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रूस-यूक्रेन युद्ध: समझौता कराने वाले नेताओं को दिया गया था जहर?, हाथ व चेहरे से अलग होने लगी थी खाल
वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, मास्को
Published by: प्रांजुल श्रीवास्तव
Updated Tue, 29 Mar 2022 10:04 AM IST
सार
रूसी अरबपति रोमन अब्रमोविच ने सबसे पहले रूस और यूक्रेन के बीच शांति वार्ता में भूमिका अदा की थी। वार्ता के बात उनकी आंखे लाल थीं। शरीर में तेज दर्द और लगातार आंसू बह रहे थे। इसके अलावा उनके हाथों और चेहरे से खाल भी हटने लगी थी।
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शरीर से अलग होने लगी थी खाल
रिपोर्ट के मुताबिक, अब्रमोविच और अन्य वार्ताकारों में जो लक्षण दिखाई दिए हैं, वह जहर के ही हैं। वार्ता के बात उनकी आंखे लाल थीं। शरीर में तेज दर्द और लगातार आंसू बह रहे थे। इसके अलावा उनके हाथों और चेहरे से खाल भी हटने लगी थी। हालांकि, अब सभी खतरे से बाहर हैं। इस घटना का शिकार होने वालों में क्रीमिया के सांसद उमेरोव भी शामिल हैं।
इस कारण रची गई जहर देने की साजिश
क्रेमलिन के मुताबिक, रूसी अरबपति अब्रमोविच ने सबसे पहले रूस और यूक्रेन के बीच शांति वार्ता में भूमिका अदा की थी। इसके बाद यह प्रक्रिया दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल के हाथ में है। दरअसल, अब्रमोविच ने रूसी आक्रमण रुकवाने में मदद के लिए यूक्रेन के अनुरोध को स्वीकार कर लिया था।
कौन रच रहा है साजिश?
वाल स्ट्रीट की रिपोर्ट के मुताबिक, रूस में युद्ध समर्थकों ने शांति वार्ता को सफल न होने देने के लिए इस तरह की साजिश को अंजमा दिया था। यूक्रेन की टीम के दो वरिष्ठ सदस्य भी इस घटना का शिकार हुए थे। हालांकि, यह भी कहा जा रहा है कि, जहर देने का उद्देश्य किसी की जान न लेकर बल्कि उन्हें चेतावनी जारी करना था।
आज होने वाली है फिर बातचीत
जंग रोकने के लिए दोनों देशों के नेता आज फिर से तुर्की के इस्तांबुल में मिलने वाले हैं। इस बीच यूक्रेन ने शांति वार्ता की पेशकश की है। हालांकि, पुतिन की ओर से साफ जवाब दिया गया है कि, शर्तें मानने तक वह नहीं रुकेंगे। यह भी कहा जा रहा है कि दोनों देश के नेता इस वार्ता में न ही कुछ खाएंगे और न पिएंगे।
विस्तार
शरीर से अलग होने लगी थी खाल
रिपोर्ट के मुताबिक, अब्रमोविच और अन्य वार्ताकारों में जो लक्षण दिखाई दिए हैं, वह जहर के ही हैं। वार्ता के बात उनकी आंखे लाल थीं। शरीर में तेज दर्द और लगातार आंसू बह रहे थे। इसके अलावा उनके हाथों और चेहरे से खाल भी हटने लगी थी। हालांकि, अब सभी खतरे से बाहर हैं। इस घटना का शिकार होने वालों में क्रीमिया के सांसद उमेरोव भी शामिल हैं।
इस कारण रची गई जहर देने की साजिश
क्रेमलिन के मुताबिक, रूसी अरबपति अब्रमोविच ने सबसे पहले रूस और यूक्रेन के बीच शांति वार्ता में भूमिका अदा की थी। इसके बाद यह प्रक्रिया दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल के हाथ में है। दरअसल, अब्रमोविच ने रूसी आक्रमण रुकवाने में मदद के लिए यूक्रेन के अनुरोध को स्वीकार कर लिया था।
कौन रच रहा है साजिश?
वाल स्ट्रीट की रिपोर्ट के मुताबिक, रूस में युद्ध समर्थकों ने शांति वार्ता को सफल न होने देने के लिए इस तरह की साजिश को अंजमा दिया था। यूक्रेन की टीम के दो वरिष्ठ सदस्य भी इस घटना का शिकार हुए थे। हालांकि, यह भी कहा जा रहा है कि, जहर देने का उद्देश्य किसी की जान न लेकर बल्कि उन्हें चेतावनी जारी करना था।
आज होने वाली है फिर बातचीत
जंग रोकने के लिए दोनों देशों के नेता आज फिर से तुर्की के इस्तांबुल में मिलने वाले हैं। इस बीच यूक्रेन ने शांति वार्ता की पेशकश की है। हालांकि, पुतिन की ओर से साफ जवाब दिया गया है कि, शर्तें मानने तक वह नहीं रुकेंगे। यह भी कहा जा रहा है कि दोनों देश के नेता इस वार्ता में न ही कुछ खाएंगे और न पिएंगे।