अभिनेत्री नंदा
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गुजरे जमाने की मशहूर अभिनेत्री नंदा की आज बर्थ एनिवर्सरी है। 8 जनवरी 1939 को महाराष्ट्र के कोल्हापुर में जन्मीं अभिनेत्री बेशक आज हमारे बीच में नहीं हैं लेकिन उनकी फिल्में आज भी हमारा मनोरंजन करती हैं। उनका पूरा नाम नंदा कर्नाटकी था। नंदा अपने दौर की बेहद खूबसूरत और बेहतरीन हीरोइन थीं। नंदा कहती थीं मैं बहुत छोटी थी तभी पिता का साया सिर से उठ गया। शादी नहीं हुई इसलिए पति और बच्चों का सुख भी नहीं मिला। लेकिन मेरे भाईयों ने हमेशा मेरा ख्याल रखा। नंदा ने अपना फिल्मी सफर बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट ही शुरू किया था।
अभिनेत्री नंदा
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उनके पिता का नाम था मास्टर दामोदर विनायक कर्नाटकी। वे भी अपने वक्त के मशहूर एक्टर और डायरेक्टर थे। पिता की मौत के बाद नंदा को फिल्मों में काम करना पड़ा। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि वे बचपन से आजाद हिंद फौज में जाना चाहती थीं लेकिन, किस्मत ने उन्हें एक्ट्रेस बना दिया। नंदा पूरे लगन के साथ फिल्मों में काम करती रहीं और अपनी जिम्मेदारी निभाती रहीं।
अभिनेत्री नंदा
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नंदा ने कुल 8 गुजराती फिल्मों में काम किया। हिंदी में नंदा ने बतौर हीरोइन 1957 में अपने चाचा वी शांता राम की फिल्म ‘तूफान और दिया’ में काम किया था। साल 1972 में आई मनोज कुमार की फिल्म ‘शोर’ बतौर अभिनेत्री नंदा की अंतिम हिट फिल्म साबित हुई। नंदा ने अपने करियर में कुल 70 हिंदी फिल्मों में काम किया। इनमें से ज्यादातर में वे हीरो की बहन के किरदार में ही दिखाई दीं।
अभिनेत्री नंदा और मनमोहन देसाई
– फोटो : अमर उजाला, मुंबई
इतनी फिल्मों में काम करने के बाद भी नंदा अपनी जिंदगी से खुश नहीं थीं। अकेलापन उन्हें काटने को दौड़ता था। परिवार की जिम्मेदारियां उठाने में उन्हें अपने बारे में सोचने का कभी मौका ही नहीं मिला। डायरेक्टर मनमोहन देसाई से वो बेइंतहां मोहब्बत करती थीं। देसाई भी उन्हें चाहते थे। लेकिन बेहद शर्मीली नंदा ने मनमोहन को कभी अपने प्यार का इजहार नहीं किया और देसाई की शादी हो गई। फिर नंदा अकेली रह गईं।
अभिनेत्री नंदा
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सालों बाद जब देसाई की पत्नी की मौत हो गई तो उन्होंने नंदा से अपने प्यार का इजहार किया। इस वक्त नंदा 52 साल की हो चुकी थीं लेकिन उन्होंने देसाई के प्यार को अपना लिया। 1992 में 53 साल की नंदा ने देसाई से सगाई कर ली। लेकिन किस्मत को शायद कुछ और ही मंजूर था। सगाई के दो साल बाद ही मनमोहन देसाई की एक हादसे में मौत हो गई। दोनों कभी एक नहीं हो पाए और नंदा अविवाहित ही रह गईं।