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Cryptocurrency: कई देशों में क्रिप्टोकरेंसी से हो रही खरीदारी, भारत में अभी रुख साफ नहीं

Cryptocurrency: कई देशों में क्रिप्टोकरेंसी से हो रही खरीदारी, भारत में अभी रुख साफ नहीं

सार

भारत में युवा और कई कंपनियां भी क्रिप्टो में दिलचस्पी ले रही हैं, लेकिन सरकार की स्थिति साफ न होने की वजह से संसद में क्रिप्टो बिल आने का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है, जिससे वे भविष्य की तरफ अपना कदम उठा सके।

क्रिप्टोकरेंसी
– फोटो : सोशल मीडिया

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क्रिप्टोकरेंसी का प्रचलन अब बढ़ रहा है। अब इस डिजिटल करेंसी में निवेश के साथ-साथ लेन-देन का सिलसिला भी शुरू होने लगा है। दुनिया के कई देशों में रेस्टोरेंट, शॉपिंग प्लेटफॉर्म्स और कई नामी कंपनियों ने क्रिप्टोकरेंसी में पेमेंट लेना शुरू कर दिया है। वजह साफ है कि दुनिया में क्रिप्टोकरेंसी की बढ़ती शोहरत और युवाओं में इसके क्रेज ने अब कई बड़ी कंपनियां को भी आकर्षित किया है। पिछले कुछ महीनों मे ऐसी कई खबरें सामने आईं, जब नामी रेस्टोरेंट, शॉपिंग प्लेटफॉर्म्स और कंपनियां ने एलान किया कि वे क्रिप्टोकरेंसी से पेमेंट स्वीकार करने के लिए तैयार हैं। इस मसले पर भारत में भी क्रिप्टोकरेंसी बिल लाने की तैयारी शुरू हो चुकी है, लेकिन सरकार का रुख स्पष्ट नहीं है।

भारत का रुख अभी साफ नहीं

भारत में क्रिप्टोकरेंसी के मामले में भले ही स्थिति साफ न हो, लेकिन दुनिया के कई देशों में मल्टीनेशनल कंपनियां पेमेंट के लिए क्रिप्टो को अपना रही हैं। एक वैश्विक सर्वे के मुताबिक, करीब 57 फीसदी मल्टीनेशनल कंपनियां कम से कम एक क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग कर रही हैं, जिनमें बिटकॉइन सबसे लोकप्रिय है। ‘सर्किल’ और ‘पेमेंट्स’ की स्टडी के मुताबिक, 31 फीसदी कंपनियां बिटकॉइन, 29 फीसदी कंपनियां किसी दूसरे स्टेबलकॉइन और 24 फीसदी कंपनियां ईथर का इस्तेमाल कर रही हैं। 

250 एमएनसी पर किया गया सर्वे

यह स्टडी कम से कम एक करोड़ डालर की कमाई करने वाली 250 मल्टीनेशनल कंपनियों पर की गई। दस से ज्यादा देशों में ऑपरेट करने वाली कंपनियों में से 69 फीसदी क्रिप्टोकरेंसी और ब्लॉकचेन का इस्तेमाल करती हैं। 40 फीसदी से ज्यादा कंपनियों का मानना है कि वे पेमेंट के नए स्रोत की खोज करती रहती हैं। इस वजह से उन्हें क्रिप्टो में रुचि है। 34 फीसदी कंपनियों के मुताबिक, क्रिप्टो और ब्लॉकचेन के इस्तेमाल से उन्हें अधिक मुनाफा हो रहा है।

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व्हाट्सएप ने भी शुरू की सर्विस

क्रिप्टोकरेंसी की बढ़ती डिमांड को ध्यान में रखते हुए अब मेटा के स्वामित्व वाली कंपनी व्हाट्सएप ने भी क्रिप्टो व्हाट्सएप पेमेंट सर्विस शुरू कर दी है। इसके जरिए यूजर्स अपनी क्रिप्टोकरेंसी से भी पेमेंट कर सकेंगे। हालांकि, प्रयोग के तौर पर इस फीचर को अभी सिर्फ अमेरिका में लॉन्च किया गया है।

भारत में क्रिप्टो को लेकर ऐसी है तैयारी

भारत में भी कोटक महिंद्रा बैंक क्रिप्टो बिजनेस के साथ जुड़ने वाला पहला बड़ा बैंक बन गया है। कुछ ही दिन पहले कोटक बैंक में देश के बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज WazirX ने खाता खोला। इस खाते का इस्तेमाल एक्सचेंज पर ट्रेडिंग करने वाले इनवेस्टर्स से पेमेंट हासिल करने और भुगतान करने के लिए किया जा सकेगा। वहीं, दिल्ली के कनॉट प्लेस में चल रहे Ardor 2.1 रेस्टोरेंट में ग्राहकों के लिए क्रिप्टो थाली लॉन्च की गई है। यहां आने वाले ग्राहक क्रिप्टोरेंसी से पेमेंट कर सकते हैं। रेस्टोरेंट के अनुसार, ग्लोबल कुजीन थाली पर वर्चुअल करेंसी से पेमेंट करने पर ग्राहक को 20 फीसदी की छूट दी जा रही है।

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कई देशों में क्रिप्टो से हो रही खरीदारी

भारत में तो क्रिप्टोकरेंसी में लेन-देन की एक छोटी-सी मिसाल है, लेकिन दुनिया के कई देशों बड़े पैमाने पर बड़े-बड़े नामी ब्रांड क्रिप्टो का इस्तेमाल कर रहे हैं। मसलन क्रोएशिया की बड़ी सुपरमार्केट चेन ‘कोंजम’ ने अपने हजारों कस्टरमर्स से क्रिप्टो में पेमेंट लेने का एलान कर दिया है। पेमेंट ऑप्शन के रूप में इस रिटेल ब्रांड ने नौ क्रिप्टोकरेंसीज बिटकॉइन, इथेरियम, बिटकॉइन कैश, टीथर और यूएसडी कॉइन को शामिल किया है। क्रिप्टो पेमेंट्स को अपनी सर्विसेज में जोड़ने वाला कोंजम पहला क्रोएशियाई ब्रांड नहीं है। इससे पहले सितंबर 2021 में क्रोएशियाई ई-बाइक कंपनी ग्रेप बाइक्स ने भी क्रिप्टोकरेंसी से अपने प्रोडक्ट्स को खरीदने की इजाजत दे दी थी।

शिबा इनु का भी बढ़ रहा क्रेज

कनाडा की ऑनलाइन मेडिकल सर्विस प्रोवाइडर ‘आस्क द डॉक्टर’ ने भी ऐसा ही कदम उठाया है। ‘आस्क द डॉक्टर’ ने अपनी बैलेंस शीट में $1.5 मिलियन यानि करीब 11.26 करोड़ रुपये मूल्य की शीबा इनु टोकन को जोड़ा है। आस्क द डॉक्टर ने जाने-माने क्रिप्टो एक्सचेंज क्रैकेन के जरिए करीब 31 बिलियन शिब इनु टोकन हासिल किए हैं। अब यह ऑनलाइन मेडिकल सर्विस भी क्रिप्टो को पेमेंट ऑप्शन के रूप में स्वीकार करेगी। आस्क द डॉक्टर ने 2016 में बिटकॉइन को पेमेंट ऑप्शन के रूप में लेना शुरू किया था। ऐसा करने वाली वह कनाडा की पहली हेल्थककेयर कंपनी थी। पिछले कुछ महीनों में शिबा इनु ने बिटकॉइन की तरह दुनिया को अपनी ओर आकर्षित किया है। इसी वजह से शिब कॉफी कंपनी में में कई तरह की शिब ब्रांडेड कॉफी मिलने लगी है, जिसकी कीमत 16.99 डॉलर यानि करीब 1,262 रुपये से शुरू होती है। यहां भी कॉफी की कीमत शिब इनु टोकन से चुकाई जा सकती है। शिब कॉफी कंपनी की इनकम का 10 फीसदी शिब बर्निंग में भेजा जाता है।

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अमेरिका ने अपनाया ऐसा रुख

अमेरिका में भी क्रिप्टो के जरिए लेन-देन होने लगा है। वहां की ग्लोबल थिएटर चेन एएमसी थिएटर्स ने शिबा इनु को पेमेंट ऑप्शन की लिस्ट में शामिल करने की बात कही है। पहले से ही मूवी देखने वालों के लिए क्रिप्टोकरेंसी में ऑनलाइन पेमेंट किया जा सकता है, लेकिन एएमसी थिएटर्स डिजिटल कॉइन शिबा इनु से पेमेंट को जल्द ही स्वीकार करना शुरू कर देगी। क्रिप्टोकरेंसी से पेमेंट लेने वाली कंपनी में एक और नाम जुड़ा है। कंज्यूमर टेक्नोलॉजी ब्रांड Nothing ने वायरलेस ईयरबड्स का एक नया संस्करण उतारा है। कंपनी ने कहा है कि वह अपनी वेबसाइट के माध्यम से चुनिंदा देशों में क्रिप्टोकरेंसी में भुगतान स्वीकार करेगी। भारत में युवा और कई कंपनियां भी क्रिप्टो में दिलचस्पी ले रही हैं, लेकिन सरकार की स्थिति साफ न होने की वजह से संसद में क्रिप्टो बिल आने का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है, जिससे वे भविष्य की तरफ अपना कदम उठा सके।

विस्तार

क्रिप्टोकरेंसी का प्रचलन अब बढ़ रहा है। अब इस डिजिटल करेंसी में निवेश के साथ-साथ लेन-देन का सिलसिला भी शुरू होने लगा है। दुनिया के कई देशों में रेस्टोरेंट, शॉपिंग प्लेटफॉर्म्स और कई नामी कंपनियों ने क्रिप्टोकरेंसी में पेमेंट लेना शुरू कर दिया है। वजह साफ है कि दुनिया में क्रिप्टोकरेंसी की बढ़ती शोहरत और युवाओं में इसके क्रेज ने अब कई बड़ी कंपनियां को भी आकर्षित किया है। पिछले कुछ महीनों मे ऐसी कई खबरें सामने आईं, जब नामी रेस्टोरेंट, शॉपिंग प्लेटफॉर्म्स और कंपनियां ने एलान किया कि वे क्रिप्टोकरेंसी से पेमेंट स्वीकार करने के लिए तैयार हैं। इस मसले पर भारत में भी क्रिप्टोकरेंसी बिल लाने की तैयारी शुरू हो चुकी है, लेकिन सरकार का रुख स्पष्ट नहीं है।

भारत का रुख अभी साफ नहीं

भारत में क्रिप्टोकरेंसी के मामले में भले ही स्थिति साफ न हो, लेकिन दुनिया के कई देशों में मल्टीनेशनल कंपनियां पेमेंट के लिए क्रिप्टो को अपना रही हैं। एक वैश्विक सर्वे के मुताबिक, करीब 57 फीसदी मल्टीनेशनल कंपनियां कम से कम एक क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग कर रही हैं, जिनमें बिटकॉइन सबसे लोकप्रिय है। ‘सर्किल’ और ‘पेमेंट्स’ की स्टडी के मुताबिक, 31 फीसदी कंपनियां बिटकॉइन, 29 फीसदी कंपनियां किसी दूसरे स्टेबलकॉइन और 24 फीसदी कंपनियां ईथर का इस्तेमाल कर रही हैं। 

250 एमएनसी पर किया गया सर्वे

यह स्टडी कम से कम एक करोड़ डालर की कमाई करने वाली 250 मल्टीनेशनल कंपनियों पर की गई। दस से ज्यादा देशों में ऑपरेट करने वाली कंपनियों में से 69 फीसदी क्रिप्टोकरेंसी और ब्लॉकचेन का इस्तेमाल करती हैं। 40 फीसदी से ज्यादा कंपनियों का मानना है कि वे पेमेंट के नए स्रोत की खोज करती रहती हैं। इस वजह से उन्हें क्रिप्टो में रुचि है। 34 फीसदी कंपनियों के मुताबिक, क्रिप्टो और ब्लॉकचेन के इस्तेमाल से उन्हें अधिक मुनाफा हो रहा है।

Ethereum vs Bitcoin: क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य क्यों कहा जाता है इथेरियम, बिटक्वाइन से कितना अलग?

व्हाट्सएप ने भी शुरू की सर्विस

क्रिप्टोकरेंसी की बढ़ती डिमांड को ध्यान में रखते हुए अब मेटा के स्वामित्व वाली कंपनी व्हाट्सएप ने भी क्रिप्टो व्हाट्सएप पेमेंट सर्विस शुरू कर दी है। इसके जरिए यूजर्स अपनी क्रिप्टोकरेंसी से भी पेमेंट कर सकेंगे। हालांकि, प्रयोग के तौर पर इस फीचर को अभी सिर्फ अमेरिका में लॉन्च किया गया है।

भारत में क्रिप्टो को लेकर ऐसी है तैयारी

भारत में भी कोटक महिंद्रा बैंक क्रिप्टो बिजनेस के साथ जुड़ने वाला पहला बड़ा बैंक बन गया है। कुछ ही दिन पहले कोटक बैंक में देश के बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज WazirX ने खाता खोला। इस खाते का इस्तेमाल एक्सचेंज पर ट्रेडिंग करने वाले इनवेस्टर्स से पेमेंट हासिल करने और भुगतान करने के लिए किया जा सकेगा। वहीं, दिल्ली के कनॉट प्लेस में चल रहे Ardor 2.1 रेस्टोरेंट में ग्राहकों के लिए क्रिप्टो थाली लॉन्च की गई है। यहां आने वाले ग्राहक क्रिप्टोरेंसी से पेमेंट कर सकते हैं। रेस्टोरेंट के अनुसार, ग्लोबल कुजीन थाली पर वर्चुअल करेंसी से पेमेंट करने पर ग्राहक को 20 फीसदी की छूट दी जा रही है।

बिटक्वाइन कैसे बना क्रिप्टोकरेंसी की पहचान, क्यों हुआ इतना ज्यादा महंगा?

कई देशों में क्रिप्टो से हो रही खरीदारी

भारत में तो क्रिप्टोकरेंसी में लेन-देन की एक छोटी-सी मिसाल है, लेकिन दुनिया के कई देशों बड़े पैमाने पर बड़े-बड़े नामी ब्रांड क्रिप्टो का इस्तेमाल कर रहे हैं। मसलन क्रोएशिया की बड़ी सुपरमार्केट चेन ‘कोंजम’ ने अपने हजारों कस्टरमर्स से क्रिप्टो में पेमेंट लेने का एलान कर दिया है। पेमेंट ऑप्शन के रूप में इस रिटेल ब्रांड ने नौ क्रिप्टोकरेंसीज बिटकॉइन, इथेरियम, बिटकॉइन कैश, टीथर और यूएसडी कॉइन को शामिल किया है। क्रिप्टो पेमेंट्स को अपनी सर्विसेज में जोड़ने वाला कोंजम पहला क्रोएशियाई ब्रांड नहीं है। इससे पहले सितंबर 2021 में क्रोएशियाई ई-बाइक कंपनी ग्रेप बाइक्स ने भी क्रिप्टोकरेंसी से अपने प्रोडक्ट्स को खरीदने की इजाजत दे दी थी।

शिबा इनु का भी बढ़ रहा क्रेज

कनाडा की ऑनलाइन मेडिकल सर्विस प्रोवाइडर ‘आस्क द डॉक्टर’ ने भी ऐसा ही कदम उठाया है। ‘आस्क द डॉक्टर’ ने अपनी बैलेंस शीट में $1.5 मिलियन यानि करीब 11.26 करोड़ रुपये मूल्य की शीबा इनु टोकन को जोड़ा है। आस्क द डॉक्टर ने जाने-माने क्रिप्टो एक्सचेंज क्रैकेन के जरिए करीब 31 बिलियन शिब इनु टोकन हासिल किए हैं। अब यह ऑनलाइन मेडिकल सर्विस भी क्रिप्टो को पेमेंट ऑप्शन के रूप में स्वीकार करेगी। आस्क द डॉक्टर ने 2016 में बिटकॉइन को पेमेंट ऑप्शन के रूप में लेना शुरू किया था। ऐसा करने वाली वह कनाडा की पहली हेल्थककेयर कंपनी थी। पिछले कुछ महीनों में शिबा इनु ने बिटकॉइन की तरह दुनिया को अपनी ओर आकर्षित किया है। इसी वजह से शिब कॉफी कंपनी में में कई तरह की शिब ब्रांडेड कॉफी मिलने लगी है, जिसकी कीमत 16.99 डॉलर यानि करीब 1,262 रुपये से शुरू होती है। यहां भी कॉफी की कीमत शिब इनु टोकन से चुकाई जा सकती है। शिब कॉफी कंपनी की इनकम का 10 फीसदी शिब बर्निंग में भेजा जाता है।

सोने से ज्यादा ‘सोणी’ क्यों क्रिप्टोकरेंसी, कहां से आई और कैसे छाई, जानें सब कुछ

अमेरिका ने अपनाया ऐसा रुख

अमेरिका में भी क्रिप्टो के जरिए लेन-देन होने लगा है। वहां की ग्लोबल थिएटर चेन एएमसी थिएटर्स ने शिबा इनु को पेमेंट ऑप्शन की लिस्ट में शामिल करने की बात कही है। पहले से ही मूवी देखने वालों के लिए क्रिप्टोकरेंसी में ऑनलाइन पेमेंट किया जा सकता है, लेकिन एएमसी थिएटर्स डिजिटल कॉइन शिबा इनु से पेमेंट को जल्द ही स्वीकार करना शुरू कर देगी। क्रिप्टोकरेंसी से पेमेंट लेने वाली कंपनी में एक और नाम जुड़ा है। कंज्यूमर टेक्नोलॉजी ब्रांड Nothing ने वायरलेस ईयरबड्स का एक नया संस्करण उतारा है। कंपनी ने कहा है कि वह अपनी वेबसाइट के माध्यम से चुनिंदा देशों में क्रिप्टोकरेंसी में भुगतान स्वीकार करेगी। भारत में युवा और कई कंपनियां भी क्रिप्टो में दिलचस्पी ले रही हैं, लेकिन सरकार की स्थिति साफ न होने की वजह से संसद में क्रिप्टो बिल आने का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है, जिससे वे भविष्य की तरफ अपना कदम उठा सके।

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