वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, कीव
Published by: देव कश्यप
Updated Sun, 20 Mar 2022 04:49 AM IST
सार
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच ब्रिटिश खुफिया विभाग ने चेतावनी दी है कि रूस, 24 फरवरी को आक्रमण शुरू करने के बाद से अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने में विफल रहने से निराश होकर, अब मानवीय संकट को तेज करने की रणनीति पर काम कर रहा है।
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विस्तार
स्विट्जरलैंड के सरकारी प्रसारक एसआरएफ ने बताया कि जेलेंस्की ने शनिवार को लाइवस्ट्रीम के माध्यम से स्विट्जरलैंड के शहर बर्न में हजारों युद्ध-विरोधी प्रदर्शनकारियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा, ‘‘आपके बैंकों में इस युद्ध को छेड़ने वाले लोगों का धन है। उनकी धनराशि पर रोक लगाकर हमें इस युद्ध को लड़ने में मदद करें, साथ ही विशेषाधिकारों को भी उनसे छीन लेना अच्छा होगा।’’
‘रूस मानवीय संकट बढ़ाने की रणनीति पर काम कर रहा’
इस बीच ब्रिटिश खुफिया विभाग ने कहा है कि रूस 24 फरवरी को आक्रमण शुरू करने के बाद से अब तक अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने में विफल रहा है, इससे निराश होकर अब मानवीय संकट को तेज करने की रणनीति पर काम कर रहा है। रूसी सेना को भारी नुकसान हुआ है और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा हमला शुरू करने के बाद से उनकी प्रगति काफी हद तक रुकी हुई है। कीव पर हमले के लिए सैनिकों के लंबे काफिले भेजे गए थे, वे अब थककर इसके उपनगरों में रुके हुए हैं। लेकिन उन्होंने शहरों की घेराबंदी कर ली है, कई शहरी क्षेत्रों को नष्ट कर दिया है, और हाल के दिनों में मुख्य युद्धक्षेत्र से दूर पश्चिमी यूक्रेन में लक्ष्यों पर मिसाइल हमले तेज कर दिए हैं।
दूसरी तरफ जेलेंस्की अपने देश की मदद के लिए विदेशी नागरिकों से बार-बार अपील कर रहे हैं। जेलेंस्की ने बर्न में युद्ध-विरोधी-विरोध प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कहा कि स्विस बैंक में “इस युद्ध को छेड़ने वाले लोगों का पैसा” रखा हुआ है, उनके खातों को फ्रीज कर हमें युद्ध लड़ने में मदद करें।
उन्होंने एक ऑडियो संबोधन में कहा, “यूक्रेनी शहरों को उन लोगों के आदेश पर नष्ट किया जा रहा है जो यूरोपीय, खूबसूरत स्विस शहरों में रहते हैं, जो आपके शहरों में संपत्ति जमा करते हैं और यहां का आनंद लेते हैं। उनसे इस विशेषाधिकार को छीनना वास्तव में बहुत अच्छा होगा।”
रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध में स्वीट्जरलैंड तटस्थ की भूमिका में है और यूरोपीय संघ का सदस्य नहीं है। लेकिन रूसी व्यक्तियों और संस्थाओं के खिलाफ यूरोपीय संघ के प्रतिबंधों को पूरी तरह से लागू किया है, जिसमें स्विस बैंकों में रूस के अमीर नागरिकों के धन को फ्रीज करने के आदेश भी शामिल है।