बिजनेस डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: दीपक चतुर्वेदी
Updated Mon, 06 Dec 2021 12:15 AM IST
सार
Bitcoin Price India INR: आज दुनिया की सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वाइन की कीमत मे एक फीसदी से ज्यादा या करीब 46 हजार रुपये तेजी आई। इसके बाद इसका दाम 44,79,116 रुपये पर पहुंच गया। इस कीमत पर बिटक्वाइन का बाजार पूंजीकरण भी बढ़कर 70.6 खरब रुपये पर आ गया है।
बिटक्वाइन
– फोटो : pixabay
ख़बर सुनें
विस्तार
नवंबर महीने में जहां दुनिया की सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वाइन ने अपना ऑल टाइम हाई 67 हजार डॉलर का स्तर पाया, तो यहां तक पहुंचने के बाद से ही इसमें लगातार गिरावट का दौर शुरू हो गया। बीते शनिवार को यह डिजिटल करेंसी 35 लाख रुपये के निचले स्तर तक पहुंच गई। हालांकि, सोमवार को क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वाइन की कीमत में गिरावट का दौर थम गया और इसका दाम एक फीसदी से ज्यादा बढ़ गया। आज दुनिया की सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वाइन की कीमत 46,216 रुपये के इजाफे के साथ 44,79,116 रुपये हो गई। इसमें 1.15 फीसदी की तेजी आई। इस कीमत पर बिटक्वाइन का बाजार पूंजीकरण भी बढ़कर 70.6 खरब रुपये पर पहुंच गया है। दुनियाभर में बिटक्वाइन को लेकर रुझान लगातार बढ़ रहा है, लेकिन बीते कुछ दिनों से लगातार इस डिजिटल करेंसी के दामों में कमी देखने को मिल रही थी।
75 लाख के उच्चतम स्तर तक जा सकता है दाम
विश्लेषकों ने पहले अनुमान लगाया था कि नवंबर में बिटक्वाइन दोबारा 48,00,000 रुपये के उच्चतम स्तर पर पहुंच सकता है, जिसे इस पसंदीदा क्रिप्टोकरेंसी ने पास कर लिया था। इसके साथ ही आने वाले समय में विश्लेषकों ने इसके 98000 डॉलर (73,50,000 रुपये) के स्तर को छूने का अनुमान लगाया है और दिसंबर में यह दोबारा रिकॉर्ड तोड़कर एक लाख डॉलर यानी करीब 75 लाख रुपये पर पहुंच जाएगा। साल 2021 के अंत तक इसकी कीमत 1,35,000 डॉलर (1,01,25,000 रुपये) तक पहुंचने की संभावना जताई गई है।
क्रिप्टोकरेंसी में सबसे मूल्यवान है बिटक्वाइन
क्रिप्टोकरेंसी आभाषी करेंसी है यानी आप इसे देख नहीं सकते। आसान शब्दों में कहें तो आप इसे डिजिटल रुपया कह सकते हैं। क्रिप्टोकरेंसी को कोई बैंक जारी नहीं करती है। इसे जारी करने वाले ही इसे कंट्रोल करते हैं। इसका इस्तेमाल डिजिटल दुनिया में ही होता है। वर्तमान में विश्व में बिटक्वान के साथ ही कई तरह की वर्चुअल करेंसी मौजूद हैं। मगर इनमें से बिटक्वाइन का मूल्य सबसे अधिक है।पिछले कुछ समय से निवेशकों का आकर्षण बिटक्वाइन की ओर तेजी से बढ़ा है। बिटक्वाइन ने निवेशकों को जोरदार रिटर्न भी दिया है।
कब हुई थी बिटक्वाइन की शुरुआत?
बिटक्वाइन की शुरुआत साल 2009 में हुई थी, जो कि अब इतनी अधिक लोकप्रियता हासिल कर चुकी है कि इसकी एक बिटक्वाइन की कीमत 50 लाख रुपये के करीब पहुंच गई है। गौरतलब है कि इस करेंसी पर कोई सरकारी नियंत्रण नहीं हैं। इसका इस्तेमाल डिजिटल दुनिया में ही होता है। इसको कोई बैंक या सरकार कंट्रोल नहीं करती है। लोग मानते हैं कि साल 2009 में सतोशी नाकामोतो नामक समूह ने पहली बार बिटक्वाइन को दुनिया के सामने पेश किया था।
क्रिप्टोकरेंसी के कारोबार में जोखिम भी कम नहीं
यह क्रिप्टोकरेंसी अत्यधिक अस्थिर है और इसलिए इसका कारोबार भी बहुत जोखिम भरा है। उदाहरण के लिए, जनवरी में बिटक्वाइन का मूल्य बढ़कर 42,000 डॉलर हो गया, और फिर 30,000 डॉलर तक गिर गया, फिर एक हफ्ते के दौरान फिर से बढ़कर 40,000 डॉलर हो गया था। बिटक्वाइन के लिए आपके पास एक एप होता है जिसके जरिए आप लेन देन करते हैं। मान कर चलिए कि सर्वर से आपकी फाइल हट गई या पासवर्ड गलत हो गया तो समझ लो आपके पैसे हमेशा के लिए खो गए। हाल ही में ऐसी खबरें आई थीं कि कुछ लोगों ने लाखों के बिटक्वाइन इसलिए खो दिए क्योंकि उनके पास पासवर्ड नहीं है वह भूल गए।