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Gold Silver Price: उच्चतम स्तर से करीब नौ हजार रुपये सस्ता है सोना वायदा, जानिए कितना हुआ चांदी का दाम

Gold Silver Price: उच्चतम स्तर से करीब नौ हजार रुपये सस्ता है सोना वायदा, जानिए कितना हुआ चांदी का दाम

बिजनेस डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: ‌डिंपल अलावाधी
Updated Tue, 17 Aug 2021 10:35 AM IST

सार

एमसीएक्स पर सोना वायदा 47223 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। चांदी में 0.22 फीसदी की तेजी आई और यह 63598 रुपये प्रति किलोग्राम पर रही। 

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मंगलवार को घरेलू बाजार में सोने की वायदी कीमत में मामूली गिरावट आई। एमसीएक्स पर सोना वायदा 47223 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। चांदी की बात करें, तो इसमें 0.22 फीसदी की तेजी आई और यह 63598 रुपये प्रति किलोग्राम पर रही। पीली धातु पिछले साल के उच्चतम स्तर (56200 रुपये प्रति 10 ग्राम) से करीब नौ हजार रुपये नीचे है। पिछले सत्र में सोना वायदा 0.47 फीसदी और चांदी 0.54 फीसदी बढ़े थे। पिछले कुछ दिनों में सोना बहुत अस्थिर रहा है। पिछले हफ्ते सोने में कुछ रिकवरी देखने को मिली और इसकी कीमत 45,600 रुपये प्रति 10 ग्राम के चार महीने के निचले स्तर पर आ गई थी। 

वैश्विक बाजार में इतनी है कीमत
वैश्विक बाजारों में आज सोने का दाम 1,787.90 डॉलर प्रति औंस पर स्थिर रहे जबकि चांदी 0.3 फीसदी बढ़कर 23.89 डॉलर प्रति औंस हो गई। अन्य कीमती धातुओं में प्लैटिनम 0.1 फीसदी बढ़कर 1,023.52 डॉलर हो गया। सोने के व्यापारी अब कल होने वाली फेडरल रिजर्व की जुलाई की बैठक के मिनट्स पर ध्यान केंद्रित करेंगे। 

सोने की कीमत पर आधारित होते हैं गोल्ड ईटीएफ
दुनिया की सबसे बड़ी गोल्ड समर्थित एक्सचेंज ट्रेडेड फंड या गोल्ड ईटीएफ, एसपीडीआर गोल्ड ट्रस्ट की होल्डिंग्स सोमवार को 0.1 फीसदी गिरकर 1,020.63 टन हो गई। स्वर्ण ईटीएफ सोने की कीमत पर आधारित होते हैं। पीली धातु के दाम में आए उतार-चढ़ाव पर ही इसका दाम भी घटता-बढ़ता है। मालूम हो कि ईटीएफ का प्रवाह सोने में कमजोर निवेशक रुचि को दर्शाता है। एक मजबूत डॉलर अन्य मुद्राओं के धारकों के लिए सोने को अधिक महंगा बनाता है।

भारत केंद्रित अंतरराष्ट्रीय कोषों, ईटीएफ से 1.55 अरब डॉलर की निकासी
मॉर्निंगस्टार की रिपोर्ट के मुताबिक, यह लगातार 13वीं तिमाही में निवेशकों ने भारत केंद्रित अंतरराष्ट्रीय कोषों और एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ईटीएफ) से निकासी की। जून तिमाही में इन कोषों से निवेशकों ने 1.55 अरब डॉलर निकाले। जबकि मार्च, 2021 को समाप्त तिमाही में इन कोषों से 37.6 करोड़ डॉलर की निकासी हुई थी। मालूम हो कि विदेशी निवेशक जिन प्रमुख निवेश माध्यमों के जरिये भारतीय शेयर बाजारों में निवेश करते हैं, उनमें भारत केंद्रित अंतरराष्ट्रीय कोष और ईटीएफ काफी महत्वपूर्ण हैं। ईटीएफ खंड में शुद्ध रूप से 15.3 करोड़ डॉलर का प्रवाह देखने को मिला। यह लगातार तीसरी तिमाही है जबकि ईटीएफ खंड में निवेश का प्रवाह सकारात्मक रहा है। निवेशक फरवरी 2018 से ही भारत केंद्रित अंतरराष्ट्रीय कोषों तथा ऑफशोर ईटीएफ से लगातार पूंजी की शुद्ध निकासी कर रहे हैं।

विस्तार

मंगलवार को घरेलू बाजार में सोने की वायदी कीमत में मामूली गिरावट आई। एमसीएक्स पर सोना वायदा 47223 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। चांदी की बात करें, तो इसमें 0.22 फीसदी की तेजी आई और यह 63598 रुपये प्रति किलोग्राम पर रही। पीली धातु पिछले साल के उच्चतम स्तर (56200 रुपये प्रति 10 ग्राम) से करीब नौ हजार रुपये नीचे है। पिछले सत्र में सोना वायदा 0.47 फीसदी और चांदी 0.54 फीसदी बढ़े थे। पिछले कुछ दिनों में सोना बहुत अस्थिर रहा है। पिछले हफ्ते सोने में कुछ रिकवरी देखने को मिली और इसकी कीमत 45,600 रुपये प्रति 10 ग्राम के चार महीने के निचले स्तर पर आ गई थी। 

वैश्विक बाजार में इतनी है कीमत

वैश्विक बाजारों में आज सोने का दाम 1,787.90 डॉलर प्रति औंस पर स्थिर रहे जबकि चांदी 0.3 फीसदी बढ़कर 23.89 डॉलर प्रति औंस हो गई। अन्य कीमती धातुओं में प्लैटिनम 0.1 फीसदी बढ़कर 1,023.52 डॉलर हो गया। सोने के व्यापारी अब कल होने वाली फेडरल रिजर्व की जुलाई की बैठक के मिनट्स पर ध्यान केंद्रित करेंगे। 

सोने की कीमत पर आधारित होते हैं गोल्ड ईटीएफ

दुनिया की सबसे बड़ी गोल्ड समर्थित एक्सचेंज ट्रेडेड फंड या गोल्ड ईटीएफ, एसपीडीआर गोल्ड ट्रस्ट की होल्डिंग्स सोमवार को 0.1 फीसदी गिरकर 1,020.63 टन हो गई। स्वर्ण ईटीएफ सोने की कीमत पर आधारित होते हैं। पीली धातु के दाम में आए उतार-चढ़ाव पर ही इसका दाम भी घटता-बढ़ता है। मालूम हो कि ईटीएफ का प्रवाह सोने में कमजोर निवेशक रुचि को दर्शाता है। एक मजबूत डॉलर अन्य मुद्राओं के धारकों के लिए सोने को अधिक महंगा बनाता है।

भारत केंद्रित अंतरराष्ट्रीय कोषों, ईटीएफ से 1.55 अरब डॉलर की निकासी

मॉर्निंगस्टार की रिपोर्ट के मुताबिक, यह लगातार 13वीं तिमाही में निवेशकों ने भारत केंद्रित अंतरराष्ट्रीय कोषों और एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ईटीएफ) से निकासी की। जून तिमाही में इन कोषों से निवेशकों ने 1.55 अरब डॉलर निकाले। जबकि मार्च, 2021 को समाप्त तिमाही में इन कोषों से 37.6 करोड़ डॉलर की निकासी हुई थी। मालूम हो कि विदेशी निवेशक जिन प्रमुख निवेश माध्यमों के जरिये भारतीय शेयर बाजारों में निवेश करते हैं, उनमें भारत केंद्रित अंतरराष्ट्रीय कोष और ईटीएफ काफी महत्वपूर्ण हैं। ईटीएफ खंड में शुद्ध रूप से 15.3 करोड़ डॉलर का प्रवाह देखने को मिला। यह लगातार तीसरी तिमाही है जबकि ईटीएफ खंड में निवेश का प्रवाह सकारात्मक रहा है। निवेशक फरवरी 2018 से ही भारत केंद्रित अंतरराष्ट्रीय कोषों तथा ऑफशोर ईटीएफ से लगातार पूंजी की शुद्ध निकासी कर रहे हैं।

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