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दौरा: विदेश मंत्री जयशंकर द्विपक्षीय वार्ता के लिए श्रीलंका पहुंचे, बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में होंगे शामिल

सार

जयशंकर की यात्रा मुख्य रूप से बिम्सटेक शिखर सम्मेलन से जुड़ी है, लेकिन वह श्रीलंकाई नेताओं के साथ सभी महत्वपूर्ण द्विपक्षीय वार्ता में भाग लेंगे। बिम्सटेक में भारत और श्रीलंका के अलावा, बांग्लादेश, म्यांमार, थाईलैंड, नेपाल और भूटान शामिल हैं।
 

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श्रीलंका में भारी आर्थिक संकट के बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर श्रीलंका के शीर्ष नेतृत्व के साथ द्विपक्षीय वार्ता करने के लिए श्रीलंका पहुंचे हैं। जयशंकर सात देशों के बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए रविवार को यहां पहुंचे हैं। वहीं भारत श्रीलंका को मौजूदा आर्थिक संकट से उबारने के लिए आर्थिक पैकेज दे चुका है।

मालदीव दौरे से श्रीलंका पहुंचे जयशंकर
दौरे की जानकारी देते हुए एस जयशंकर ने ट्वीट किया कि द्विपक्षीय वार्ता और बिम्सटेक बैठक के लिए कोलंबो पहुंच गया हूं। अगले दो दिनों में वार्ता के लिए उत्साहित हूं। विदेश मंत्री अभी मालदीव की यात्र करके यहां पहुंचे हैं। मालदीव की यात्रा के दौरान उन्होंने द्विपक्षीय सहयोग से जुड़े व्यापक मुद्दों पर देश के शीर्ष नेतृत्व के साथ बातचीत की।

मंत्री एस जयशंकर की श्रीलंका और मालदीव की यात्रा द्विपक्षीय संबंधों के और विस्तार की संभावनाओं का पता लगाने के लिए भारत के दो प्रमुख समुद्री पड़ोसियों के उनके पांच दिवसीय दो देशों के दौरे का हिस्सा है।

जयशंकर की यात्रा मुख्य रूप से बिम्सटेक शिखर सम्मेलन से जुड़ी
अधिकारियों ने कहा, हालांकि जयशंकर की यात्रा मुख्य रूप से बिम्सटेक शिखर सम्मेलन से जुड़ी है, लेकिन वह श्रीलंकाई नेताओं के साथ सभी महत्वपूर्ण द्विपक्षीय वार्ता में भाग लेंगे। बता दें कि बिम्सटेक में भारत और श्रीलंका के अलावा, बांग्लादेश, म्यांमार, थाईलैंड, नेपाल और भूटान शामिल हैं।

पीएम मोदी करेंगे बिम्सटेक समूह के शिखर सम्मेलन को संबोधित
शिखर सम्मेलन की मेजबानी श्रीलंका द्वारा की जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 मार्च को बिम्सटेक समूह के शिखर सम्मेलन में डिजिटल माध्यम से भाग लेंगे, जिसमें सदस्य देशों के बीच आर्थिक जुड़ाव बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किए जाने की उम्मीद है।

यह शिखर सम्मेलन ऐसे समय में हो रहा है जब श्रीलंका अपने अब तक के सबसे खराब विदेशी मुद्रा संकट का सामना कर रहा है, क्योंकि कोरोना महामारी ने द्वीपीय राष्ट्र की पर्यटन से होने वाली कमाई को प्रभावित किया है।

श्रीलंका गुजर रहा आर्थिक संकट से
भारत के विदेश मंत्री जयशंकर का यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब संकट से निपटने में श्रीलंकाई सरकार की अक्षमता पर जनता का आक्रोश खुलकर सामने आया है। लोग ईंधन और गैस के लिए कतारों से छुटकारा पाने और लंबे समय तक बिजली कटौती का तत्काल समाधान को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

विस्तार

श्रीलंका में भारी आर्थिक संकट के बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर श्रीलंका के शीर्ष नेतृत्व के साथ द्विपक्षीय वार्ता करने के लिए श्रीलंका पहुंचे हैं। जयशंकर सात देशों के बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए रविवार को यहां पहुंचे हैं। वहीं भारत श्रीलंका को मौजूदा आर्थिक संकट से उबारने के लिए आर्थिक पैकेज दे चुका है।

मालदीव दौरे से श्रीलंका पहुंचे जयशंकर

दौरे की जानकारी देते हुए एस जयशंकर ने ट्वीट किया कि द्विपक्षीय वार्ता और बिम्सटेक बैठक के लिए कोलंबो पहुंच गया हूं। अगले दो दिनों में वार्ता के लिए उत्साहित हूं। विदेश मंत्री अभी मालदीव की यात्र करके यहां पहुंचे हैं। मालदीव की यात्रा के दौरान उन्होंने द्विपक्षीय सहयोग से जुड़े व्यापक मुद्दों पर देश के शीर्ष नेतृत्व के साथ बातचीत की।

मंत्री एस जयशंकर की श्रीलंका और मालदीव की यात्रा द्विपक्षीय संबंधों के और विस्तार की संभावनाओं का पता लगाने के लिए भारत के दो प्रमुख समुद्री पड़ोसियों के उनके पांच दिवसीय दो देशों के दौरे का हिस्सा है।

जयशंकर की यात्रा मुख्य रूप से बिम्सटेक शिखर सम्मेलन से जुड़ी

अधिकारियों ने कहा, हालांकि जयशंकर की यात्रा मुख्य रूप से बिम्सटेक शिखर सम्मेलन से जुड़ी है, लेकिन वह श्रीलंकाई नेताओं के साथ सभी महत्वपूर्ण द्विपक्षीय वार्ता में भाग लेंगे। बता दें कि बिम्सटेक में भारत और श्रीलंका के अलावा, बांग्लादेश, म्यांमार, थाईलैंड, नेपाल और भूटान शामिल हैं।

पीएम मोदी करेंगे बिम्सटेक समूह के शिखर सम्मेलन को संबोधित

शिखर सम्मेलन की मेजबानी श्रीलंका द्वारा की जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 मार्च को बिम्सटेक समूह के शिखर सम्मेलन में डिजिटल माध्यम से भाग लेंगे, जिसमें सदस्य देशों के बीच आर्थिक जुड़ाव बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किए जाने की उम्मीद है।

यह शिखर सम्मेलन ऐसे समय में हो रहा है जब श्रीलंका अपने अब तक के सबसे खराब विदेशी मुद्रा संकट का सामना कर रहा है, क्योंकि कोरोना महामारी ने द्वीपीय राष्ट्र की पर्यटन से होने वाली कमाई को प्रभावित किया है।

श्रीलंका गुजर रहा आर्थिक संकट से

भारत के विदेश मंत्री जयशंकर का यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब संकट से निपटने में श्रीलंकाई सरकार की अक्षमता पर जनता का आक्रोश खुलकर सामने आया है। लोग ईंधन और गैस के लिए कतारों से छुटकारा पाने और लंबे समय तक बिजली कटौती का तत्काल समाधान को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

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