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काम की बात : महंगा होने से पहले खरीद लें टर्म बीमा, सही चुनाव अस्पताल के खर्चों से बचाएगा, जानें कैसे

सार

बीमाधारक की मौत के बाद परिवार के सदस्यों को कम प्रीमियम में बड़ी वित्तीय सुरक्षा मिल जाती है। बीमा की प्रीमियम दिसंबर से 30% तक महंगा होने वाली है। ऐसे में उचित समय पर निर्णय लेना सही रहेगा।

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महामारी के दौरान मौत के दावों के निपटान पर भारी-भरकम खर्च के कारण बीमा कंपनियां अगले महीने यानी दिसंबर से टर्म बीमा के दाम बढ़ाने वाली हैं। भारतीय बाजार में री-इंश्योरेंस की सबसे बड़ी कंपनी म्यूरिख रे अपने टर्म बीमा पॉलिसी की दरें 30-40 फीसदी तक बढ़ाने की घोषणा की है। इसे देखते हुए बाकी बीमा कंपनियां भी प्रीमियम में 20-30 फीसदी इजाफा करने वाली हैं।

दरअसल, टर्म इंश्योरेंस बीमाधारक की मौत के बाद परिजनों को कम प्रीमियम में बड़ा कवरेज मुहैया कराता है और वित्तीय सुरक्षा देता है। इसलिए इसे खरीदते समय उम्र के लिहाज से पर्याप्त कवर चुनें। आमतौर पर टर्म प्लान 10, 15, 20, 25 या 30 साल के लिए लिया जा सकता है। ध्यान देने वाली बात है कि कवर अापकी सालाना कमाई का कम-से-कम 10 गुना तक होना चाहिए।

ऐसे समझें बीमित राशि चुनने का गणित  

आयु कवरेज रकम
35 साल से कम सालाना कमाई का 25 गुना
36-40 साल सालाना कमाई का 20 गुना
41-45 साल सालाना कमाई का 15 गुना

उदाहरण : मान लीजिए आपकी उम्र 30 साल है और आपकी सालाना कमाई 20 लाख रुपये है तो ऐसे में आपको 5 करोड़ रुपये तक का टर्म बीमा खरीदना चाहिए। यह आपकी सालाना कमाई का 25 गुना है।

इन बातों का रखें ध्यान

  • टर्म बीमा खरीदते समय नॉमिनी की जानकारी दें। अप्रत्याशित स्थिति में नॉमिनेशन तय करता है कि आप जिसे चाहते हैं, उसे ही बीमा की रकम मिले।
  • कम अवधि वाला प्लान न खरीदें। इससे वर्तमान में कम प्रीमियम के रूप में राहत मिल सकती है, लेकिन पॉलिसी अवधि खत्म होने के बाद जब अगला प्लान खरीदेंगे तो महंगा पड़ सकता है।
  • सिर्फ प्रीमियम को ही मानक न बनाएं। दावा निपटान को लेकर बीमा कंपनियों का ट्रैक रिकॉर्ड भी जरूर देखें।
बीमारियों की जानकारी न छुपाएं
पॉलिसीधारक को टर्म बीमा लेने से पहले से कोई बीमारी है तो उसकी जानकारी बीमा कंपनी को जरूर दें। परिवार की मेडिकल हिस्ट्री और धूम्रपान के बारे में भी बताएं। ऐसा नहीं करने पर संबंधित बीमारी से मौत पर कंपनी टर्म बीमा क्लेम को रिजेक्ट कर सकती है।

फीचर की तुलना जरूर करें  
टर्म बीमा का प्रीमियम तीन कारकों पर निर्भर है… उम्र, कवरेज रकम और पॉलिसी की अवधि। एक ही उम्र, अवधि और लाइफ कवर के लिए अलग व्यक्ति से बीमा कंपनी अलग प्रीमियम वसूल सकती है। इसलिए टर्म बीमा पॉलिसी खरीदने से पहले ऑनलाइन वेबसाइट पर अलग-अलग फीचर की तुलना जरूर करें।

जरूरतें देखकर खरीदें टर्म बीमा
आमतौर पर टर्म बीमा खरीदते समय पॉलिसीधारक का जोर कवरेज राशि पर होता है। इससे ज्यादा उन्हें अपनी जरूरतों पर ध्यान देना चाहिए, जिनमें कर्ज, बढ़ रही महंगाई और बच्चों की शिक्षा एवं शादी-विवाह जैसे बड़े खर्च शामिल हैं। इनकी गणना के बाद ही तय करें कि कितनी राशि का कवरेज पर्याप्त है, जो परिजनों को वित्तीय सुरक्षा दे। -सज्जा प्रवीण चौधरी, हेड (टर्म लाइफ इंश्योरेंस) पॉलिसी बाजार

टेबल के जरिये जानें प्रीमियम
कोरोना महामारी का खतरा अभी टला नहीं है। ऐसे में किसी अनहोनी की आशंका को देखते हुए अस्पताल के बेतहाशा खर्चों से बचने के लिए स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी जरूर खरीदें। टेबल के जरिये जानें स्वास्थ्य बीमा के लिए कंपनियां अभी कितना वसूल रही हैं प्रीमियम…

कंपनी बीमा राशि प्रीमियम (मासिक)
 

केयर हेल्थ इंश्योरेंस 5.5 लाख 569 रुपये
निवा हेल्थ इंश्योरेंस एक करोड़ 916 रुपये
स्टार हेल्थ इंश्योरेंस 5 लाख 553 रुपये
आदित्य बिड़ला कैपिटल 5 लाख 471 रुपये
बजाज आलियांज 5 लाख 876 रुपये
टाटा एआईजी 5 लाख 662 रुपये
मनिपाल सिग्ना 50 लाख 1,005 रुपये
एसबीआई जनरल 5 लाख 589 रुपये
रहेजा क्यूबीई एक करोड़ 489 रुपये
न्यू इंडिया 5 लाख 560 रुपये

(सोर्स : कंपनियों की वेबसाइट, पॉलिसी- बेसिक, आंकड़े- 28 नवंबर तक के)

विस्तार

महामारी के दौरान मौत के दावों के निपटान पर भारी-भरकम खर्च के कारण बीमा कंपनियां अगले महीने यानी दिसंबर से टर्म बीमा के दाम बढ़ाने वाली हैं। भारतीय बाजार में री-इंश्योरेंस की सबसे बड़ी कंपनी म्यूरिख रे अपने टर्म बीमा पॉलिसी की दरें 30-40 फीसदी तक बढ़ाने की घोषणा की है। इसे देखते हुए बाकी बीमा कंपनियां भी प्रीमियम में 20-30 फीसदी इजाफा करने वाली हैं।

दरअसल, टर्म इंश्योरेंस बीमाधारक की मौत के बाद परिजनों को कम प्रीमियम में बड़ा कवरेज मुहैया कराता है और वित्तीय सुरक्षा देता है। इसलिए इसे खरीदते समय उम्र के लिहाज से पर्याप्त कवर चुनें। आमतौर पर टर्म प्लान 10, 15, 20, 25 या 30 साल के लिए लिया जा सकता है। ध्यान देने वाली बात है कि कवर अापकी सालाना कमाई का कम-से-कम 10 गुना तक होना चाहिए।

ऐसे समझें बीमित राशि चुनने का गणित  

आयु कवरेज रकम

35 साल से कम सालाना कमाई का 25 गुना

36-40 साल सालाना कमाई का 20 गुना

41-45 साल सालाना कमाई का 15 गुना

उदाहरण : मान लीजिए आपकी उम्र 30 साल है और आपकी सालाना कमाई 20 लाख रुपये है तो ऐसे में आपको 5 करोड़ रुपये तक का टर्म बीमा खरीदना चाहिए। यह आपकी सालाना कमाई का 25 गुना है।

इन बातों का रखें ध्यान

  • टर्म बीमा खरीदते समय नॉमिनी की जानकारी दें। अप्रत्याशित स्थिति में नॉमिनेशन तय करता है कि आप जिसे चाहते हैं, उसे ही बीमा की रकम मिले।
  • कम अवधि वाला प्लान न खरीदें। इससे वर्तमान में कम प्रीमियम के रूप में राहत मिल सकती है, लेकिन पॉलिसी अवधि खत्म होने के बाद जब अगला प्लान खरीदेंगे तो महंगा पड़ सकता है।
  • सिर्फ प्रीमियम को ही मानक न बनाएं। दावा निपटान को लेकर बीमा कंपनियों का ट्रैक रिकॉर्ड भी जरूर देखें।

बीमारियों की जानकारी न छुपाएं

पॉलिसीधारक को टर्म बीमा लेने से पहले से कोई बीमारी है तो उसकी जानकारी बीमा कंपनी को जरूर दें। परिवार की मेडिकल हिस्ट्री और धूम्रपान के बारे में भी बताएं। ऐसा नहीं करने पर संबंधित बीमारी से मौत पर कंपनी टर्म बीमा क्लेम को रिजेक्ट कर सकती है।

फीचर की तुलना जरूर करें  

टर्म बीमा का प्रीमियम तीन कारकों पर निर्भर है… उम्र, कवरेज रकम और पॉलिसी की अवधि। एक ही उम्र, अवधि और लाइफ कवर के लिए अलग व्यक्ति से बीमा कंपनी अलग प्रीमियम वसूल सकती है। इसलिए टर्म बीमा पॉलिसी खरीदने से पहले ऑनलाइन वेबसाइट पर अलग-अलग फीचर की तुलना जरूर करें।

जरूरतें देखकर खरीदें टर्म बीमा

आमतौर पर टर्म बीमा खरीदते समय पॉलिसीधारक का जोर कवरेज राशि पर होता है। इससे ज्यादा उन्हें अपनी जरूरतों पर ध्यान देना चाहिए, जिनमें कर्ज, बढ़ रही महंगाई और बच्चों की शिक्षा एवं शादी-विवाह जैसे बड़े खर्च शामिल हैं। इनकी गणना के बाद ही तय करें कि कितनी राशि का कवरेज पर्याप्त है, जो परिजनों को वित्तीय सुरक्षा दे। -सज्जा प्रवीण चौधरी, हेड (टर्म लाइफ इंश्योरेंस) पॉलिसी बाजार

टेबल के जरिये जानें प्रीमियम

कोरोना महामारी का खतरा अभी टला नहीं है। ऐसे में किसी अनहोनी की आशंका को देखते हुए अस्पताल के बेतहाशा खर्चों से बचने के लिए स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी जरूर खरीदें। टेबल के जरिये जानें स्वास्थ्य बीमा के लिए कंपनियां अभी कितना वसूल रही हैं प्रीमियम…

कंपनी बीमा राशि प्रीमियम (मासिक)

 

केयर हेल्थ इंश्योरेंस 5.5 लाख 569 रुपये
निवा हेल्थ इंश्योरेंस एक करोड़ 916 रुपये
स्टार हेल्थ इंश्योरेंस 5 लाख 553 रुपये
आदित्य बिड़ला कैपिटल 5 लाख 471 रुपये
बजाज आलियांज 5 लाख 876 रुपये
टाटा एआईजी 5 लाख 662 रुपये
मनिपाल सिग्ना 50 लाख 1,005 रुपये
एसबीआई जनरल 5 लाख 589 रुपये
रहेजा क्यूबीई एक करोड़ 489 रुपये
न्यू इंडिया 5 लाख 560 रुपये

(सोर्स : कंपनियों की वेबसाइट, पॉलिसी- बेसिक, आंकड़े- 28 नवंबर तक के)

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