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रूस पर पाबंदी : अमेरिका के डिप्टी एनएसए दलीप सिंह पर भड़के अकबरूद्दीन, बोले- ये कूटनीति नहीं, जबर्दस्ती की भाषा

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न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: सुरेंद्र जोशी
Updated Fri, 01 Apr 2022 12:40 PM IST

सार

सैयद अकबरूद्दीन ने ट्वीट किया कि ‘ये हमारे दोस्त हैं, उनकी कूटनीति की भाषा नहीं है। ये जबर्दस्ती की भाषा है। कोई तो उन्हें बताए कि एकतरफा दंडात्मक प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन हैं।’

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भारत दौरे पर आए अमेरिका के डिप्टी एनएसए दलीप सिंह के बयान पर संयुक्त राष्ट्र में भारत के पूर्व स्थायी प्रतिनिधि रहे सैयद अकबरूद्दीन ने सख्त नाराजी प्रकट की है। उन्होंने दलीप सिंह के बयान पर कहा कि ये कूटनीति की नहीं, जबर्दस्ती की भाषा है। 
अमेरिका के डिप्टी एनएसए ने भारत व अन्य देशों को आगाह किया कि रूस पर लगाई गई पाबंदी का उल्लंघन करने वालों को गंभीर नतीजे भुगतना पड़ेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि  भारत को यह उम्मीद नहीं करनी चाहिए कि चीन ने कभी एलएसी को पार किया तो रूस उसे बचाने आएगा।
सैयद अकबरूद्दीन ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया जताई है। उन्होंने ट्वीट किया कि ‘ये हमारे दोस्त हैं, उनकी कूटनीति की भाषा नहीं है। ये जबर्दस्ती की भाषा है। कोई तो उन्हें बताए कि एकतरफा दंडात्मक प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन हैं।’

विस्तार

भारत दौरे पर आए अमेरिका के डिप्टी एनएसए दलीप सिंह के बयान पर संयुक्त राष्ट्र में भारत के पूर्व स्थायी प्रतिनिधि रहे सैयद अकबरूद्दीन ने सख्त नाराजी प्रकट की है। उन्होंने दलीप सिंह के बयान पर कहा कि ये कूटनीति की नहीं, जबर्दस्ती की भाषा है। 

अमेरिका के डिप्टी एनएसए ने भारत व अन्य देशों को आगाह किया कि रूस पर लगाई गई पाबंदी का उल्लंघन करने वालों को गंभीर नतीजे भुगतना पड़ेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि  भारत को यह उम्मीद नहीं करनी चाहिए कि चीन ने कभी एलएसी को पार किया तो रूस उसे बचाने आएगा।

सैयद अकबरूद्दीन ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया जताई है। उन्होंने ट्वीट किया कि ‘ये हमारे दोस्त हैं, उनकी कूटनीति की भाषा नहीं है। ये जबर्दस्ती की भाषा है। कोई तो उन्हें बताए कि एकतरफा दंडात्मक प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन हैं।’

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