स्पोर्ट्स डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: Kuldeep Singh
Updated Sat, 04 Sep 2021 12:23 AM IST
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भारतीय टेबल टेनिस महासंघ के कारण बताओ नोटिस का जवाब देते हुए मनिका ने इस बात का पुरजोर खंडन किया कि रॉय की मदद लेने से इनकार करके उन्होंने खेल की साख को नुकसान पहुंचाया है। टीटीएफआई सूत्रों के अनुसार, दुनिया की 56वें नंबर की खिलाड़ी मनिका बत्रा ने कहा कि जिसने उन्हें मैच फिक्सिंग के लिए कहा था, अगर वह उनके साथ कोच के रूप में बैठे होते तो वह मैच पर फोकस नहीं कर पाती।
मनिका ने टीटीएफआई सचिव अरुण बनर्जी को भेजे जवाब में कहा, ‘आखिरी मिनट पर उनके दखल से पैदा होने वाले व्यवधान से बचने के अलावा राष्ट्रीय कोच के बिना खेलने के मेरे फैसले के पीछे एक और अधिक गंभीर वजह थी। राष्ट्रीय कोच ने मार्च 2021 में दोहा में क्वालिफिकेशन टूर्नामेंट में मुझ पर दबाव बनाया कि उनकी प्रशिक्षु के खिलाफ मैच गंवा दूं ताकि वह ओलंपिक के लिए क्वालिफाई कर सके। संक्षेप में मुझसे मैच फिक्सिंग के लिए कहा।
मनिका ने कहा, मैंने उनसे कोई वादा नहीं किया और तुरंत टीटीएफआई को इसकी जानकारी दी। हालांकि, उनके दबाव और धमकी का मेरे खेल पर असर पड़ा। कई प्रयासों के बावजूद रॉय से संपर्क नहीं हो सका है।
रॉय रखेंगे अपना पक्ष
खिलाड़ी से कोच बने रॉय को मौजूदा राष्ट्रीय शिविर से बाहर रहने को कहा गया है। टीटीएफआई ने उन्हें उनका पक्ष रखने के लिए भी कहा है। रॉय राष्ट्रमंडल खेलों की टीम स्पर्धा के स्वर्ण पदक विजेता हैं, जिन्हें अर्जुन पुरस्कार भी मिल चुका है।
‘आरोप रॉय के खिलाफ हैं। उन्हें जवाब देने दीजिए। फिर आगे के बारे में फैसला लेंगे।’ – अरुण बनर्जी, सचिव, टीटीएफआई
‘मेरे पास इस घटना का सबूत है जो मैं उचित समय आने पर पेश करूंगी। मुझे मैच गंवाने के लिए कहने राष्ट्रीय कोच मेरे होटल के कमरे में आए और करीब 20 मिनट मुझसे बात की। उन्होंने अनैतिक तरीके से अपनी प्रशिक्षु को आगे बढ़ाने का प्रयास किया जो उस समय उनके साथ आई थी। ’ – मनिका