वैसे तो बॉलीवुड फिल्मों में हीरो के साथ साथ विलेन का अहम रोल होता है। लेकिन बात जब जीत की होती है तो अक्सर हीरो को ही आखिर में विजयता दिखाया जाता है। लेकिन इंडस्ट्री में ऐसी कई फिल्में आई जिसके हीरो तो आपको शायद ही याद होंगे लेकिन विलेन हमेशा के लिए अमर हो गए। आलम ये रहा कि इन एक्टर्स ने बतौर विलेन इंडस्ट्री पर राज किया। इतना ही नहीं, आज भी इन विलेन्स के चहरे लोगों के जहन में जिंदा हैं। चलिए आज आपको कुछ ऐसे एक्टर्स के बारे में बताते हैं जो अपनी शानदार एक्टिंग की वजह से बॉलीवुड के सदाबहार विलेन बन गए।
अमजद खान
एक ही आदमी और वो है खुद गब्बर’, ‘ये हाथ हमको दे दे ठाकुर’, ‘कितने आदमी थे’, ‘ये रामगढ़ वाले अपनी बेटियों को कौन सी चक्की का आटा खिलाते हैं’, ‘तेरा क्या होगा कालिया’, ‘बहुत याराना लगता है’ ,’जो डर गया, वो मर गया’, ‘अरे, ओ सांबा’, ‘गब्बर के ताप से तुम्हे एक ही आदमी बचा सकता है जैसे गब्बर के मशहूर डायलॉग आज भी अमर हैं। गब्बर का किरदार अमजद खान ने निभाया था। उन्होंने अपनी एक्टिंग से इस रोल को ही अमर नहीं बनाया था, बल्कि आज भी वह लोगों के जहन में जिंदा हैं। यहां तक की जब भी बॉलीवुड के विलेन की बात की जाती है तो गब्बर का नाम सबसे पहले आता है।
प्राण
‘इस इलाके में नए आए हो साहब, वरना शेर खान को कौन नहीं जानता’, ‘शेरखान ने शादी नहीं की तो क्या हुआ, लेकिन बारातें बहुत देखी हैं’, ‘शेर खान आज का काम कल पर नहीं छोड़ता’, ‘शेरखान ने शादी नहीं की तो क्या हुआ, लेकिन बारातें बहुत देखी हैं’, ‘चिल्लाओ नहीं साहब, वरना गला खराब हो जाएगा’, ‘बर्खुदार…’ जैसे बेहतरीन डायलॉग ने प्राण को अपने समय का सबसे यादगार विलेन बनाया था। आज भी प्राण के डायलॉग लोगों की जबान पर रहते हैं।
अमरीश पुरी
अमरीश पुरी ने अपने करियर में एक से बढ़कर एक फिल्में दी हैं। लेकिन उनका एक डायलॉग ‘मोगैंबो खुश हुआ..’ आज भी मशहूर है। अमरीश पुरी की खास बात है कि उन्होंने अपने नेगेटिव रोल में ऐसी जान फूंकी थी कि फिल्म में हीरो से ज्यादा बतौर विलेन वह ज्यादा मशहूर हुए थे।
प्रेम चोपड़ा
बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में प्रेम चोपड़ा का नाम विलेन लिस्ट में न आए ऐसा कैसे हो सकता है। आपको बता दें कि बतौर विलेन उन्होंने फिल्म उपकार से अपना करियर शुरू किया था और उनका एवरग्रीन डायलॉग है ‘प्रेम नाम है मेरा’ आज भी याद किया जाता है।
