Business
Crypto News: क्रिप्टो करेंसी से कमा रहे हैं पैसा, तो देना होगा टैक्स, जानें क्या है सरकार की योजना
बिजनेस डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: दीपक चतुर्वेदी
Updated Wed, 10 Nov 2021 12:52 PM IST
सार
बिटक्वाइन, इथेरियम, टेथर जैसी क्रिप्टो करेंसी या डिजिटल मुद्रा के माध्यम से कमाई करने वालों को अब टैक्स देना पड़ सकता है। रेवेन्यू सेक्रेटरी तरुण बजाज की ओर से इस तरह के संकेत दिए गए है।
क्रिप्टोकरेंसी (प्रतीकात्मक तस्वीर)
– फोटो : pixabay
ख़बर सुनें
ख़बर सुनें
रेवेन्यू सेक्रेटरी ने दिया संकेत
बजाज ने कहा कि मंत्रालय इसी तरह के विचार पर काम कर रहा है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि जब लोग क्रिप्टोकरेंसी से पैसा कमाएं तो टैक्स का भुगतान करें। रेवेन्यू सेक्रेटरी ने कहा कि अगर आप क्रिप्टोकरेंसी में लाभ कमाते हैं, अगर आप किसी विशेष डील से पैसा बनाते हैं, तो भारत सरकार उससे टैक्स हासिल करना चाहेगी। भले ही यह कानूनी रूप से वैध हो या ना हो, लेकिन हम अपना टैक्स रेवेन्यू चाहते हैं।
शीतकालीन सत्र में पेश किया जा सकता है बिल
हालांकि, रेवेन्यू सेक्रेटरी ने इस बात का खुलासा नहीं किया कि क्रिप्टोकरेंसी को लेकर वित्त मंत्रालय क्या खास कदम उठाने वाला है। मगर सूत्रों की मानें तो सरकार संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर बिल पेश कर सकती है। क्रिप्टोकरेंसी बिल के पिछले मसौदे में इस पर बैन लगाने की बात कही गई थी, हालांकि मंत्रालय अब बिल में संशोधन करने पर विचार कर रहा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी एक बयान में कहा था कि क्रिप्टोकरेंसी पर पूर्ण बैन पर विचार नहीं हो रहा है, लेकिन सरकार इन अस्थिर डिजिटल करेंसी के प्रति सतर्क रुख अपनाएगी। उन्होंने यह भी संकेत दिया था कि भारतीय रिजर्व बैंक एक सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी को लॉन्च कर सकता है।
सबसे लोकप्रिय क्रिप्टो करेंसी है बिटक्वाइन
क्रिप्टो करेंसी एक वर्चुअल करेंसी है और इसे आम करेंसी की तरह देखा या छुआ नहीं जा सकता है। दुनिया भर में अभी जो भी क्रिप्टो करेंसी प्रचलन में हैं उनमें सबसे ज्यादा लोकप्रिय बिटक्वाइन है। इसे सातोशी नाकामोतो द्वारा साल 2008 में तैयार किया गया था। हालांकि इसका प्रचलन वर्ष, 2009 में शुरू हुआ। बाजार में आने के बाद से ही इसके दाम आसमान छू रहे हैं। मंगलवार को इस क्रिप्टा करेंसी की कीमत अपने आल टाइम हाई 67,800 डॉलर के पार पहुंच गई है।
विस्तार
रेवेन्यू सेक्रेटरी ने दिया संकेत
बजाज ने कहा कि मंत्रालय इसी तरह के विचार पर काम कर रहा है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि जब लोग क्रिप्टोकरेंसी से पैसा कमाएं तो टैक्स का भुगतान करें। रेवेन्यू सेक्रेटरी ने कहा कि अगर आप क्रिप्टोकरेंसी में लाभ कमाते हैं, अगर आप किसी विशेष डील से पैसा बनाते हैं, तो भारत सरकार उससे टैक्स हासिल करना चाहेगी। भले ही यह कानूनी रूप से वैध हो या ना हो, लेकिन हम अपना टैक्स रेवेन्यू चाहते हैं।
शीतकालीन सत्र में पेश किया जा सकता है बिल
हालांकि, रेवेन्यू सेक्रेटरी ने इस बात का खुलासा नहीं किया कि क्रिप्टोकरेंसी को लेकर वित्त मंत्रालय क्या खास कदम उठाने वाला है। मगर सूत्रों की मानें तो सरकार संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर बिल पेश कर सकती है। क्रिप्टोकरेंसी बिल के पिछले मसौदे में इस पर बैन लगाने की बात कही गई थी, हालांकि मंत्रालय अब बिल में संशोधन करने पर विचार कर रहा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी एक बयान में कहा था कि क्रिप्टोकरेंसी पर पूर्ण बैन पर विचार नहीं हो रहा है, लेकिन सरकार इन अस्थिर डिजिटल करेंसी के प्रति सतर्क रुख अपनाएगी। उन्होंने यह भी संकेत दिया था कि भारतीय रिजर्व बैंक एक सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी को लॉन्च कर सकता है।
सबसे लोकप्रिय क्रिप्टो करेंसी है बिटक्वाइन
क्रिप्टो करेंसी एक वर्चुअल करेंसी है और इसे आम करेंसी की तरह देखा या छुआ नहीं जा सकता है। दुनिया भर में अभी जो भी क्रिप्टो करेंसी प्रचलन में हैं उनमें सबसे ज्यादा लोकप्रिय बिटक्वाइन है। इसे सातोशी नाकामोतो द्वारा साल 2008 में तैयार किया गया था। हालांकि इसका प्रचलन वर्ष, 2009 में शुरू हुआ। बाजार में आने के बाद से ही इसके दाम आसमान छू रहे हैं। मंगलवार को इस क्रिप्टा करेंसी की कीमत अपने आल टाइम हाई 67,800 डॉलर के पार पहुंच गई है।