उपग्रह की तस्वीरों में पता चलता है कि यूक्रेनी सीमा पर 100 नए वाहन देखे गए हैं, जो पहले से तैनात वाहनों के अतिरिक्त हैं। मैक्सार द्वारा एकत्र ताजा तस्वीरों में पिछले 24 घंटे के दौरान दक्षिणी बेलारूस और पश्चिमी रूस में यूक्रेनी सीमा के पास कई इलाकों में सैन्य तैनाती और अतिरिक्त रसद आपूर्ति देखी गई है। इनमें दक्षिणी बेलारूस स्थित मोजियर के पास एक छोटे हवाई क्षेत्र में 100 से अधिक वाहन और दर्जनों सैन्य तंबू दिखाई दे रहे हैं।
हालात बिगड़ते देख अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी यूक्रेन के समर्थन में अतिरिक्त सैन्य तैनाती का एलान किया है। इस बीच, यूक्रेनी सेना ने कहा, पिछले 24 घंटों में दो अलग-अलग जगहों पर भारी तोपखाने, मोर्टार बम और ग्रेड रॉकेट सिस्टम का इस्तेमाल करके रूसी समर्थक अलगाववादियों ने गोलाबारी तेज कर दी है। इसमें छह यूक्रेनी सैनिक मारे गए हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के एक आदेश के बाद क्षेत्र में पुराने जलाशयों में पानी जमा करना शुरू कर दिया गया है। उधर, ऑस्ट्रेलियाई पीएम स्कॉट मॉरिसन ने आशंका जताई कि रूस जल्द ही यूक्रेन पर चौतरफा हमले करने को तैयार है।
अमेरिका ने तैनात किए एफ-35 लड़ाकू विमान
एक अमेरिकी अधिकारी के हवाले से समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने बताया कि राष्ट्रपति जो बाइडन ने एस्टोनिया, लातविया और लिथुआनिया को मजबूत करने के लिए नाटो के पूर्वी हिस्से में 800 पैदल सैनिक और आठ एफ-35 लड़ाकू विमानों को भेजा है। जबकि रूस समर्थित अलगाववादियों द्वारा 24 घंटों में 96 बार गोले दागने के बाद यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि हमें यूक्रेन की सेना और अन्य सैन्य संरचनाओं में अतिरिक्त सैनिकों को शामिल करने की जरूरत है। हालांकि, उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि पूर्ण सैन्य लामबंदी की अभी कोई आवश्यकता नहीं है।
पुतिन बोले- राजनयिक समाधान को तैयार लेकिन राष्ट्रीय हितों से कोई समझौता नहीं
दुनियाभर से पड़े आर्थिक प्रतिबंधों के दबाव के बीच रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि वे राजनयिक समाधान के लिए वार्ता को तैयार हैं लेकिन वे अपने देश के हितों को नजरअंदाज नहीं करेंगे। पुतिन ने अपने देश के नागरिकों की सुरक्षा के लिए इस वार्ता में कोई समझौता न करने की शर्त भी रखी। उन्होंने दोनेस्क और लुहांस्क को मान्यता देने का बचाव किया और कहा कि ये काम बहुत पहले हो जाना चाहिए था। पुतिन ने दोहराया कि यूक्रेन किसी वक्त रूस का हिस्सा था और वे अपने फैसले पर अटल हैं। हालांकि उन्होंने हमले की आशंका को व्यर्थ बताया।
यूक्रेन ने अपने नागरिकों को चेताया, तुरंत छोड़ दें रूस
यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने देश के नागरिकों को रूस की यात्रा न करने की चेतावनी दी है। मंत्रालय ने अपील की है कि रूस में मौजूद यूक्त्रस्ेन के नागरिक तत्काल देश छोड़ दें। ट्रैवल एडवाइजरी में कहा गया, विदेश मंत्रालय की सलाह है कि यूक्रेन के नागरिक रूसी संघ की किसी भी यात्रा से परहेज करें। जो लोग रूस में हैं वे तुरंत देश छोड़ दें।
रूसी विदेश मंत्री से बैठक रद्द कर बोले ब्लिंकेन, रूस ने की हमले की शुरुआत
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ होने वाली बैठक रद्द करते हुए कहा कि रूस ने यूक्रेन पर आक्रमण की शुरुआत कर दी है। यूक्रेनी विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा के साथ एक साझा प्रेसवार्ता में उन्होंने कहा, दुनिया को, रूस को उन अपराधों के लिए दंडित करने के लिए अपनी पूरी आर्थिक शक्ति के साथ जवाब देना चाहिए, जो उसने पहले ही किए हैं या जिन्हें करने की वह योजना बना रहा है।
उन्होंने कहा, रूस की अर्थव्यवस्था पर कड़ा प्रहार करें। ब्लिंकेन की लावरोव से 24 फरवरी को यूरोप में मुलाकात करने वाली थी लेकिन ब्लिंकेन ने कहा, हम रूसी हमला रोकने के लिए कुछ भी करेंगे। उन्होंने कहा, मौजूदा हालात द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से यूरोप में सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा हैं। यूक्रेन खतरे में है।
रूस पर प्रतिबंध लगाने का नेतृत्व कर रहे भारतवंशी दलीप सिंह
यूक्रेन पर रूसी कार्रवाई के विरोध में दंडात्मक प्रतिबंध लगाने के बाइडन प्रशासन के प्रयासों का नेतृत्व आर्थिक सलाहकार दलीप सिंह कर रहे हैं जो भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक हैं। सिंह अंतरराष्ट्रीय अर्थशास्त्र के लिए उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार तथा राष्ट्रीय आर्थिक परिषद के उप निदेशक हैं। बीते कुछ दिनों में वह व्हाइट हाउस के प्रेस कक्ष में दूसरी बार नजर आए हैं। व्हाइस हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा कि उन्हें (सिंह) लोगों की मांग पर वापस लाया गया है क्योंकि सिंह बाइडन प्रशासन में रूस नीति पर महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। सिंह ने कहा, यूक्रेन पर रूस का हमला शुरू हो गया है और इसके साथ ही हमने जवाब देना भी आरंभ कर दिया है। उन्होंने कहा कि रूस के नियंत्रण वाली इस पाइपलाइन में 11 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश अब बेकार हो जाएगा और इससे रूस को नुकसान होगा।
अमेरिकी रुख पर भड़का चीन, दहशत पैदा करने का आरोप
चीन ने अमेरिका पर यूक्रेन संकट को लेकर भय और दहशत पैदा करने का आरोप लगाया है। चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा, रूस पर नए प्रतिबंधों का चीन विरोध करता है और चीन के पुराने रूख को दोहराता है। उन्होंने कहा, यूक्रेन की सीमाओं के आसपास रूसी सैनिकों की तैनाती और आक्रमण की आशंका के जवाब में अमेरिका कीव को हथियार प्रदान करके तनाव बढ़ा रहा है।
बता दें, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के नेतृत्व में चीन-रूस संबंध घनिष्ठ हुए हैं। शी ने इस महीने की शुरुआत में बीजिंग में वार्ता के लिए रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन की मेजबानी की थी। दोनों पक्षों ने पूर्व सोवियत गणराज्यों में उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के विस्तार के लिए रूस की आपत्ति का समर्थन करते हुए एक संयुक्त बयान जारी किया और ताइवान के स्व-शासित द्वीप पर चीन के दावे का समर्थन किया। हुआ ने कहा कि यूक्रेन पर बढ़ते वैश्विक तनाव को कम करने के लिए बीजिंग बहुपक्षीय वार्ता चाहता है। उन्होंने अमेरिका, फ्रांस और अन्य द्वारा रूस को वार्ता की मेज पर लाने के प्रयासों का जिक्र नहीं किया।
बाइडन-पुतिन में बढ़ेगा गतिरोध
रूसी संसद द्वारा राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन को देश से बाहर सेना के प्रयोग की अनुमति देने के बाद मॉस्को और पश्चिमी देशों के बीच गतिरोध बढ़ गया है। इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और यूरोपीय नेताओं ने जिस तरह रूस पर प्रतिबंध लगाए हैं उससे दोनों देशों के नेताओं में गतिरोध और अधिक बढ़ना सुनिश्चित माना जा रहा है। बाइडन अभी और प्रतिबंध लगाना चाहते हैं।