ज्योतिष डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: रुस्तम राणा Updated Mon, 13 Sep 2021 07:01 AM IST
देव गुरु बृहस्पति 14 सितंबर को अपनी स्वराशि धनु से शनि देव की राशि मकर में गोचर करेंगे और इस राशि में ये 20 नवंबर 2021 तक स्थित रहेंगे। फिर इसके बाद कुंभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे। गुरु ग्रह अभी इस समय कुंभ राशि में वक्री चाल से चल रहे हैं। गुरु के 14 सितंबर को मकर राशि में परिवर्तन करने पर शनि देव के साथ युति बनाएंगे। ज्योतिष शास्त्र में बृहस्पति ग्रह को ज्ञान, भाग्य, विवाह, वृद्धि, गुरु, संतान आदि का कारक माना जाता है। इस विशाल ग्रह को धनु और मीन राशि का स्वामित्व प्राप्त है। ये एक शुभ और ज्ञानी ग्रह है। गुरु कर्क राशि में उच्च के और मकर राशि में नीच के माने जाते हैं। गुरु भाग्य, विवाह और प्रसिद्धि के कारक ग्रह हैं। गुरु के मकर राशि में आने से सभी राशियों पर इस परिवर्तन का शुभ-अशुभ प्रभाव पड़ेगा। लेकिन 6 राशियों पर गुरु के इस परिवर्तन का प्रभाव शुभ होगा। ये सात राशियां इस प्रकार हैं-