एजेंसी, संयुक्त राष्ट्र।
Published by: Jeet Kumar
Updated Tue, 08 Feb 2022 01:14 AM IST
सार
समिति ने बताया कि इन साइबर हमलों में फिशिंग, कोड दुरुपयोग, मालवेयर और उन्नत ‘सोशल इंजीनियरिंग’ का उपयोग किया गया। इस चुराए गए क्रिप्टोकरेंसी कोष को धन शोधन प्रक्रिया से गुजारने के बाद उसका इस्तेमाल किया जाता है।
ख़बर सुनें
विस्तार
विशेषज्ञों की समिति ने कहा कि एक सरकार के अनुसार, उत्तर कोरियाई साइबर क्षेत्र में सक्रिय असामाजिक तत्वों ने 2020 और मध्य 2021 के बीच उत्तरी अमेरिका, यूरोप और एशिया में 3 क्रिप्टोकरेंसी विनिमय से पांच करोड़ डॉलर से अधिक की चोरी की, जो संभवत: इसके साइबर अपराधों की विविधता को दर्शाता है।
साइबर गतिविधियों से जुड़ी रिपोर्ट में विशेषज्ञों के मुताबिक, एक अज्ञात साइबर सुरक्षा कंपनी ने बताया कि 2021 में उत्तर कोरिया के साइबर क्षेत्र में सक्रिय असामाजिक तत्वों ने क्रिप्टोकरेंसी विनिमय एवं निवेश कंपनियों में सात घुसपैठ कीं और कुल 40 करोड़ डॉलर की क्रिप्टोकरेंसी चुराई।
समिति ने बताया कि इन साइबर हमलों में फिशिंग, कोड दुरुपयोग, मालवेयर और उन्नत ‘सोशल इंजीनियरिंग’ का उपयोग किया गया। इस चुराए गए क्रिप्टोकरेंसी कोष को धन शोधन प्रक्रिया से गुजारने के बाद उसका इस्तेमाल किया जाता है।
यूएन पाबंदियों की धज्जियां बिखेरीं
संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञों की समिति ने कहा कि उत्तर कोरिया ने यूएन प्रतिबंधों की धज्जियां बिखेरते हुए अपने एटमी हथियारों तथा बैलिस्टिक मिसाइलों का आधुनिकीकरण किया। उसने अपने कार्यक्रमों के वित्तपोषण के लिए साइबर हमले का इस्तेमाल किया और अपने शस्त्रागार के लिए ईरान समेत विदेशों में सामग्री एवं प्रौद्योगिकी हासिल करने की कोशिश की।