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नगालैंड हिंसा: अब तक 14 लोगों की मौत, पांच सदस्यीय टीएमसी प्रतिनिधिमंडल आज करेगा राज्य का दौरा

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, कोहिमा
Published by: संजीव कुमार झा
Updated Mon, 06 Dec 2021 07:32 AM IST

सार

नगालैंड के मुख्य सचिव जे आलम ने कहा कि राज्य सरकार एक बार फिर लोगों को आश्वस्त करती है कि न्याय सुनिश्चित करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी और कानून के अनुसार उचित कार्रवाई की जाएगी।

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उत्तर पूर्वी राज्य नगालैंड में हुई हिंसा को लेकर अब राजनीति भी तेज हो गई है। विपक्ष की कई पार्टियां जहां इस घटना को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोल रही है वहीं तृणमूल कांग्रेस अपने पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ आज हिंसाग्रस्त क्षेत्र का दौरा करेगी। टीएमसी प्रतिनिधिमंडल में सांसद प्रसून बनर्जी, सुष्मिता देव, अपरूपा पोद्दार, शांतनु सेन और पार्टी प्रवक्ता विश्वजीत देब शामिल होंगे। वहीं रविवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने  भी शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और भारतीय सेना द्वारा उग्रवाद विरोधी अभियान की गहन जांच की मांग की। दरअसल, नगालैंड के मोन जिले के तिरु इलाके में रविवार रात सुरक्षाबलों की कार्रवाई में कम से कम एक जवान समेत 14 लोगों की मौत हो गई। ये इलाका म्यांमार की सीमा के नजदीक है। वहीं इस घटना के बाद नगालैंड सरकार ने मारे गए 13 लोगों के परिवारों को पांच-पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।

क्या है मामला
शनिवार रात गश्त लगा रही सेना की एक टुकड़ी ने काम खत्म कर घर लौट रहे लोगों पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इस घटना में छह लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। इसके बाद इस घटना से नाराज स्थानीय लोगों की सेना के साथ झड़प हुई जिसमें सात और  नागरिकों एवं सेना के एक जवान की मौत हो गई।

आपातकालीन राहत कार्य जारी
वरिष्ठ मंत्री पी पाइवांग कोन्याक ने कहा कि आपातकालीन राहत कार्यों के लिए राज्य सरकार के दो हेलीकॉप्टरों को सेवा में लगाया गया और चार घायलों को आगे के चिकित्सा उपचार के लिए मोन से दीमापुर ले जाया गया। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री एस पंगु फोम ने भी रेफरल अस्पताल दीमापुर में घायलों से मुलाकात की।

विस्तार

उत्तर पूर्वी राज्य नगालैंड में हुई हिंसा को लेकर अब राजनीति भी तेज हो गई है। विपक्ष की कई पार्टियां जहां इस घटना को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोल रही है वहीं तृणमूल कांग्रेस अपने पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ आज हिंसाग्रस्त क्षेत्र का दौरा करेगी। टीएमसी प्रतिनिधिमंडल में सांसद प्रसून बनर्जी, सुष्मिता देव, अपरूपा पोद्दार, शांतनु सेन और पार्टी प्रवक्ता विश्वजीत देब शामिल होंगे। वहीं रविवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने  भी शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और भारतीय सेना द्वारा उग्रवाद विरोधी अभियान की गहन जांच की मांग की। दरअसल, नगालैंड के मोन जिले के तिरु इलाके में रविवार रात सुरक्षाबलों की कार्रवाई में कम से कम एक जवान समेत 14 लोगों की मौत हो गई। ये इलाका म्यांमार की सीमा के नजदीक है। वहीं इस घटना के बाद नगालैंड सरकार ने मारे गए 13 लोगों के परिवारों को पांच-पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।

क्या है मामला

शनिवार रात गश्त लगा रही सेना की एक टुकड़ी ने काम खत्म कर घर लौट रहे लोगों पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इस घटना में छह लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। इसके बाद इस घटना से नाराज स्थानीय लोगों की सेना के साथ झड़प हुई जिसमें सात और  नागरिकों एवं सेना के एक जवान की मौत हो गई।

आपातकालीन राहत कार्य जारी

वरिष्ठ मंत्री पी पाइवांग कोन्याक ने कहा कि आपातकालीन राहत कार्यों के लिए राज्य सरकार के दो हेलीकॉप्टरों को सेवा में लगाया गया और चार घायलों को आगे के चिकित्सा उपचार के लिए मोन से दीमापुर ले जाया गया। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री एस पंगु फोम ने भी रेफरल अस्पताल दीमापुर में घायलों से मुलाकात की।

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