सार
जनवरी-मार्च तिमाही में खुदरा महंगाई औसतन 6.34 फीसदी रही है। एनएसओ ने कहा, रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से खाद्य तेलों की कीमतों में उछाल आया है। इक्रा की अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा, मौद्रिक नीति समिति ने अपने रुख में बदलाव का संकेत दिया है। महंगाई अगर नहीं घटती है तो ब्याज दरों में बढ़ोतरी जून से शुरू हो सकती है।
ख़बर सुनें
विस्तार
जनवरी-मार्च तिमाही में खुदरा महंगाई औसतन 6.34 फीसदी रही है। एनएसओ ने कहा, रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से खाद्य तेलों की कीमतों में उछाल आया है। इससे तेल और वसा की महंगाई बढ़कर 18.79 फीसदी पहुंच गई। सब्जियों के दाम 11.64 फीसदी बढ़े, जबकि मांस और मछली की कीमतों में फरवरी के मुकाबले 9.63 फीसदी इजाफा हुआ। आरबीआई ने 2022-23 के लिए खुदरा महंगाई को 4.5 फीसदी से बढ़ाकर 5.7 फीसदी कर दिया है। इक्रा की अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा, मौद्रिक नीति समिति ने अपने रुख में बदलाव का संकेत दिया है। महंगाई अगर नहीं घटती है तो ब्याज दरों में बढ़ोतरी जून से शुरू हो सकती है।
87 फीसदी लोग सब्जियों की बढ़ती कीमतों से परेशान लोकल सर्किल के मुताबिक, मार्च में सब्जियों के दाम 25 फीसदी तक बढ़ने से देश के हर 10 में 9 परिवारों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। 87 फीसदी परिवारों पर बढ़ती कीमतों का असर पड़ा है।
जरूरी वस्तुओं के साथ ईंधन में तेजी से बिगड़ा रसोई का बजट
पिछले कुछ महीने से जरूरी वस्तुओं की कीमतों में तेज बढ़त के साथ ईंधन की दरों में हालिया वृद्धि ने लोगों का जीवन कठिन बना दिया है। लोगों को अब घरों के बजट का प्रबंधन करने में मुश्किल हो रही है। सब्जियों के साथ अन्य खाद्य पदार्थों की कीमतें पहले से ही आसमान पर हैं। उसके बाद पिछले एक महीने में पेट्रोल और डीजल की कीमतें करीब 10 रुपये लीटर बढ़ने के साथ ही गैस महंगी होने से भी लोगों की परेशानी बढ़ गई है।
पंजाब की गृहिणी ने कहा, महंगे ईंधन ने जीना मुश्किल कर दिया है। गैस सिलेंडर 1,000 रुपये में आ रहा है। सब्जी, फल, खाने के तेल पहले से ही काफी मंहगे हैं।
छोटे कारोबारों पर असर
हरियाणा के दुकानदार ने कहा, मंहगाई बढ़ने से छोटे कारोबार पर असर पड़ रहा है। भोपाल के दूध विक्रेता ने बताया कि पेट्रोल का भाव बढ़ने से बचत पर असर हो रहा है। पहले वह हर दिन 100 रुपये का पेट्रोल बाइक में डालता था, लेकिन अब उसे 160 रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं।
रोजाना 100 रुपये चपत
- केरल में मछली विक्रेता ने बताया, वह रोजाना बाइक के लिए 250 रुपये का पेट्रोल खरीद रहा है। पहले वह 150 रुपये का पेट्रोल खरीदता था।
- उसे रोजाना 100 रुपये की चपत लग रही है। वह रोज 23 किमी की यात्रा करता है और बाइक में एक कंटेनर फिट कर रखा है।
सीएनजी की कीमतें बढ़ने से ऑटो पर भी असर
दिल्ली के व्यक्ति ने बताया कि ईंधन की दरें बढऩे से यातायात की लागत 15-20 फीसदी बढ़ गई है। एक माह में सीएनजी की कीमतों में 10 रुपये किलो की तेजी ने ऑटो और अन्य गाड़ियों पर बुरा असर डाला है।
दिल्ली ऑटो रिक्शा संघ के महासचिव राजेंद्र सोनी ने जीवन चलाने के लिए सरकार से 35 रुपये प्रति किलो की सब्सिडी पर सीएनजी देने की मांग की है।