से सबसे वरिष्ठ को फाइनेंस सेक्रेटरी नियुक्त किया जाता है। वर्तमान में यह बड़ी जिम्मेदारी सोमनाथन संभाल रहे हैं। सोमनाथन 1987 बैच के तमिलनाडु कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। इससे पहले वह विश्व बैंक में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। कलकत्ता विश्वविद्यालय से इकनॉमिक्स में पीएचडी सोमनाथन के जिम्मे बजट में खर्च को अंकुश में रखने की बड़ी चुनौती है।
तरुण बजाज
1988 हरियाणा बैच के आईएएस अधिकारी तरुण बजाज वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग में सचिव हैं। वित्त मंत्रालय में पदस्थ होने से पहले बजाज प्रधानमंत्री कार्यालय में भी अपनी सेवाएं प्रदान कर चुके हैं। यहां काम करने के दौरान उन्होंने देश के लिए कई राहत पैकेज पर काम किया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, तीन आत्मनिर्भर भारत पैकेज को आकार देने में तरुण बजाज की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण रही है।
अजय सेठ
वित्त मंत्रालय में सबसे नया सदस्य होने के बावजूद, इकोनॉमिक अफेयर्स सेक्रेटरी के पद पर तैनात अजय सेठ पर सभी की निगाहें होंगी, क्योंकि डीईए कैपिटल मार्केट, इनवेस्टमेंट और इन्फ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी नीतियों के लिए नोडल डिपार्टमेंट हैं। अजय कर्नाटक कैडर से 1987 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। सेठ के पास भारत की जीडीपी ग्रोथ को बरकरार रखने के क्रम में अर्थव्यवस्था में प्राइवेट कैपिटल एक्सपेंडिचर को रिवाइव करने का मुश्किल काम है।
देबाशीष पांडा
देबाशीष पांडा वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवा विभाग में सचिव हैं। पांडा इसलिए टीम का सबसे अहम हिस्सा माने जा सकते हैं क्योंकि बजट में वित्तीय क्षेत्र से जुड़े छोटे-बड़े सभी एलान उनकी जिम्मेदारी के तहत आते हैं। 1987 बैच के उत्तर प्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी पांडा पर वित्तीय सिस्टम की स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के साथ मिलकर काम करने की भी जिम्मेदारी है।
तुहिन कांत पांडे
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की बजट टीम में तुहिन कांत पांडे का नाम भी शामिल हैं, जिनके विभाग पर सभी की नजरें टिकी होंगी। दरअसल, 1987 बैच के ओडिशा कैडर के आईएएस अधिकारी तुहिन कांत निवेश व सार्वजनिक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग के सचिव हैं। उन्हें अक्तूबर 2019 में डीआईपीएएम का सचिव नियुक्त किया गया था।
कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन
कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन फाइनेंशियल इकनॉमिक्स में पीएचडी हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो बूथ स्कूल ऑफ बिजनेस में प्रोफेसर ल्यूगी जिंगेल्स और रघुराम राजन के मार्गदर्शन में उन्होंने इसे पूरा किया है। सुब्रमण्यन को दिसंबर 2018 में मुख्य आर्थिक सलाहकार बनाया गया था। उन्हें बैंकिंग, कॉरपोरेट प्रशासन और आर्थिक नीति का महारथी माना जाता है।