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संजय राउत बोले: पाकिस्तान की मांग करने वाले जिन्ना को गोली मारते तो देशभक्ति का काम होता, गांधी जैसे फकीर को गोली क्यों मारी?

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, मुंबई
Published by: प्रांजुल श्रीवास्तव
Updated Sun, 30 Jan 2022 10:47 AM IST

सार

संजय राउत ने कहा कि महात्मा गांधी के निधन का दुनिया को आज भी शोक है। अगर कोई जिन्ना को गोली मारता तो वह असली देशभक्ति का काम होता। 

संजय राउत
– फोटो : अमर उजाला मुंबई

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राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ट्वीट ने सियासत को एक बार फिर हवा दे दी है। उनके ट्वीट (एक हिंदुत्ववादी ने गांधी जी को गोली मारी थी) के बाद शिवसेना नेता संजय राउत का बयान सामने आया है। संजय राउत ने कहा है कि अगर हिंदुत्ववादी होता तो गांधी को नहीं जिन्ना को गोली मारता। यही देशभक्ति का काम होता। 
मीडिया से बात करते हुए संजय राउत ने कहा कि –

दरअसल, महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘एक हिंदुत्ववादी ने गांधी जी को गोली मारी थी। सब हिंदुत्ववादियों को लगता है कि गांधी जी नहीं रहे। जहां सत्य है, वहां आज भी बापू ज़िंदा हैं!’ 

पहले भी बोल चुके हैं हमला
इससे पहले भी राहुल गांधी हिंदुत्ववादी विचारधारा पर हमला बोल चुके हैं। इससे पहले 29 दिसंबर को राहुल गांधी ने कांग्रेस तीन दिवसीय कांग्रेस प्रशिक्षण शिविर के समापन सत्र को संबोधित करते हुए कहा था कि जो लोग हिंदुत्व की विचारधारा में विश्वास करते हैं, वे किसी के सामने झुकते हैं – वे अंग्रेजों के सामने झुकते थे और वे पैसे के सामने झुकते हैं क्योंकि उनके दिल में कोई सच्चाई नहीं है। 

महात्मा गांधी की 74वीं पुण्यतिथि मना रहा देश
भारत की स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख नायक मोहनदास करमचंद गांधी(महात्मा गांधी) की मृत्यु 30 जनवरी 1948 को हुई थी। देश इस साल गांधी जी की 74वीं पुण्यतिथि मना रहा है। इस मौके पर प्रधानमंत्री से लेकर देश के कई वरिष्ठ नेता राजघाट पर उन्हें श्रद्धांजलि देंगे। महात्मा गांधी ने देश के लिए जो किया उसे देश सदियों तक याद रखेगा। उनके आदर्शों, अहिंसा की प्रेरणा, सत्य की ताकत ने अंग्रेजों को भी झुकने को मजबूर कर दिया। उनके इसी योगदान के कारण गांधीजी आज महात्मा गांधी के नाम से जाने जाते हैं।

30 जनवरी 1948 को हुई थी महात्मा गांधी की हत्या
बाद में 30 जनवरी 1948 को नई दिल्ली स्थित बिड़ला भवन में नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी की हत्या कर दी थी। अहिंसा का संदेश देने वाले इस महान विभूति के जीवन का अंत होने के बाद देशवासियों ने मन ही मन गांधीजी को राष्ट्रपिता मान लिया। 

विस्तार

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ट्वीट ने सियासत को एक बार फिर हवा दे दी है। उनके ट्वीट (एक हिंदुत्ववादी ने गांधी जी को गोली मारी थी) के बाद शिवसेना नेता संजय राउत का बयान सामने आया है। संजय राउत ने कहा है कि अगर हिंदुत्ववादी होता तो गांधी को नहीं जिन्ना को गोली मारता। यही देशभक्ति का काम होता। 

मीडिया से बात करते हुए संजय राउत ने कहा कि –

“पाकिस्तान की मांग करने वाले जिन्ना की वजह से देश का बंटवारा हुआ। कई लोग मारे गए। अगर कोई वास्तविक हिंदुत्ववादी होता तो वह गांधी को नहीं, जिन्ना को गोली मारता। यही देश भक्ति का काम होता। गांधी जैसे निशस्त्र व्यक्ति, उस जैसे फकीर को गोली क्यों मारी? गांधी जी के निधन का आज भी दुनिया को शोक है।” 

दरअसल, महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘एक हिंदुत्ववादी ने गांधी जी को गोली मारी थी। सब हिंदुत्ववादियों को लगता है कि गांधी जी नहीं रहे। जहां सत्य है, वहां आज भी बापू ज़िंदा हैं!’ 

पहले भी बोल चुके हैं हमला

इससे पहले भी राहुल गांधी हिंदुत्ववादी विचारधारा पर हमला बोल चुके हैं। इससे पहले 29 दिसंबर को राहुल गांधी ने कांग्रेस तीन दिवसीय कांग्रेस प्रशिक्षण शिविर के समापन सत्र को संबोधित करते हुए कहा था कि जो लोग हिंदुत्व की विचारधारा में विश्वास करते हैं, वे किसी के सामने झुकते हैं – वे अंग्रेजों के सामने झुकते थे और वे पैसे के सामने झुकते हैं क्योंकि उनके दिल में कोई सच्चाई नहीं है। 

महात्मा गांधी की 74वीं पुण्यतिथि मना रहा देश

भारत की स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख नायक मोहनदास करमचंद गांधी(महात्मा गांधी) की मृत्यु 30 जनवरी 1948 को हुई थी। देश इस साल गांधी जी की 74वीं पुण्यतिथि मना रहा है। इस मौके पर प्रधानमंत्री से लेकर देश के कई वरिष्ठ नेता राजघाट पर उन्हें श्रद्धांजलि देंगे। महात्मा गांधी ने देश के लिए जो किया उसे देश सदियों तक याद रखेगा। उनके आदर्शों, अहिंसा की प्रेरणा, सत्य की ताकत ने अंग्रेजों को भी झुकने को मजबूर कर दिया। उनके इसी योगदान के कारण गांधीजी आज महात्मा गांधी के नाम से जाने जाते हैं।

30 जनवरी 1948 को हुई थी महात्मा गांधी की हत्या

बाद में 30 जनवरी 1948 को नई दिल्ली स्थित बिड़ला भवन में नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी की हत्या कर दी थी। अहिंसा का संदेश देने वाले इस महान विभूति के जीवन का अंत होने के बाद देशवासियों ने मन ही मन गांधीजी को राष्ट्रपिता मान लिया। 

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