न्यूज डेस्क, अमर उजाला, चेन्नई
Published by: कुमार संभव
Updated Fri, 30 Jul 2021 09:26 AM IST
डीएमके नेता केएन नेहरू ने बिहार के लोगों पर अभद्र टिप्पणी करके नया विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने बिहार के लोगों को कम दिमाग वाला बताया। साथ ही, उन पर तमिलों की नौकरियां छीनने का आरोप भी लगाया।
तमिलनाडु के नगर प्रशासन मंत्री और डीएमके नेता केएन नेहरू ने बिहार के लोगों पर नस्लीय टिप्पणी की। माना जा रहा है कि उनका यह बयान बड़ा विवाद खड़ा कर सकता है। बताया जा रहा है कि मंत्री ने बिहार के लोगों को तमिलों से कम होशियार बताया। साथ ही, आरोप लगाया कि बिहार के लोग तमिलनाडु में आकर स्थानीय निवासियों की नौकरियां छीन रहे हैं। बता दें कि कुछ दिन पहले पेगासस कथित जासूसी कांड को लेकर बनी संसदीय समिति में शामिल भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर उन्हें ‘बिहारी गुंडा’ कहने का आरोप लगाया था। इस मामले में विवाद अब तक शांत नहीं हुआ है।
जानकारी के मुताबिक, केएन नेहरू ने यह बयान 25 जुलाई को दिया। उस वक्त वह तिरुचिरापल्ली स्थित डीएमके कार्यालय से एक रोजगार कैंप को संबोधित कर रहे थे। करीब एक सप्ताह तक चलने वाला यह कार्यक्रम 23 जुलाई को शुरू हुआ था, जिसमें केएन नेहरू 25 जुलाई को शामिल हुए थे। अपने भाषण के दौरान केएन नेहरू ने कहा कि बिहार और उत्तर भारत के लोग तमिलनाडु में तमिलों की नौकरियां छीन रहे थे। वे बिना तमिल और अंग्रेजी जाने स्थानीय बैंकों और अन्य स्थानों पर काम कर रहे हैं। डीएमके नेता ने अपने भाषण में कहा कि बिहार के लोग तमिलों से कम समझदार होते हैं।
विस्तार
तमिलनाडु के नगर प्रशासन मंत्री और डीएमके नेता केएन नेहरू ने बिहार के लोगों पर नस्लीय टिप्पणी की। माना जा रहा है कि उनका यह बयान बड़ा विवाद खड़ा कर सकता है। बताया जा रहा है कि मंत्री ने बिहार के लोगों को तमिलों से कम होशियार बताया। साथ ही, आरोप लगाया कि बिहार के लोग तमिलनाडु में आकर स्थानीय निवासियों की नौकरियां छीन रहे हैं। बता दें कि कुछ दिन पहले पेगासस कथित जासूसी कांड को लेकर बनी संसदीय समिति में शामिल भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर उन्हें ‘बिहारी गुंडा’ कहने का आरोप लगाया था। इस मामले में विवाद अब तक शांत नहीं हुआ है।
डीएमके नेता ने दिया यह बयान
जानकारी के मुताबिक, केएन नेहरू ने यह बयान 25 जुलाई को दिया। उस वक्त वह तिरुचिरापल्ली स्थित डीएमके कार्यालय से एक रोजगार कैंप को संबोधित कर रहे थे। करीब एक सप्ताह तक चलने वाला यह कार्यक्रम 23 जुलाई को शुरू हुआ था, जिसमें केएन नेहरू 25 जुलाई को शामिल हुए थे। अपने भाषण के दौरान केएन नेहरू ने कहा कि बिहार और उत्तर भारत के लोग तमिलनाडु में तमिलों की नौकरियां छीन रहे थे। वे बिना तमिल और अंग्रेजी जाने स्थानीय बैंकों और अन्य स्थानों पर काम कर रहे हैं। डीएमके नेता ने अपने भाषण में कहा कि बिहार के लोग तमिलों से कम समझदार होते हैं।