एजेंसी, इस्तांबुल।
Published by: Jeet Kumar
Updated Fri, 26 Nov 2021 12:34 AM IST
सार
अल-रईसी के खिलाफ कई मानवाधिकार संगठनों ने शिकायतें की हैं। फ्रांस समेत पांच देशों में आपराधिक शिकायतें दर्ज हैं जहां इंटरपोल का मुख्यालय है।
मेजर जनरल अहमद नसीर अल-रईसी
– फोटो : twitter/@INTERPOL_HQ
अंतरराष्ट्रीय कानून प्रवर्तन एजेंसी ‘इंटरपोल’ ने यूएई के विवादास्पद अधिकारी मेजर जनरल अहमद नसीर अल-रईसी को अपना अध्यक्ष चुन लिया। रईसी का चयन तुर्की की राजधानी इस्तांबुल में इंटरपोल की वार्षिक आमसभा में हुआ। वे यूएई के गृह मंत्रालय में महानिरीक्षक रह चुके हैं। उन पर देश के मानवाधिकार समूह में मनमाने ढंग से लोगों को हिरासत में रखकर यातनाएं देने के आरोप लगते रहे हैं।
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में रईसी के विवादित कार्यकाल को देखते हुए मानवाधिकार समूहों ने उनके नाम की घोषणा का विरोध भी किया है। अल-रईसी के खिलाफ फ्रांस समेत पांच देशों में आपराधिक शिकायतें हैं जहां इंटरपोल का मुख्यालय है।
इस बीच, अबू धाबी में सरकारी अखबार से बातचीत में रईसी ने कहा कि वह इंटरपोल का आधुनिकीकरण करना चाहते हैं। इससे पहले इंटरपोल के अध्यक्ष के चुनाव पर करीब से नजर रखी जा रही थी क्योंकि संगठन के पहले चीनी अध्यक्ष मेंग होंगवेई 2018 में चीन जाते समय रास्ते से ही लापता हो गए थे।तब उनका कार्यकाल पूरा नहीं हुआ था।
इसके बाद पता चला कि उन्हें हिरासत में लिया गया है और उन पर चीन में रिश्वतत लेने तथा अन्य अपराधों में शामिल होने के आरोप लगाए गए।
विस्तार
अंतरराष्ट्रीय कानून प्रवर्तन एजेंसी ‘इंटरपोल’ ने यूएई के विवादास्पद अधिकारी मेजर जनरल अहमद नसीर अल-रईसी को अपना अध्यक्ष चुन लिया। रईसी का चयन तुर्की की राजधानी इस्तांबुल में इंटरपोल की वार्षिक आमसभा में हुआ। वे यूएई के गृह मंत्रालय में महानिरीक्षक रह चुके हैं। उन पर देश के मानवाधिकार समूह में मनमाने ढंग से लोगों को हिरासत में रखकर यातनाएं देने के आरोप लगते रहे हैं।
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में रईसी के विवादित कार्यकाल को देखते हुए मानवाधिकार समूहों ने उनके नाम की घोषणा का विरोध भी किया है। अल-रईसी के खिलाफ फ्रांस समेत पांच देशों में आपराधिक शिकायतें हैं जहां इंटरपोल का मुख्यालय है।
इस बीच, अबू धाबी में सरकारी अखबार से बातचीत में रईसी ने कहा कि वह इंटरपोल का आधुनिकीकरण करना चाहते हैं। इससे पहले इंटरपोल के अध्यक्ष के चुनाव पर करीब से नजर रखी जा रही थी क्योंकि संगठन के पहले चीनी अध्यक्ष मेंग होंगवेई 2018 में चीन जाते समय रास्ते से ही लापता हो गए थे।तब उनका कार्यकाल पूरा नहीं हुआ था।
इसके बाद पता चला कि उन्हें हिरासत में लिया गया है और उन पर चीन में रिश्वतत लेने तथा अन्य अपराधों में शामिल होने के आरोप लगाए गए।
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