अमर उजाला ब्यूरो, मुंबई।
Published by: देव कश्यप
Updated Fri, 24 Dec 2021 07:02 AM IST
सार
प्राइम डाटाबेस समूह ने बृहस्पतिवार को जारी एक रिपोर्ट में बताया कि सबसे ज्यादा आईपीओ का पिछला रिकॉर्ड 2017 में 68,827 करोड़ का था। 2021 में तकनीकी कंपनियों के दमदार प्रदर्शन और नए स्टार्टअप आने से पिछले रिकॉर्ड से भी दोगुनी राशि जुटाने में सफलता मिली है।
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विस्तार
प्राइम डाटाबेस समूह ने बृहस्पतिवार को जारी एक रिपोर्ट में बताया कि सबसे ज्यादा आईपीओ का पिछला रिकॉर्ड 2017 में 68,827 करोड़ का था। 2021 में तकनीकी कंपनियों के दमदार प्रदर्शन और नए स्टार्टअप आने से पिछले रिकॉर्ड से भी दोगुनी राशि जुटाने में सफलता मिली है। प्राइम डाटाबेस के प्रबंध निदेशक प्रणव हल्दिया ने बताया कि इस साल सार्वजनिक इक्विटी से कुल 2.02 लाख करोड़ की पूंजी जुटाई गई, जिसमें 51 फीसदी यानी 1,03,621 करोड़ की नई फंडिंग मिली, जबकि 98,388 करोड़ ऑफर फॉर सेल के जरिये मिले हैं। 2020 में कुल सार्वजनिक इक्विटी फंड 1,76,914 करोड़ रुपये रहा था।
36 आईपीओ में 10 गुना से ज्यादा सब्सक्रिप्शन
हल्दिया के अनुसार, इस साल आए 59 आईपीओ के पूरे आंकड़े मौजूद हैं। इसमें से 36 में 10 गुना से ज्यादा सब्सक्रिप्शन रहा, जबकि छह आईपीओ की बोली 100 गुना से भी ज्यादा पहुंच गई। आई आईपीओ तीन गुना से ज्यादा सब्सक्राइब हुए, जबकि शेष 15 आईपीओ को 1-3 गुना तक सब्सक्रिप्शन मिला। सबसे बड़ी उपलब्धि खुदरा निवेशकों की बढ़ती भागीदारी रही।
2022 में 2 लाख करोड़ का अनुमान
कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी ने एक रिपोर्ट में बताया है कि 2021 में दमदार प्रदर्शन के बाद 2022 में आईपीओ से करीब 2 लाख करोड़ जुटाने का अनुमान है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अगले साल आईपीओ के लिए 15 अरब डॉलर का प्रस्ताव पहले ही सेबी को भेजा जा चुका है, जबकि 11 अरब डॉलर का प्रस्ताव जल्द भेजे जाने की संभावना है। तकनीकी कंपनियों की संख्या ज्यादा है।
