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 इंडोनेशिया : जेट ईंधन में पाम तेल को आंशिक रूप से इस्तेमाल करके विमान ने भरी पहली परीक्षण उड़ान 

एजेंसी, जकार्ता
Published by: Kuldeep Singh
Updated Thu, 07 Oct 2021 01:45 AM IST

सार

इंडोनेशिया के विमान ने राजधानी जकार्ता से पड़ोसी शहर बांडुंग के लिए 100 किलोमीटर से अधिक की उड़ान भरी। एक वरिष्ठ मंत्री ने कहा कि घरेलू स्तर पर इस खाद्य तेल का उपयोग करने के लिए रचनात्मक तरीके ढूंढते हुए हम ईंधन के व्यावसायीकरण की योजना बना रहे हैं।

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इंडोनेशिया ने बुधवार को पाम तेल का जेट ईंधन के रूप में आंशिक रूप से इस्तेमाल करके अपनी पहली परीक्षण उड़ान भरी। देश के एक वरिष्ठ मंत्री ने कहा कि घरेलू स्तर पर इस खाद्य तेल का उपयोग करने के लिए रचनात्मक तरीके ढूंढते हुए हम ईंधन के व्यावसायीकरण की योजना बना रहे हैं।

जकार्ता से बांडुंग शहर के बीच 100 मिलोमीटर से ज्यादा उड़ान भरी
विमान ने राजधानी जकार्ता से पड़ोसी शहर बांडुंग के लिए 100 किलोमीटर से अधिक की उड़ान भरी। बता दें कि इंडोनेशिया पाम तेल का सबसे बड़ा उत्पादक देश है। देश के वित्तमंत्री एयरलांगा हार्टर्टो ने एक आभासी सम्मेलन में कहा कि पाम तेल का इस्तेमाल बायोडीजल और बायो जेट ईंधन के रूप में विकसित करना जरूरी है।

उन्होंने कहा कि सरकार ऊर्जा के लिए वनस्पति तेल के इस्तेमाल का विस्तार करके ईंधन आयात को कम करने की इच्छुक है। ऊर्जा मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि जैव जेट ईंधन बाजार 14,000 किलोलीटर की दैनिक खपत को मानते हुए वार्षिक रूप से 11 खरब रुपये (7.72 करोड़ डॉलर) का संभावित बाजार होगा। इस लिहाज से देश को 1.2 लाख किलोलीटर तेल की जरूरत होगी।

विस्तार

इंडोनेशिया ने बुधवार को पाम तेल का जेट ईंधन के रूप में आंशिक रूप से इस्तेमाल करके अपनी पहली परीक्षण उड़ान भरी। देश के एक वरिष्ठ मंत्री ने कहा कि घरेलू स्तर पर इस खाद्य तेल का उपयोग करने के लिए रचनात्मक तरीके ढूंढते हुए हम ईंधन के व्यावसायीकरण की योजना बना रहे हैं।

जकार्ता से बांडुंग शहर के बीच 100 मिलोमीटर से ज्यादा उड़ान भरी

विमान ने राजधानी जकार्ता से पड़ोसी शहर बांडुंग के लिए 100 किलोमीटर से अधिक की उड़ान भरी। बता दें कि इंडोनेशिया पाम तेल का सबसे बड़ा उत्पादक देश है। देश के वित्तमंत्री एयरलांगा हार्टर्टो ने एक आभासी सम्मेलन में कहा कि पाम तेल का इस्तेमाल बायोडीजल और बायो जेट ईंधन के रूप में विकसित करना जरूरी है।

उन्होंने कहा कि सरकार ऊर्जा के लिए वनस्पति तेल के इस्तेमाल का विस्तार करके ईंधन आयात को कम करने की इच्छुक है। ऊर्जा मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि जैव जेट ईंधन बाजार 14,000 किलोलीटर की दैनिक खपत को मानते हुए वार्षिक रूप से 11 खरब रुपये (7.72 करोड़ डॉलर) का संभावित बाजार होगा। इस लिहाज से देश को 1.2 लाख किलोलीटर तेल की जरूरत होगी।

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