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Russia Ukraine War: यूक्रेन संकट के बीच इस्राइल के पीएम नफ्ताली बेनेट ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन से की मुलाकात, युद्ध को लेकर हुई चर्चा
वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, यरुशलम
Published by: देव कश्यप
Updated Sun, 06 Mar 2022 12:08 AM IST
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बेनेट के प्रवक्ता ने इस मुलाकात की पुष्टि करते हुए कहा कि इस्राइल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने शनिवार को क्रेमलिन में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ यूक्रेन संकट पर चर्चा की है। रूसी प्रवासियों की पर्याप्त आबादी वाले इस्राइल ने रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष में मध्यस्थता करने की पेशकश की है। इस्राइल पहले भी इस विवाद के समाधान के लिए मध्यस्थता की पेशकश कर चुका है।
हालांकि अमेरिका के करीबी सहयोगी इस्राइल ने रूसी आक्रमण की निंदा और कीव के साथ एकजुटता व्यक्त कर चुका है। साथ ही इस्राइल ने यूक्रेन को मानवीय सहायता भी भेजी है। इस्राइल ने कहा है कि वह यूक्रेन संकट को कम करने में मदद करने की उम्मीद में मास्को के साथ संपर्क बनाए रखेगा।
उनके प्रवक्ता ने कहा कि बेनेट एक धार्मिक यहूदी हैं, उन्होंने सब्बाथ के कानून (यहूदियों के लिए शनिवार साप्ताहिक विश्राम और ईश्वर-प्रार्थना का दिन होता है) का उल्लंघन करते हुए रूस के लिए उड़ान भरी क्योंकि यहूदी धर्म इसकी अनुमति देता है, जब इसका उद्देश्य मानव जीवन को संरक्षित करना है।
बेनेट के प्रवक्ता ने इस मुलाकात की पुष्टि करते हुए कहा कि इस्राइल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने शनिवार को क्रेमलिन में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ यूक्रेन संकट पर चर्चा की है। रूसी प्रवासियों की पर्याप्त आबादी वाले इस्राइल ने रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष में मध्यस्थता करने की पेशकश की है। इस्राइल पहले भी इस विवाद के समाधान के लिए मध्यस्थता की पेशकश कर चुका है।
हालांकि अमेरिका के करीबी सहयोगी इस्राइल ने रूसी आक्रमण की निंदा और कीव के साथ एकजुटता व्यक्त कर चुका है। साथ ही इस्राइल ने यूक्रेन को मानवीय सहायता भी भेजी है। इस्राइल ने कहा है कि वह यूक्रेन संकट को कम करने में मदद करने की उम्मीद में मास्को के साथ संपर्क बनाए रखेगा।
उनके प्रवक्ता ने कहा कि बेनेट एक धार्मिक यहूदी हैं, उन्होंने सब्बाथ के कानून (यहूदियों के लिए शनिवार साप्ताहिक विश्राम और ईश्वर-प्रार्थना का दिन होता है) का उल्लंघन करते हुए रूस के लिए उड़ान भरी क्योंकि यहूदी धर्म इसकी अनुमति देता है, जब इसका उद्देश्य मानव जीवन को संरक्षित करना है।