विशेषज्ञों का कहना है कि भारत में अभी यूटर्न आना बाकी है। चूंकि दूसरे देशों में करीब एक महीने से भी अधिक समय पहले से ओमिक्रॉन के मामले मिलने शुरू हुए थे। ऐसे में कोरोना की तीसरी लहर का पीक भारत में अगले कुछ सप्ताह में ही स्पष्ट हो पाएगा।
आंकड़ों के अनुसार देश में अभी कोरोना की तीसरी लहर चल रही है, जिसमें दैनिक संक्रमण दर 16 फीसदी पार चली गई है और साप्ताहिक संक्रमण भी 13 फीसदी पर आई है। बीते तीन दिन से देश में रोजाना दो लाख से अधिक मामले मिल रहे हैं। वहीं सात से 15 जनवरी के बीच देश में 17.50 लाख से भी ज्यादा लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं।
पांच फीसदी मरीज हो रहे अस्पतालों में भर्ती
प्रो. रिजो बताया कि भारत में अभी पांच फीसदी से भी कम मरीजों को अस्पतालों में भर्ती करने की नौबत आ रही है। हालांकि एक आशंका यह भी कि अगले कुछ दिन में यह दर पांच से 10 फीसदी हो सकती है।
कोरोना और बढ़ने की आशंका
विशेषज्ञ प्रो. रिजो का मानना है कि जहां ओमिक्रॉन की वजह से संक्रमण की नई लहर बीती लहर से ज्यादा असरदार दिखाई दी है। ऐसे में अगर भारत में दूसरी लहर से तुलना करें तो अभी कोरोना का प्रसार और अधिक होने की आशंका है। हालांकि स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि ब्रिटेन में जब पहली बार ओमिक्रॉन वैरिएंट का पता चला तब वहां करीब छह फीसदी मरीज भर्ती हो रहे थे।
कई गुना बढ़ी सक्रिय मरीजों की संख्या
स्वास्थ्य मंत्रालय की ही एक रिपोर्ट के अनुसार बीते 12 जनवरी तक कई राज्यों में पिछले हफ्ते की तुलना में सक्रिय केस की संख्या कई गुना तक बढ़ गई। उत्तर प्रदेश में कोरोना के सक्रिय मामले 14 गुना 3,173 से बढ़कर 44,466 तक पहुंच गए हैं। जबकि पंजाब में 8.65, मध्य प्रदेश में 10.95 और बिहार में 11.27 फीसदी बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
कोरोना से ठीक होने की दर अब 94.83 फीसदी
पश्चिम बंगाल के कोलकाता और हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति जिले में हर दूसरा नमूना संक्रमित मिला है। जबकि सबसे अधिक अरुणाचल प्रदेश के दो जिलों में 77 फीसदी तक संक्रमण दर पहुंच गई है। बहरहाल शनिवार को लगातार तीसरे दिन देश में दो लाख से अधिक लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। देश में कोरोना की रिकवरी दर में लगातार कमी आ रही है।
फिलहाल यह 95 से कम होकर 94.83 फीसदी तक पहुंच गई है। इनके अलावा कोरोना की दैनिक संक्रमण दर 16.66 फीसदी और साप्ताहिक संक्रमण दर 12.84 फीसदी दर्ज की गई है। पिछले एक दिन में 16,13,740 सैंपल की जांच हुई है। हर दिन संक्रमित रोगियों की संख्या बढ़ने की वजह से कोरोना की सक्रिय दर 3.85 फीसदी तक पहुंच गई है। देश में अभी 14,17,820 कोरोना मरीज उपचाराधीन हैं।
आंकड़ों के अनुसार, तीन से नौ जनवरी तक देश के 29 राज्यों में 129 जिले गंभीर श्रेणी में थे लेकिन बीते छह दिन में लगातार बढ़ते मामलों के चलते अब 32 राज्यों में इन गंभीर जिलों की संख्या 236 तक पहुंच गई है। इतना ही नहीं देश के 154 जिलों में भी हालात सामान्य नहीं है। यहां कोरोना की साप्ताहिक संक्रमण दर पांच से 10 फीसदी के बीच है। इसलिए सरकार ने इन सभी जिलों को चिंताजनक श्रेणी में रखा है। हालांकि एक राहत यह भी है कि देश के 344 जिलों में अभी भी संक्रमण दर पांच फीसदी से नीचे है।