एजेंसी, नई दिल्ली
Published by: Kuldeep Singh
Updated Thu, 30 Dec 2021 05:38 AM IST
सार
2008 में हुए मालेगांव बम विस्फोट मामले को लेकर भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने बुधवार को कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस पुरानी पार्टी हिंदुओं से नफरत करती है और वह देश में अलगाववाद लाने की कोशिश कर रही है।
मालेगांव धमाके मामले को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने बुधवार को कहा कि एक सदी पुरानी पार्टी हिंदुओं से नफरत करती है और वह देश में अलगाववाद लाने की कोशिश कर रही है। उनका यह बयान 2008 के मालेगांव बम विस्फोट मामले के एक गवाह के मंगलवार को मुकरने के एक दिन बाद आया है।
देश में अलगाववाद लाने की कर रही कोशिश
गवाह ने अदालत को बताया था कि महाराष्ट्र एटीएस ने उसे वर्तमान में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और आरएसएस के पांच सदस्यों को फंसाने का दबाव डाला गया था। पात्रा ने कहा, इसमें कोई संदेह नहीं है कि उन्होंने गवाहों को डराकर झूठ बोलने की साजिश रची थी। कांग्रेस शुरू से ही हिंदुओं का अपमान करने में लगी हुई है। मालेगांव मामले के खुलासे से हम समझ सकते हैं कि यह किस तरह की नफरत कांग्रेस पार्टी के नेताओं के मन में हिंदुओं के प्रति रही होगी। यह एक बड़ी साजिश है।
उन्होंने कहा, कांग्रेस हिंदुओं, संतों और यहां तक कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को बदनाम करने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। राहुल गांधी ने कहा था कि भगवा आतंकवाद बहुत खतरनाक है। राहुल गांधी हर दिन हिंदू धर्म और हिंदुत्व पर बोलते हैं। गौरतलब है कि 2008 के मालेगांव बम विस्फोट मामले में मंगलवार को एक और गवाह मुकर गया।
इस मामले में मुकरने वाला यह 15वां गवाह है। गवाह ने मुंबई की विशेष एनआईए अदालत को बताया कि मामले की तत्कालीन जांच एजेंसी एटीएस ने उसे प्रताड़ित किया था और उसे विस्फोट के बाद सात दिनों तक एटीएस के आफिस में रखा गया था। यही नहीं, एटीएस ने उसके परिजनों को फर्जी मामलों में फंसाने की धमकी दी थी। 29 सितंबर, 2008 को मालेगांव धमाके में छह लोग मारे गए थे और 100 से अधिक लोग घायल हो गए थे।
विस्तार
मालेगांव धमाके मामले को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने बुधवार को कहा कि एक सदी पुरानी पार्टी हिंदुओं से नफरत करती है और वह देश में अलगाववाद लाने की कोशिश कर रही है। उनका यह बयान 2008 के मालेगांव बम विस्फोट मामले के एक गवाह के मंगलवार को मुकरने के एक दिन बाद आया है।
देश में अलगाववाद लाने की कर रही कोशिश
गवाह ने अदालत को बताया था कि महाराष्ट्र एटीएस ने उसे वर्तमान में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और आरएसएस के पांच सदस्यों को फंसाने का दबाव डाला गया था। पात्रा ने कहा, इसमें कोई संदेह नहीं है कि उन्होंने गवाहों को डराकर झूठ बोलने की साजिश रची थी। कांग्रेस शुरू से ही हिंदुओं का अपमान करने में लगी हुई है। मालेगांव मामले के खुलासे से हम समझ सकते हैं कि यह किस तरह की नफरत कांग्रेस पार्टी के नेताओं के मन में हिंदुओं के प्रति रही होगी। यह एक बड़ी साजिश है।
उन्होंने कहा, कांग्रेस हिंदुओं, संतों और यहां तक कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को बदनाम करने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। राहुल गांधी ने कहा था कि भगवा आतंकवाद बहुत खतरनाक है। राहुल गांधी हर दिन हिंदू धर्म और हिंदुत्व पर बोलते हैं। गौरतलब है कि 2008 के मालेगांव बम विस्फोट मामले में मंगलवार को एक और गवाह मुकर गया।
इस मामले में मुकरने वाला यह 15वां गवाह है। गवाह ने मुंबई की विशेष एनआईए अदालत को बताया कि मामले की तत्कालीन जांच एजेंसी एटीएस ने उसे प्रताड़ित किया था और उसे विस्फोट के बाद सात दिनों तक एटीएस के आफिस में रखा गया था। यही नहीं, एटीएस ने उसके परिजनों को फर्जी मामलों में फंसाने की धमकी दी थी। 29 सितंबर, 2008 को मालेगांव धमाके में छह लोग मारे गए थे और 100 से अधिक लोग घायल हो गए थे।
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