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गुजराती परिवार की मौत का मामला: अमेरिकी यात्रा के लिए सभी ने 75 लाख रुपये क्यों खर्च किए थे? गुत्थी सुलझाने में जुटी पुलिस

वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, वाशिंगटन
Published by: संजीव कुमार झा
Updated Sat, 29 Jan 2022 08:50 AM IST

सार

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने इस घटना को वीभत्स बताया। उन्होंने कहा कि सीमा पार इस तरह की घटना को रोकने के लिए उचित कदम उठाए जा रहे हैं।  
 

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अमेरिका-कनाडा सीमा पर हुई गुजराती परिवार की संदिग्ध मौत की जांच जारी है। कनाडा के पुलिस अधिकारियों के सामने कुछ ऐसे सबूत हाथ लगे हैं जिसने उलझन में डाल दिया है। अब पुलिस घटना से जुड़े कई सवालों के जवाब तलाशने में लगी है। इन सबके बीच सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि आखिर इस परिवार ने अमेरिका पहुंचने के लिए 75 लाख रुपये क्यों खर्च किए? आखिर ऐसी क्या मजबूरी रही होगी कि इस परिवार को इतनी भारी रकम खर्च करनी पड़ी। हालांकि पुलिस को प्रथम दृष्टया यह मामला मानव तस्करी का लग रहा है। कनाडा पुलिस के लिए एक और सवाल यह भी है कि परिवार के सदस्य जब टूरिस्ट वीजा पर कनाडा पहुंच गए थे, तो सीमा पार कर अमेरिका क्यों आना? कनाडा में क्यों नहीं रहे? पुलिस अधिकारियों द्वारा अटकलें लगाई जा रही हैं कि परिवार को कनाडा का मौसम ज्यादा ठंडा लगा। इसके अलावा अमेरिका में गुजरातियों और खासतौर से पटेल परिवारों का नेटवर्क ज्यादा अच्छा है। यह डेढ़ लाख से ज्यादा पटेल रहते हैं।

अधिकारियों को आशंका-ठंड से गई होगी जान
अधिकारियों का कहना है कि कड़ी ठंड का मुकाबला करने के लिए परिवार के पास अच्छी व्यवस्था थी। वहीं, तस्करों ने भी एक जैसे दिखने वाले सर्दियों के कपड़े दिए थे. हालांकि, मौसम के हिसाब से ये कपड़े पर्याप्त नहीं थे। कहा जा रहा है कि मौसम उन लोगों के लिए भी मुश्किल था, जिन्हें इसकी पहले से भी आदत है। इस बार कनाडा में ठंड का कहर पहले की तुलना में कहीं ज्यादा है। परिवार के चारों सदस्यों के शव मिलने से पहले करीब 16 घंटों तक भीषण ठंड में रहे।

जानिए क्या है पूरा मामला
दरअसल, गुरुवार को कनाडा-अमेरिकी सीमा पर चार लोगों के शव मिले थे। पुलिस के मुताबिक, ये शव दो वयस्कों, एक किशोर व एक बच्चे का था। इनकी पहचान गुजराती भारतीय के रूप में हुई। कहा जा रहा है कि चारों की मौत अत्यधिक ठंड से हुई थी। इसके बाद भारतीय दूतावास ने इस घटना को एक गंभीर त्रासदी बताया। पुलिस का कहना है कि प्रथम दृष्टया यह मामला मानव तस्करी का ही लग रहा है। अनुमान लगाया जा रहा है कि मानव तस्करी के लिए चारों लोगों को यहां लाया गया था, अत्यधिक ठंड के कारण चारों की मौत हो गई। वहीं सूत्रों का कहना है कि 19 जनवरी को, यूएस-कनाडा सीमा के पास अमेरिकी अधिकारियों को ऐसे लोगों का एक समूह मिला, जो अवैध रूप से बिना दस्तावेज के प्रवेश कर रहा था। उनसे मिली जानकारी के आधार पर ही कनाडा के अधिकारियों ने कनाडा की सीमा पर चार शवों के लिए तलाशी अभियान शुरू किया। 

विस्तार

अमेरिका-कनाडा सीमा पर हुई गुजराती परिवार की संदिग्ध मौत की जांच जारी है। कनाडा के पुलिस अधिकारियों के सामने कुछ ऐसे सबूत हाथ लगे हैं जिसने उलझन में डाल दिया है। अब पुलिस घटना से जुड़े कई सवालों के जवाब तलाशने में लगी है। इन सबके बीच सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि आखिर इस परिवार ने अमेरिका पहुंचने के लिए 75 लाख रुपये क्यों खर्च किए? आखिर ऐसी क्या मजबूरी रही होगी कि इस परिवार को इतनी भारी रकम खर्च करनी पड़ी। हालांकि पुलिस को प्रथम दृष्टया यह मामला मानव तस्करी का लग रहा है। कनाडा पुलिस के लिए एक और सवाल यह भी है कि परिवार के सदस्य जब टूरिस्ट वीजा पर कनाडा पहुंच गए थे, तो सीमा पार कर अमेरिका क्यों आना? कनाडा में क्यों नहीं रहे? पुलिस अधिकारियों द्वारा अटकलें लगाई जा रही हैं कि परिवार को कनाडा का मौसम ज्यादा ठंडा लगा। इसके अलावा अमेरिका में गुजरातियों और खासतौर से पटेल परिवारों का नेटवर्क ज्यादा अच्छा है। यह डेढ़ लाख से ज्यादा पटेल रहते हैं।

अधिकारियों को आशंका-ठंड से गई होगी जान

अधिकारियों का कहना है कि कड़ी ठंड का मुकाबला करने के लिए परिवार के पास अच्छी व्यवस्था थी। वहीं, तस्करों ने भी एक जैसे दिखने वाले सर्दियों के कपड़े दिए थे. हालांकि, मौसम के हिसाब से ये कपड़े पर्याप्त नहीं थे। कहा जा रहा है कि मौसम उन लोगों के लिए भी मुश्किल था, जिन्हें इसकी पहले से भी आदत है। इस बार कनाडा में ठंड का कहर पहले की तुलना में कहीं ज्यादा है। परिवार के चारों सदस्यों के शव मिलने से पहले करीब 16 घंटों तक भीषण ठंड में रहे।

जानिए क्या है पूरा मामला

दरअसल, गुरुवार को कनाडा-अमेरिकी सीमा पर चार लोगों के शव मिले थे। पुलिस के मुताबिक, ये शव दो वयस्कों, एक किशोर व एक बच्चे का था। इनकी पहचान गुजराती भारतीय के रूप में हुई। कहा जा रहा है कि चारों की मौत अत्यधिक ठंड से हुई थी। इसके बाद भारतीय दूतावास ने इस घटना को एक गंभीर त्रासदी बताया। पुलिस का कहना है कि प्रथम दृष्टया यह मामला मानव तस्करी का ही लग रहा है। अनुमान लगाया जा रहा है कि मानव तस्करी के लिए चारों लोगों को यहां लाया गया था, अत्यधिक ठंड के कारण चारों की मौत हो गई। वहीं सूत्रों का कहना है कि 19 जनवरी को, यूएस-कनाडा सीमा के पास अमेरिकी अधिकारियों को ऐसे लोगों का एक समूह मिला, जो अवैध रूप से बिना दस्तावेज के प्रवेश कर रहा था। उनसे मिली जानकारी के आधार पर ही कनाडा के अधिकारियों ने कनाडा की सीमा पर चार शवों के लिए तलाशी अभियान शुरू किया। 

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