टेक डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: प्रदीप पाण्डेय
Updated Tue, 04 Jan 2022 02:45 PM IST
सार
सरकार की ओर से कहा गया है कि जब तक Starlink को भारत में इंटरनेट सर्विस के लिए लाइसेंस नहीं मिल जाता, तब तक वह ग्राहकों से पैसे नहीं ले सकती।
ख़बर सुनें
विस्तार
सरकार की ओर से कहा गया है कि जब तक Starlink को भारत में इंटरनेट सर्विस के लिए लाइसेंस नहीं मिल जाता, तब तक वह ग्राहकों से पैसे नहीं ले सकती। गैजेट 360 की एक रिपोर्ट के मुताबिक स्टारलिंक ने उन ग्राहकों को रिफंड के संबंध में ई-मेल भेजना शुरू कर दिया है जिन्होंने स्टारलिंक के इंटरनेट के लिए प्री-बुकिंग की थी।
स्टारलिंक ने प्री-बुकिंग करने वाले ग्राहकों को भेजे ई-मेल में कहा है, ‘सरकार की ओर से भारतीय बाजार में सेवा शुरू करने के लिए लाइसेंस कब मिलेगा, इसकी फिलहाल कोई तारीख तय नहीं है। लाइसेंस के अलावा भी कई तरह की दिक्कतें आ रही हैं जो कि लाइसेंस के मिलने के बाद दूर हो सकती हैं।’
इससे पहले दिसंबर में Starlink इंडिया के डायरेक्टर संजय भार्गव ने कहा था कि कंपनी 31 दिसंबर 2021 से पहले कमर्शियल लाइसेंस के लिए अप्लाई करेगी। उन्होंने कहा था कि 2022 के अंत तक भारत में 2,00,000 स्टारलिंक डिवाइस इंस्टॉल होंगी। स्टारलिंक को अभी तक 5,000 प्री-बुकिंग मिली थी। अब कंपनी ने प्री-बुकिंग बंद कर दी है।
संजय भार्गव ने पिछले साल लिंकडिन पर स्टारलिंक के कनेक्शन की कीमत के बारे में भी एक पोस्ट शेयर किया था। संजय भार्गव के पोस्ट के मुताबिक Starlink के कनेक्शन के लिए ग्राहकों को 1,58,000 रुपये तक खर्च करने पड़ सकते थे, हालांकि यह कीमत सालाना और पहले साल के लिए थी। दूसरे साल में प्लान की कीमत 1,15,000 रुपये होने वाली थी।