पीटीआई, कोलकाता
Published by: Jeet Kumar
Updated Fri, 18 Feb 2022 12:34 AM IST
सार
बीएसएफ के अपने बयान में बताया कि जब्त की गई कुछ दवाओं को भारत में उपयोग के लिए मंजूरी नहीं मिली है।
बीएसएफ ने पेट्रापोल पर बड़ी कार्रवाई करते हुए दो ट्रकों से दवाओं की बड़ी खेप पकड़ी है। इस छापेमारी में दो ट्रक चालक और एक हेल्पर समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। बीएसएफ ने बयान में कहा कि भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर गश्त कर रहे सुरक्षाबलों ने 16 फरवरी की रात सीमा चौकी पर दो ट्रकों को रोका जिनमें से अवैध रूप से बांग्लादेश से भारत में लाई जा रही उच्च मूल्य की दवाएं जब्त की गईं।
किसी के पास नहीं थे वैध प्रमाण पत्र
बीएसएफ के अनुसार किसी भी चालक के पास वैध प्रमाण पत्र नहीं थे। एक ट्रक के चालक के पास वैध ड्राइविंग लाइसेंस नहीं था जबकि दूसरे ने रुकने पर नकली ड्राइविंग लाइसेंस दिखाया। साथ ही बयान में कहा गया है कि दोनों ट्रकों के पास वैध पंजीकरण पत्र भी नहीं थे और उनमें से एक के पास से तीन अलग-अलग नंबर प्लेट भी जब्त की गईं हैं।
जब्त की गई दवाओं ब्लड कैंसर की दवाएं मिलीं
बीएसएफ के अपने बयान में बताया कि जब्त की गई कुछ दवाओं को भारत में उपयोग के लिए मंजूरी नहीं मिली है। कंपनी कमांडर और अन्य की मौजूदगी में ट्रकों की तलाशी के दौरान बड़ी मात्रा में ओसिकेन्ट 80 तथा लुकीवेनेट 100 (लुकीवेनेट -100) लंग्स कैंसर तथा ब्लड कैंसर की दवाएं मिलीं, जिनकी कुल कीमत 25 लाख से ज्यादा आंकी गई है।
बीएसएफ तस्करी को रोकने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध
सीमा सुरक्षा बल ने बयान में कहा कि बीएसएफ पेट्रापोल पर आयात और निर्यात वाहनों और यात्रियों के निजी सामान की आड़ में की जाने वाली तस्करी को रोकने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। साथ ही बीएसएफ के एक अधिकारी ने बताया कि पेट्रापोल (भारत-बांग्लादेश बॉर्डर) सीमा पार अपराध को अंजाम देने की गलत मंशा रखने वाले बदमाशों पर बीएसएफ के सुरक्षाबल लगातार नजर रखे हुए हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि बीएसएफ तस्करों की हर कोशिश को नाकाम करती रहेगी।
विस्तार
बीएसएफ ने पेट्रापोल पर बड़ी कार्रवाई करते हुए दो ट्रकों से दवाओं की बड़ी खेप पकड़ी है। इस छापेमारी में दो ट्रक चालक और एक हेल्पर समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। बीएसएफ ने बयान में कहा कि भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर गश्त कर रहे सुरक्षाबलों ने 16 फरवरी की रात सीमा चौकी पर दो ट्रकों को रोका जिनमें से अवैध रूप से बांग्लादेश से भारत में लाई जा रही उच्च मूल्य की दवाएं जब्त की गईं।
किसी के पास नहीं थे वैध प्रमाण पत्र
बीएसएफ के अनुसार किसी भी चालक के पास वैध प्रमाण पत्र नहीं थे। एक ट्रक के चालक के पास वैध ड्राइविंग लाइसेंस नहीं था जबकि दूसरे ने रुकने पर नकली ड्राइविंग लाइसेंस दिखाया। साथ ही बयान में कहा गया है कि दोनों ट्रकों के पास वैध पंजीकरण पत्र भी नहीं थे और उनमें से एक के पास से तीन अलग-अलग नंबर प्लेट भी जब्त की गईं हैं।
जब्त की गई दवाओं ब्लड कैंसर की दवाएं मिलीं
बीएसएफ के अपने बयान में बताया कि जब्त की गई कुछ दवाओं को भारत में उपयोग के लिए मंजूरी नहीं मिली है। कंपनी कमांडर और अन्य की मौजूदगी में ट्रकों की तलाशी के दौरान बड़ी मात्रा में ओसिकेन्ट 80 तथा लुकीवेनेट 100 (लुकीवेनेट -100) लंग्स कैंसर तथा ब्लड कैंसर की दवाएं मिलीं, जिनकी कुल कीमत 25 लाख से ज्यादा आंकी गई है।
बीएसएफ तस्करी को रोकने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध
सीमा सुरक्षा बल ने बयान में कहा कि बीएसएफ पेट्रापोल पर आयात और निर्यात वाहनों और यात्रियों के निजी सामान की आड़ में की जाने वाली तस्करी को रोकने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। साथ ही बीएसएफ के एक अधिकारी ने बताया कि पेट्रापोल (भारत-बांग्लादेश बॉर्डर) सीमा पार अपराध को अंजाम देने की गलत मंशा रखने वाले बदमाशों पर बीएसएफ के सुरक्षाबल लगातार नजर रखे हुए हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि बीएसएफ तस्करों की हर कोशिश को नाकाम करती रहेगी।
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