आज के समय में लगभग सभी स्मार्टफोन यूजर्स व्हाट्सएप का इस्तेमाल करते हैं। मौजूदा समय में उपलब्ध कई इंस्टेंट मैसेजिंग की सुविधा देने वाले ऐप्स में व्हाट्सएप सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला ऐप है। इसका इस्तेमाल पर्सनल से लेकर प्रोफेशनल कार्यों के लिए किया जाता है। व्हाट्सएप पर ग्रुप बनाने की भी सुविधा दी गई है, जिसमें एक साथ कई लोग जुड़ सकते हैं। आप भी व्हाट्सएप पर किसी ना किसी ग्रुप के मैम्बर जरूर होंगे। ऐसे में ग्रुप बनाने वाला ग्रुप का एडमिन होता है। अगर आप भी किसी ग्रुप के एडमिन हैं, तो ये खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। दरअसल, व्हाट्सएप की पॉलिसी के मुताबिक अगर ग्रुप पर किसी भी प्रकार से व्हाट्सएप पॉलिसी का उल्लंघन होता है, तो आपको जेल भी जाना पड़ सकता है। अगर आपको इसके बारे में जानकारी नहीं है, तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। आज हम आपको ऐसी पांच बातें बताने जा रहे हैं, जिनका ध्यान रखना आपके लिए बेहतर होगा।
राष्ट्र विरोधी कंटेंट शेयर करने पर
- यदि आप किसी ग्रुप के एडमिन हैं और इस पर देश विरोधी कुछ भी कंटेंट शेयर किया जाता है, तो न सिर्फ उसे शेयर करने वाला, बल्कि आप भी दोषी माने जाएंगे। ऐसी स्थिति में दोनों को जेल हो सकती है। बतौर ग्रुप एडमिन आपको ये सुनश्चित करना चाहिए कि ग्रुप पर इस प्रकार का कोई कंटेंट न आए।
किसी के पर्सनल इमेज व वीडियो शेयर करने पर
- किसी भी व्यक्ति की पर्सनल फोटो या वीडियो को उसकी अनुमति के बगैर किसी ग्रुप यर शेयर करना गैरकानूनी है। ऐसे में फोटो शेयर करने वाले व्यक्ति के साथ एडमिन भी नियम तोड़ने का आरोपी माना जाएगा।
हिंसा फैलाने पर
- किसी कम्युनिटी, धर्म और लोगों के बीच हिंसा को बढ़ावा देने वाले या माहौल खराब करने वाले किसी भी कंटेंट के शेयर होने पर ग्रुप एडमिन की गिरफ्तारी हो सकती है।
आपत्तिजनक कंटेंट शेयर करने पर
- व्हाट्सएप पर आपत्तिजनक कंटेंट को शेयर करना भी गैरकानूनी है। ऐसे कंटेंट के मामले में भी ग्रुप एडमिन को जेल जाने का खतरा होता है।
झूठी खबर फैलाने पर
- फेक न्यूज और फेक कंटेंट को लेकर भारत सरकार काफी सख्त है, जिस पर एक कानून भी बनाया गया है। इसके तहत फेक न्यूज और फर्जी अकाउंट चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है। इसमें भी ग्रुप का एडमिन दोषी माना जाता है, जिसके चलते उसे जेल जाना पड़ सकता है।
