बिजनेस डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: दीपक चतुर्वेदी
Updated Thu, 14 Apr 2022 12:26 PM IST
सार
Infosys To Move Out Of Russia: इंफोसिस के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और एमडी सलिल पारेख ने कहा कि हम जो काम करते हैं वह हमारे कुछ वैश्विक ग्राहकों के लिए है जिनका रूस में संचालन है। रूस में हमारे पास 100 से कम कर्मचारी हैं। हमने पहल की है कि हमारा वह काम रूस के बाहर कैसे हो सकता है।
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विस्तार
रूस से बाहर निकलने की तैयारी
बुधवार को अपने चौथी तिमाही के परिणामों की घोषणा करते हुए इंफोसिस की ओर से कहा गया कि फिलहाल वह रूस के अपने ग्राहकों के साथ कोई कारोबार नहीं कर रही है और न ही आने वाले समय उनके साथ काम करने की कंपनी की कोई योजना है। कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और एमडी सलिल पारेख ने कहा कि हम जो काम करते हैं वह हमारे कुछ वैश्विक ग्राहकों के लिए है जिनका रूस में संचालन है। रूस में हमारे पास 100 से कम कर्मचारी हैं। उन्होंने कहा कि हमने पहल की है कि हम उस काम में से कुछ को कैसे बदल सकते हैं और वह सब रूस के बाहर कैसे हो सकता है।
देश की दूसरी सबसे बड़ी टेक कंपनी
भारत की दूसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर सेवा कंपनी इंफोसिस का एकीकृत शुद्ध मुनाफा बीते वित्त वर्ष 2021-22 की जनवरी-मार्च तिमाही में 12 फीसद बढ़कर 5,686 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इंफोसिस के अनुसार, चौथी तिमाही के लिए कंपनी का राजस्व 22.7 प्रतिशत बढ़कर 32,276 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले की तिमाही में 26,311 करोड़ रुपये था। इसके अलावा दूसरी ओर कंपनी की आय भी पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 23 फीसदी तक बढ़ गई है।
50,000 और नौकरियां देगी कंपनी
एक रिपोर्ट के मुताबिक, इंफोसिस ने 2021-22 में वैश्विक स्तर पर 85,000 फ्रेशर्स को नौकरी दी है। इसके अलावा कंपनी की योजना चालू वित्त वर्ष में 50,000 और नए लोगों को नौकरी देने की है। हालांकि, इस अवधि में कंपनी छोड़कर जाने वालों की तादाद भी बढ़ी है और यह मार्च तिमाही में 27.7 फीसदी हो गई। ऐसे में कंपनी लगातार नए लोगों की भर्तियां कर रही है।