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अनुमान : अगले चार सालों में 78 हजार करोड़ रुपये का हो जाएगा भारत में शिक्षा प्रौद्योगिकी का बाजार

अनुमान : अगले चार सालों में 78 हजार करोड़ रुपये का हो जाएगा भारत में शिक्षा प्रौद्योगिकी का बाजार

बिजनेस डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: Kuldeep Singh
Updated Sat, 23 Oct 2021 02:33 AM IST

सार

भारत का एडटेक (शिक्षा प्रौद्योगिकी) बाजार 2025 तक सालाना 39 फीसदी की दर से बढ़कर 10.4 अरब डॉलर (77.89 हजार करोड़ रुपये) पहुंच जाएगा। इस अवधि तक इसके पेड यूजर्स (पैसे देकर इस्तेमाल करने वाले ग्राहक) की संख्या बढ़कर 3.70 करोड़ पहुंचने का अनुमान है।

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महामारी के दौरान भारत का एडटेक (शिक्षा प्रौद्योगिकी) बाजार तेजी से बढ़ा है। आने वाले चार साल में यानी 2025 तक यह सालाना 39 फीसदी की दर से बढ़कर 10.4 अरब डॉलर (77.89 हजार करोड़ रुपये) पहुंच जाएगा। इस अवधि तक इसके पेड यूजर्स (पैसे देकर इस्तेमाल करने वाले ग्राहक) की संख्या बढ़कर 3.70 करोड़ पहुंचने का अनुमान है।

महामारी के दौरान तेजी से बढ़ा है भारत का एडटेक बाजार
दरअसल, पिछले कुछ वर्षों में एडटेक क्षेत्र लगातार चर्चा में है। कोविड-19 महामारी की वजह से जब कई क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हुए, उस वक्त एडटेक क्षेत्र में तेजी जारी रही और महज 6-8 महीने में ही यह भारत का सबसे पसंदीदा क्षेत्र बन गया। आईएनसी42 की रिपोर्ट के मुताबिक, 2020 में देश का एडटेक बाजार 2.8 अरब डॉलर (20.9 हजार करोड़ रुपये) का था। 2021 में इसके 3.6 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है।

4,450 एडटेक स्टार्टअप हैं देश में वर्तमान में
रिपोर्ट के मुताबिक, देश में इस वक्त कुल 4,450 एडटेक स्टार्टअप हैं। इनमें बायजू, अनअकैडमी, एरुडिटस और अपग्रेड चार यूनिकॉर्न हैं। 475 से ज्यादा निवेशक एडटेक स्टार्टअप में निवेश कर रहे हैं। 

2020 से अब तक 29.9 हजार करोड़ जुटाए
इंडियन प्राइवेट इक्विटी एंड वेंचर कैपिटल एसोसिएशन और पीजीए लैब्स के आंकड़ों के मुताबिक, घरेलू एडटेक स्टार्टअप ने 2020 के बाद से अब तक 4 अरब डॉलर (29.9 हजार करोड़ रुपये) जुटाए हैं। 2019 में यह आंकड़ा 0.55 अरब डॉलर था, जो 2020 में बढ़कर 2.2 अरब डॉलर पहुंच गया। इस साल जनवरी से 3 अगस्त तक एडटेक स्टार्टअप ने 1.9 अरब डॉलर की पूंजी जुटाई है। 

14 फीसदी दर से बढ़ेगा शिक्षा क्षेत्र

  • 14 फीसदी सालाना दर से बढ़ रहा है भारत का शिक्षा क्षेत्र
  • 225 अरब डॉलर का हो जाएगा क्षेत्र 2024-25 तक, जो अभी 117 अरब डॉलर का है 
  • 36 करोड़ रही एडटेक यूजर्स की संख्या 2019-20 तक
नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने शुक्रवार को कहा कि आने वाले समय में भारत दुनिया की एडटेक राजधानी बन सकता है। इसमें निजी क्षेत्र की अहम भूमिका और सार्वजनिक क्षेत्र के चीजों को सुगम बनाने का महत्वपूर्ण योगदान होगा। पब्लिक अफेयर्स फोरम ऑफ इंडिया के डिजिटल सम्मेलन में उन्होंने कहा कि भारत को शिक्षा क्षेत्र में काफी सुधार करने की जरूरत है। प्रौद्योगिकी इस इस संदर्भ में देश को आगे ले जाने में मदद कर सकती है।

सस्ती इंटरनेट सुविधा से देश में शिक्षा क्षेत्र को मिलेगी रफ्तार
सस्ती इंटरनेट सुविधा और प्रौद्योगिकी आधारित अवसंरचना ही देश में शिक्षा क्षेत्र को आगे बढ़ाने का एकमात्र तरीका है। केवल भौतिक अवसंरचना पर निर्भर रहना पर्याप्त नहीं होगा। कांत ने कहा कि भारतीय शिक्षा प्रौद्योगिकी परिवेश में विकास की काफी संभावनाएं हैं। लेकिन इससे भी महत्वपूर्ण है कि देश प्रगति करेगा, छात्र सीखेंगे और शिक्षा के परिणामों में सुधार होगा। व्यापक शिक्षा प्रौद्योगिकी ढांचा खासकर वंचित समूह के बीच शिक्षा की बेहतर पहुंच में मददगार होगा। इस दौरान बायजू के संस्थापक एवं सीईओ बायजू रवींद्रन ने कहा कि शिक्षा प्रौद्योगिकी के जरिये भारत शिक्षकों के लिए एक वैश्विक प्रतिभा का केंद्र बन सकता है।

विस्तार

महामारी के दौरान भारत का एडटेक (शिक्षा प्रौद्योगिकी) बाजार तेजी से बढ़ा है। आने वाले चार साल में यानी 2025 तक यह सालाना 39 फीसदी की दर से बढ़कर 10.4 अरब डॉलर (77.89 हजार करोड़ रुपये) पहुंच जाएगा। इस अवधि तक इसके पेड यूजर्स (पैसे देकर इस्तेमाल करने वाले ग्राहक) की संख्या बढ़कर 3.70 करोड़ पहुंचने का अनुमान है।

महामारी के दौरान तेजी से बढ़ा है भारत का एडटेक बाजार

दरअसल, पिछले कुछ वर्षों में एडटेक क्षेत्र लगातार चर्चा में है। कोविड-19 महामारी की वजह से जब कई क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हुए, उस वक्त एडटेक क्षेत्र में तेजी जारी रही और महज 6-8 महीने में ही यह भारत का सबसे पसंदीदा क्षेत्र बन गया। आईएनसी42 की रिपोर्ट के मुताबिक, 2020 में देश का एडटेक बाजार 2.8 अरब डॉलर (20.9 हजार करोड़ रुपये) का था। 2021 में इसके 3.6 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है।

4,450 एडटेक स्टार्टअप हैं देश में वर्तमान में

रिपोर्ट के मुताबिक, देश में इस वक्त कुल 4,450 एडटेक स्टार्टअप हैं। इनमें बायजू, अनअकैडमी, एरुडिटस और अपग्रेड चार यूनिकॉर्न हैं। 475 से ज्यादा निवेशक एडटेक स्टार्टअप में निवेश कर रहे हैं। 

2020 से अब तक 29.9 हजार करोड़ जुटाए

इंडियन प्राइवेट इक्विटी एंड वेंचर कैपिटल एसोसिएशन और पीजीए लैब्स के आंकड़ों के मुताबिक, घरेलू एडटेक स्टार्टअप ने 2020 के बाद से अब तक 4 अरब डॉलर (29.9 हजार करोड़ रुपये) जुटाए हैं। 2019 में यह आंकड़ा 0.55 अरब डॉलर था, जो 2020 में बढ़कर 2.2 अरब डॉलर पहुंच गया। इस साल जनवरी से 3 अगस्त तक एडटेक स्टार्टअप ने 1.9 अरब डॉलर की पूंजी जुटाई है। 

14 फीसदी दर से बढ़ेगा शिक्षा क्षेत्र

  • 14 फीसदी सालाना दर से बढ़ रहा है भारत का शिक्षा क्षेत्र
  • 225 अरब डॉलर का हो जाएगा क्षेत्र 2024-25 तक, जो अभी 117 अरब डॉलर का है 
  • 36 करोड़ रही एडटेक यूजर्स की संख्या 2019-20 तक

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