न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: गौरव पाण्डेय
Updated Mon, 31 Jan 2022 08:20 PM IST
सार
सीबीआई ने आरोप लगाया है कि बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा एक सुनियोजित राजनीतिक साजिश थी और इसकी सच्चाई सामने लाने के लिए सुपियां को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ किए जाने की जरूरत है।
सीबीआई
– फोटो : पीटीआई
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विस्तार
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद हुई हिंसा के मामले में सोमवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता एसके सुपियां की याचिका का विरोध किया। सुपियां नंदीग्राम विधानसभा से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के चुनावी एजेंट थे।
सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट से कहा कि यह सुनियोजित राजनीतिक साजिश थी। इसकी सच्चाई सामने लाने के लिए याचिकाकर्ता एसके सुपियां को गिरफ्तार करने और उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ करने की आवश्यकता है और इसके पर्याप्त कारण भी हैं।
पिछले साल विधानसभा चुनाव के बाद बड़े स्तर पर हिंसा हुई थी और इस दौरान एक व्यक्ति की कथित तौर पर हत्या कर दी गई थी। सुप्रीम कोर्ट ने पिछले सप्ताह सुपियां को गिरफ्तारी से अंतरिम राहत दी थी। सीबीआई ने उनकी जमानत का विरोध किया है।