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यूक्रेन पर रूस का पूर्ण हमला 24 घंटे में!: ऑस्ट्रेलिया के पीएम मॉरिसन का दावा, पाबंदियों का किया एलान
वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, कैनबरा
Published by: सुरेंद्र जोशी
Updated Wed, 23 Feb 2022 11:17 AM IST
सार
बुधवार को पीएम मॉरिसन ने कहा कि यूक्रेन पर हमले की प्रभावी शुरुआत हो चुकी है। यह अनुचित और अस्वीकार्य है। अब रूस पूरी तैयारी कर चुका है और अगले 24 घंटों में यूक्रेन पर पूरी ताकत से हमला बोल देगा।
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बुधवार को पीएम मॉरिसन ने कहा कि यूक्रेन पर हमले की प्रभावी शुरुआत हो चुकी है। यह अनुचित और अस्वीकार्य है। अब रूस पूरी तैयारी कर चुका है और अगले 24 घंटों में यूक्रेन पर पूरी ताकत से हमला बोल देगा। उन्होंने कहा कि हमारा देश हमेशा धमकियों के खिलाफ खड़ा होता है। वह समान विचारधारा वाले भागीदारों के साथ रूस के विरोध में एकजुट होगा। मॉरिसन ने यह बात रूस के अलावा डोनेत्स्क व लुहांस्क के नागरिकों पर अपने देश द्वारा पाबंदियों का एलान करते हुए कही।
मॉरिसन ने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई सरकार यूक्रेन के खिलाफ रूस के हमले के जवाब में तुरंत रूसी लोगों पर प्रतिबंध लगाना शुरू कर देगी। पीएम मॉरिसन ने कहा कि हम डोनेत्स्क और लुहांस्क के क्षेत्रों में क्रीमिया और सेवस्तोपोल पर लागू मौजूदा प्रतिबंधों का विस्तार करने के लिए 2011 के स्वायत्त प्रतिबंध विनियमन में भी संशोधन करेंगे। ये दो कदम हमें हमारे प्रमुख भागीदारों अमेरिका और ब्रिटेन के साथ जोड़ेंगे।
दोनों स्वतंत्र क्षेत्रों में रूस ने भेजे 10 हजार सैनिक
उधर, खबरों में कहा गया है कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन, यूक्रेन के दोनों शहर डोन्त्सक और लुहांस्क में अलगाववादियों की मदद के लिए 10 हजार से ज्यादा सैनिक भेज चुके हैं। वहीं यूक्रेन खुफिया विभाग का मानना है कि डोन्त्सक में पांच हजार तो लुहांस्क में भी पांच हजार सैनिक भेजे गए हैं। इसके अलावा हॉर्लीव्का में 1500 से ज्यादा सैनिक भेजे गए हैं।
खार्किव में घुसी रूस की फौज
अमेरिका-यूरोप के बढ़ते प्रतिबंधों और जमीन पर कब्जे की आशंका के बीच यूक्रेन के खार्किव शहर में रूसी फौज घुस चुकी है। डेली मेल के मुताबिक, 100 से ज्यादा मिलिट्री ट्रक और सैनिक खार्किव शहर पहुंच चुके हैं। खार्किव, यूक्रेन का दूसरा सबसे बड़ा शहर है और यह सीमा के सबसे नजदीक है। पश्चिमी देशों के विश्लेषण के मुताबिक, रूस के सैनिक सबसे पहले इस शहर को ही टारगेट करेंगे।
पुतिन के कदम ने बढ़ाई बड़े हमले की आशंका
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन की सीमा पर तैनात सैनिकों के लिए चिकित्सा आपूर्ति के खून के भंडारण के आदेश दिए हैं। इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि, अगर पुतिन बड़े हमले की तैयारी नहीं कर रहे हैं, तो उन्हें खून और चिकित्सा आपूर्ति की जरूरत क्यों पड़ गई।
विस्तार
बुधवार को पीएम मॉरिसन ने कहा कि यूक्रेन पर हमले की प्रभावी शुरुआत हो चुकी है। यह अनुचित और अस्वीकार्य है। अब रूस पूरी तैयारी कर चुका है और अगले 24 घंटों में यूक्रेन पर पूरी ताकत से हमला बोल देगा। उन्होंने कहा कि हमारा देश हमेशा धमकियों के खिलाफ खड़ा होता है। वह समान विचारधारा वाले भागीदारों के साथ रूस के विरोध में एकजुट होगा। मॉरिसन ने यह बात रूस के अलावा डोनेत्स्क व लुहांस्क के नागरिकों पर अपने देश द्वारा पाबंदियों का एलान करते हुए कही।
मॉरिसन ने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई सरकार यूक्रेन के खिलाफ रूस के हमले के जवाब में तुरंत रूसी लोगों पर प्रतिबंध लगाना शुरू कर देगी। पीएम मॉरिसन ने कहा कि हम डोनेत्स्क और लुहांस्क के क्षेत्रों में क्रीमिया और सेवस्तोपोल पर लागू मौजूदा प्रतिबंधों का विस्तार करने के लिए 2011 के स्वायत्त प्रतिबंध विनियमन में भी संशोधन करेंगे। ये दो कदम हमें हमारे प्रमुख भागीदारों अमेरिका और ब्रिटेन के साथ जोड़ेंगे।
दोनों स्वतंत्र क्षेत्रों में रूस ने भेजे 10 हजार सैनिक
उधर, खबरों में कहा गया है कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन, यूक्रेन के दोनों शहर डोन्त्सक और लुहांस्क में अलगाववादियों की मदद के लिए 10 हजार से ज्यादा सैनिक भेज चुके हैं। वहीं यूक्रेन खुफिया विभाग का मानना है कि डोन्त्सक में पांच हजार तो लुहांस्क में भी पांच हजार सैनिक भेजे गए हैं। इसके अलावा हॉर्लीव्का में 1500 से ज्यादा सैनिक भेजे गए हैं।
खार्किव में घुसी रूस की फौज
अमेरिका-यूरोप के बढ़ते प्रतिबंधों और जमीन पर कब्जे की आशंका के बीच यूक्रेन के खार्किव शहर में रूसी फौज घुस चुकी है। डेली मेल के मुताबिक, 100 से ज्यादा मिलिट्री ट्रक और सैनिक खार्किव शहर पहुंच चुके हैं। खार्किव, यूक्रेन का दूसरा सबसे बड़ा शहर है और यह सीमा के सबसे नजदीक है। पश्चिमी देशों के विश्लेषण के मुताबिक, रूस के सैनिक सबसे पहले इस शहर को ही टारगेट करेंगे।
पुतिन के कदम ने बढ़ाई बड़े हमले की आशंका
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन की सीमा पर तैनात सैनिकों के लिए चिकित्सा आपूर्ति के खून के भंडारण के आदेश दिए हैं। इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि, अगर पुतिन बड़े हमले की तैयारी नहीं कर रहे हैं, तो उन्हें खून और चिकित्सा आपूर्ति की जरूरत क्यों पड़ गई।