ग्रहों में मुख्य भूमिका निभाने वाले युवराज बुध मकर राशि की यात्रा के मध्य 29 जनवरी की प्रातः 5 बजकर 40 मिनट पर पूर्व में उदय हो रहे हैं। इनके उदय होने के फलस्वरूप बाजार में छाई मंदी में सुधार आएगा। जिन जातकों की जन्म कुंडली में बुध शुभ भाव में गोचर कर रहे हैं उनके लिए ये सबसे बड़ी खुशखबरी है और जिनके अशुभभाव में गोचर कर रहे हैं उनके लिए उतना अच्छा नहीं कहा जा सकता। मिथुन और कन्या राशि के स्वामी बुध मीन राशि में नीचराशिगत संज्ञक तथा कन्या राशि में उच्चराशिगत संज्ञक माने गए हैं। इनके उदय होने का अन्य राशियों पर कैसा प्रभाव पड़ेगा इसका ज्योतिषीय विश्लेषण करते हैं।
मेष राशि-
राशि से दशम कर्मभाव में उदय हुए बुध के शुभ प्रभाव आपके कार्यक्षेत्र का विस्तार तो होगा ही शासन सत्ता का भी पूर्ण सहयोग मिलेगा। राजनीति में भी किस्मत आजमाना चाह रहे हों तो यह सर्वोत्तम समय है। माता पिता के स्वास्थ्य के प्रति चिंतनशील रहें। अपनी योजनाओंको गोपनीय रखते हुए आगे बढ़ें। मकान अथवा वाहन का क्रय करना चाह रहे हों तो अवसर अनुकूल रहेगा।
वृषभ राशि-
राशि से नवम भाग्य भाव में उदय हुए बुध का प्रभाव आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं है। धर्म एवं अध्यात्म के प्रति रुचि बढ़ेगी। विदेशी कंपनियों में सर्विस अथवा नागरिकता के लिए किया गया प्रयास सफल रहेगा। परिवार के वरिष्ठ सदस्यों तथा छोटे भाइयों से भी सहयोग मिलेगा। विद्यार्थियों एवं प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों के लिए भी समय और ग्रह-गोचर अति अनुकूल है।
मिथुन राशि-
राशिसे अष्टम आयु भाव में उदय हुए बुध का प्रभाव कई तरह के उतार-चढ़ाव लाएगा। स्वास्थ्य विशेष करके चर्म रोग, एलर्जी तथा दवाओं के रिएक्शन से बचें। झगड़े विवाद से भी बचें। कोर्ट कचहरी के मामले भी आपस में सुलझा लेना समझदारी रहेगी। आपके अपने ही लोग नीचा दिखाने की कोशिश करेंगे सावधान रहें। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। जमीन जायदाद संबंधी विवाद हल होगा।
कर्क राशि-
राशि से सप्तम दांपत्य भाव में उदय हुए बुध शादी-विवाह से संबंधित वार्ता में सफलता दिलाएंगे। कार्य व्यापार में भी उन्नति होगी। कोई भी नया कार्य आरंभ करना हो अथवा किसी नए अनुबंध पर हस्ताक्षर करना हो तो उस दृष्टि से भी ग्रह गोचर अनुकूल रहेगा। ससुराल पक्ष से सहयोग मिलेगा। प्रेम संबंधी मामलों में प्रगाढ़ता आएगी। प्रेम विवाह भी करना चाहें तो अवसर अनुकूल रहेगा।
