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भारत-अमेरिका : 2+2 वार्ता से आभासी शिखर सम्मेलन तक, जानिए किसने क्या-क्या कहा

सार

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि वाशिंगटन में व्हाइट हाउस में आज अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से मुलाकात की। यहां भारत-अमेरिका आभासी शिखर सम्मेलन में भाग लिया, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ने संबोधित किया। 

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भारत-अमेरिका के बीच सोमवार को 2+2 वार्ता हुई। इसके अलावा भारत-अमेरिका आभासी शिखर सम्मेलन भी हुआ, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस जयशंकर, अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड जे. ऑस्टिन, विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने शिरकत की। इस दौरान देश-दुनिया से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। 

पांच दिवसीय दौरे पर वॉशिंगटन डीसी पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का सोमवार को पेंटागन कार्यालय में अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड जे. ऑस्टिन ने स्वागत किया। इसके बाद उन्हें गार्ड ऑफ आनर दिया गया। यहां उन्होंने अपने समकक्ष अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड जे. ऑस्टिन के साथ चौथी 2+2 वार्ता की। इसमें विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी शामिल हुए। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से भी मुलाकात की। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि वाशिंगटन में व्हाइट हाउस में आज अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से मुलाकात की। यहां भारत-अमेरिका आभासी शिखर सम्मेलन में भाग लिया, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ने संबोधित किया। 

परस्पर संबंधों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध : बाइडन
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने आभासी सम्मेलन के बाद एक ट्वीट में कहा कि मैंने आज पीएम नरेंद्र मोदी से बात की। हम दोनों देशों के बीच आर्थिक और रक्षा क्षेत्र में साझेदारी को मज़बूत करने और दोनों देशों के लोगों के बीच परस्पर संबंधों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

क्वाड सम्मेलन में पीएम मोदी से मिलने के लिए उत्सुक हूं : बाइडन
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हुई आभासी बैठक में कहा कि वह 24 मई को जापान में क्वाड शिखर सम्मेलन के दौरान उनसे मिलने के लिए उत्सुक हैं। बाइडन ने कहा कि आपको देखकर हमेशा अच्छा लगता है। मैं 24 मई (क्वाड समिट) में आपको जापान में देखने के लिए उत्सुक हूं। यह बैठक दोनों देशों के बीच 2+2 वार्ता से पहले आयोजित की गई थी। बाइडन ने कहा कि अमेरिका और भारत एक मजबूत और बढ़ती ‘प्रमुख रक्षा साझेदारी’ साझा करते हैं। 

अमेरिकी राष्ट्रपति ने यूक्रेन संघर्ष का भी जिक्र किया और कहा कि भारत और अमेरिका रूसी युद्ध के अस्थिर प्रभावों का प्रबंधन करने के तरीके पर घनिष्ठ परामर्श जारी रखेंगे। बाइडन ने कहा कि मैं यूक्रेन के लोगों के लिए भारत के मानवीय समर्थन का स्वागत करना चाहता हूं। पिछले हफ्ते एक ट्रेन स्टेशन पर हुई दुखद गोलाबारी सहित अन्य भयानक हमलों के निर्दोष लोग शिकार बन रहे हैं, इनमें वह दर्जनों निर्दोष बच्चे और महिलाएं और नागरिक शामिल हैं जो हिंसा से दूर जाने का प्रयास कर रहे हैं।

जेन साकी ने रखा अमेरिकी पक्ष
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि हम यहां उन्हें तेल आयात करने के अपने साधनों में विविधता लाने में मदद करने के लिए हैं। अमेरिका से आयात पहले से ही महत्वपूर्ण है, जो रूस से कहीं अधिक है। राष्ट्रपति ने पीएम मोदी से रूस से और अधिक तेल आयात नहीं बढ़ाने पर विचार करने को लेकर यह बात कही। राष्ट्रपति ने बहुत स्पष्ट रूप से कहा कि इसे बढ़ाना हितकर नहीं है। 

जेन साकी ने बताया कि तेल आयात पर राष्ट्रपति बाइडन ने कहा है कि मैं चाहूंगा कि पीएम मोदी और अन्य भारतीय नेता इस पर अपना पक्ष रखें। इस समय यह केवल 1-2 प्रतिशत है, हम संयुक्त राज्य अमेरिका से 10 प्रतिशत निर्यात करते हैं। यह किसी भी प्रतिबंध या उस तरह की किसी भी चीज का उल्लंघन नहीं है।

भारत ने बुचा में हिंसा की निंदा की। उन्होंने एक स्वतंत्र जांच के आह्वान का समर्थन किया, यूक्रेन और उसके पड़ोसी को 90 टन से अधिक मानवीय राहत सामग्री प्रदान की, 18 देशों के लगभग 150 विदेशी नागरिकों को निकालने के लिए अपने संसाधनों का इस्तेमाल किया।

पाकिस्तान को लेकर कही यह बात
उन्होंने कहा कि हम संवैधानिक लोकतांत्रिक सिद्धांतों के शांतिपूर्ण समर्थन का स्वागत करते हैं, एक राजनीतिक दल का दूसरे के सापेक्ष समर्थन नहीं करते हैं। हम निश्चित रूप से कानून के शासन और कानून के तहत समान न्याय के सिद्धांतों का समर्थन करते हैं। हम पाकिस्तान के साथ भी अपने दीर्घकालिक सहयोग को महत्व देते हैं।

एक समृद्ध और लोकतांत्रिक पाकिस्तान अमेरिकी हितों के लिए महत्वपूर्ण है, जो इस बात की परवाह किए बिना कि भविष्य में नीति निर्धारण के मामले में नेता कोई भी हो, जाहिर है, हम कई स्तरों पर उनके साथ निकट संपर्क में रहते हैं।

व्हाइट हाउस ने जारी किया बयान
व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि भारत एक अविश्वसनीय रूप से महत्वपूर्ण भागीदार है। हम कई मुद्दों पर भारत के साथ बहुत निकटता से परामर्श करते हैं। यह यूक्रेन के खिलाफ रूस के अकारण और अनुचित युद्ध के परिणामों पर चर्चा करने का भी एक अवसर था।

राष्ट्रपति बाइडन ने भारत के प्रधानमंत्री मोदी के साथ चौथे यूएस-इंडिया 2+2 मंत्रिस्तरीय संवाद का उद्घाटन करने के दौरान यह बात कही। साथ में, उन्होंने स्वच्छ ऊर्जा, प्रौद्योगिकी और सैन्य सहयोग और विस्तारित आर्थिक और लोगों से लोगों के संबंधों पर सहयोग के माध्यम से अमेरिका-भारत संबंधों को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्धता जताई।

बयान में यह भी कहा गया है कि भारत-अमेरिका ने कोविड-19 महामारी को समाप्त करने, वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा को मजबूत करने, वैश्विक खाद्य सुरक्षा को आगे बढ़ाने और एक स्वतंत्र और खुला इंडो-पैसिफिक क्षेत्र सुनिश्चित करने के लिए द्विपक्षीय और बहुपक्षीय रूप से सहयोग जारी रखने के लिए भी प्रतिबद्धता दिखाने पर चर्चा की।

उन्होंने दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्रों के नेताओं के रूप में हिंद-प्रशांत और उससे आगे के सभी देशों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने के लिए अपनी साझा प्रतिबद्धता पर जोर दिया। दोनों नेताओं ने वैश्विक खाद्य आपूर्ति पर विशेष ध्यान देने के साथ यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध के अस्थिर प्रभावों पर भी चर्चा की। राष्ट्रपति बाइडन और प्रधानमंत्री मोदी क्वाड शिखर सम्मेलन के लिए टोक्यो में व्यक्तिगत रूप से मिलने के लिए उत्सुक थे।

अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन भारत-अमेरिका 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता में कहा कि इन 2+2 बैठकों ने पहले ही हमारे द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.. आज की चर्चाएं पिछली बैठकों पर आधारित थीं, जो हमने की हैं। यह वैश्विक मामलों में एक महत्वपूर्ण क्षण है।

ब्लिंकन ने कहा कि आज, हमने प्रमुख मुद्दों, साझा वैश्विक चुनौतियों पर चर्चा की- जिसमें यूक्रेन के खिलाफ रूस का युद्ध, कोविड-19 महामारी को समाप्त करना, जलवायु संकट, एक स्वतंत्र, खुले लोकतांत्रिक, सुरक्षित और समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र को बनाए रखना शामिल है। 

अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा कि हमारे पास स्पेस सिचुएशनल अवेयरनेस एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर करने का अवसर, हमारी बढ़ती प्रौद्योगिकी साझेदारी का प्रदर्शन, जिसमें हमारा मानना है कि दोनों देशों और दुनिया में लोगों के लाभ के लिए खोज, उपलब्धि के लिए लगभग असीम क्षमता है।

विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा कि चौथे भारत-अमेरिका 2+2 मंत्रिस्तरीय संवाद में भाग लेकर बहुत खुशी हो रही है। आज सुबह हमने अपने राज्य और रक्षा समकक्षों के साथ अलग-अलग बैठकें कीं। विदेश मंत्री ने कहा कि वर्चुअल समिट के जरिए पीएम मोदी और राष्ट्रपति बाइडन द्वारा दिए गए मार्गदर्शन से हमें फायदा हुआ है। 2+2 प्रारूप का उद्देश्य हमारी साझेदारी के लिए अधिक एकीकृत दृष्टिकोण को बढ़ावा देना है। यह तेजी से प्रासंगिक हो गया है क्योंकि हमारे जुड़ाव का दायरा और तीव्रता लगातार बढ़ रही है।

विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा कि हमारे अवसरों और चुनौतियों की प्रकृति ऐसी है कि उन्हें क्रॉस-कटिंग संवाद के माध्यम से अधिक प्रभावी ढंग से संबोधित किया जाता है। जब हम चौथी बार मिल रहे हैं, तो हमने जो प्रगति की है, उस पर हम संतोष कर सकते हैं।

भारत-अमेरिका 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता में विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा कि बढ़ती नजदीकियों को मापने के मानदंड अपनी कहानी बताते हैं चाहे वह हमारा 160 बिलियन डॉलर का व्यापार खाता हो, हमारे 200,000 छात्र हों, हमारे उच्चतम दर्ज निवेश स्तर हों, या हमारा तेजी से बढ़ता ऊर्जा व्यापार। 

उन्होंने कहा कि हमारा सहयोग अपने द्विपक्षीय दायरे से काफी आगे बढ़ गया है और वैश्विक मुद्दों पर इसका स्पष्ट प्रभाव है; यह कोविड19 की चुनौती का सामना करना, जलवायु परिवर्तन को लेकर कदम उठाना, समुद्री सुरक्षा सुनिश्चित करना या महत्वपूर्ण तकनीकों को बढ़ावा देना हो सकता है। भारत और अमेरिका मिलकर जो करेंगे, उससे फर्क पड़ेगा।

विस्तार

भारत-अमेरिका के बीच सोमवार को 2+2 वार्ता हुई। इसके अलावा भारत-अमेरिका आभासी शिखर सम्मेलन भी हुआ, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस जयशंकर, अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड जे. ऑस्टिन, विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने शिरकत की। इस दौरान देश-दुनिया से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। 

पांच दिवसीय दौरे पर वॉशिंगटन डीसी पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का सोमवार को पेंटागन कार्यालय में अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड जे. ऑस्टिन ने स्वागत किया। इसके बाद उन्हें गार्ड ऑफ आनर दिया गया। यहां उन्होंने अपने समकक्ष अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड जे. ऑस्टिन के साथ चौथी 2+2 वार्ता की। इसमें विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी शामिल हुए। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से भी मुलाकात की। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि वाशिंगटन में व्हाइट हाउस में आज अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से मुलाकात की। यहां भारत-अमेरिका आभासी शिखर सम्मेलन में भाग लिया, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ने संबोधित किया। 

परस्पर संबंधों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध : बाइडन

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने आभासी सम्मेलन के बाद एक ट्वीट में कहा कि मैंने आज पीएम नरेंद्र मोदी से बात की। हम दोनों देशों के बीच आर्थिक और रक्षा क्षेत्र में साझेदारी को मज़बूत करने और दोनों देशों के लोगों के बीच परस्पर संबंधों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

क्वाड सम्मेलन में पीएम मोदी से मिलने के लिए उत्सुक हूं : बाइडन

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हुई आभासी बैठक में कहा कि वह 24 मई को जापान में क्वाड शिखर सम्मेलन के दौरान उनसे मिलने के लिए उत्सुक हैं। बाइडन ने कहा कि आपको देखकर हमेशा अच्छा लगता है। मैं 24 मई (क्वाड समिट) में आपको जापान में देखने के लिए उत्सुक हूं। यह बैठक दोनों देशों के बीच 2+2 वार्ता से पहले आयोजित की गई थी। बाइडन ने कहा कि अमेरिका और भारत एक मजबूत और बढ़ती ‘प्रमुख रक्षा साझेदारी’ साझा करते हैं। 

अमेरिकी राष्ट्रपति ने यूक्रेन संघर्ष का भी जिक्र किया और कहा कि भारत और अमेरिका रूसी युद्ध के अस्थिर प्रभावों का प्रबंधन करने के तरीके पर घनिष्ठ परामर्श जारी रखेंगे। बाइडन ने कहा कि मैं यूक्रेन के लोगों के लिए भारत के मानवीय समर्थन का स्वागत करना चाहता हूं। पिछले हफ्ते एक ट्रेन स्टेशन पर हुई दुखद गोलाबारी सहित अन्य भयानक हमलों के निर्दोष लोग शिकार बन रहे हैं, इनमें वह दर्जनों निर्दोष बच्चे और महिलाएं और नागरिक शामिल हैं जो हिंसा से दूर जाने का प्रयास कर रहे हैं।

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